Ranchi:सुरेश्वर महादेव मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा अनुष्ठान के तीसरे दिन,फलाधिवास,पुष्पाधिवास,मिष्ठानाधिवास के उपरांत हवन और महाआरती,यज्ञ मंडप की परिक्रमा में सैकड़ों श्रद्धालु शामिल हुए

राँची।झारखण्ड के सबसे ऊंचे मंदिर सुरेश्वर महादेव मंदिर,केतारी बागान चुटिया राँची के प्राण-प्रतिष्ठा अनुष्ठान के तीसरे दिन पंडित दिवाकर शास्त्री के सानिध्य में मुख्य यजमान सुरेश साहू सहयोगी यजमान आलोक साहू,धंजू नायक,रूपेश केशरी,रामशरण विश्वकर्मा के द्वारा यज्ञ मंडप के अंदर वेदियों का पूजन,मंडप पूजन,अग्नि कुंड का पूजन कराया गया।प्राण प्रतिष्ठा के दौरान स्थापित किये जाने वाले भगवान शिव परिवार के मूर्ति को विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों के माध्यम से वैदिक नियमानुसार सर्वप्रथम घी,उसके बाद भगवान शिव परिवार का फलाधिवास,पुष्पाधिवास,मिष्ठानाधिवास के उपरांत हवन,महाआरती के बाद महाप्रसाद का वितरण किया गया।

सुबह से ही जग मंडप की परिक्रमा के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु पहुँचे थे।पूरा मंदिर परिसर में सुबह 5 बजे से श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी थी।श्रद्धालुओं में सबसे ज्यादा महिलाओं का भीड़ थी।आज करीब 5 हजार से ज्यादा महिलाओं ने यज्ञ मंडप की परिक्रमा की है।वहीं यज्ञ स्थल में संध्या महाआरती के समय मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी।भारी संख्या में श्रद्धालु मंदिर प्रांगण में पहुँचने से पूरा मंदिर परिसर भर गया।सैकड़ो श्रद्धालु मंदिर के बाहर से ही महाआरती में शामिल हुए।उसके बाद महाप्रसाद का वितरण किया गया।

यज्ञ मंडप की परिक्रमा से होने वाले लाभ के बारे में पंडित दिवाकर शास्त्री जी ने बताया कि यज्ञ मंडप में 24 स्तम्भ होते हैं जिसमें 16 मुख्य स्तम्भ हैं।जिसमें मुख्य देवी देवता विराजमान होते हैं। 8 स्तम्भ में सहायक देवताओं का वास होता है। शास्त्री जी ने कहा शास्त्रों में बताया गया कि यज्ञ स्थल तीर्थ स्थान के बराबर और यज्ञ मंडप की परिक्रमा करने से एक एक पद अश्वमेध यज्ञ के समान है।शास्त्रों में यज्ञ मंडप की परिक्रमा का बड़ा महत्व बताया है।यज्ञ मंडप को परिक्रमा करने से दोष मुक्त होती है।शास्त्री जी ने कहा कि जहां भी यज्ञ हो कम से कम यज्ञ की परिक्रमा जरूर करें।वहीं उन्होंने कहा कि आज तीसरा दिन है दो दिन शेष बचे हैं उन्होंने सनातन धर्म को मानने वाले लोगों से अपील की ज्यादा से ज्यादा यज्ञ स्थल पर पहुंचकर यज्ञ मंडप परिक्रमा करें और पुण्य का भागीदार बने।

अनुष्ठान के तीसरे दिन राज्य के मंत्री मिथलेश ठाकुर सपरिवार मंदिर पहुँचे और यज्ञ मंडप में परिक्रमा किये।वहीं उन्होंने झारखण्ड के सबसे ऊंचे मंदिर के बारे में मंदिर समिति के लोगों से जानकारी ली।इससे पहले मंदिर समिति की ओर से उनका स्वागत किया गया।

नगर भ्रमण 10 किलोमीटर तक निकलेगा,आकर्षक झांकी होगी

सुरेश्वर महादेव मंदिर, स्वर्णरेखा धाम, केतारी बागान में प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के चतुर्थ दिन, दिनांक:-06-05-2022 को आकर्षक झांकी के संग मंदिर में स्थापित होने वाले शिवलिंग को आकर्षक रूप से सजा कर चुटिया नगरी का शिवभक्तों के द्वारा भ्रमण किया जाएगा।इस निमित शुक्रवार (06-05-2022) शाम 4 बजे सुरेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण से नगर भ्रमण कार्यक्रम शुरू होगा।नगर भ्रमण सरस्वती शिशु विद्यामंदिर,महादेव मंडा, पॉवर हाउस चौक,राममंदिर,इंदिरा गांधी चौक, बहुबाज़ार, प्रगति पथ स्तिथ भट्टी तालाब, मकचुनटोली चौक, ऑक्सफोर्ड स्कूल चौक, सरस्वती शिशु विद्यामंदिर चौक होते हुए सुरेश्वर महादेव मंदिर, स्वर्णरेखा धाम, केतारी बागान में समापन होगी।अतः इस अवसर पर सभी शिवभक्त नगर वासी से विनम्र आग्रह है कि वो ससमय मंदिर प्रांगण में पहुँचकर भगवान शंकर जी के नगर भ्रमण कार्यक्रम में भाग लेकर पुण्य का भागी बने।

प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान को सफल बनाने के लिये समिति के सदस्य पद्मश्री श्री मुकुंद नायक,संतोष कुमार,छत्रधारी महतो,युगल प्रसाद साहू,नरेंद्र कुमार,राजदीप किशोर दशरथ साहू,कलेश्वर साहू,मंधीरन महतो राजेश गुप्ता,गुजा तिर्की, किशोर नायक,रत्न लाल ,गौतम देव रोहित सिंह ,दीप्ति देवी, अर्जुन साहू,अमित कुमार,दिलीप साहू,धनेश्वर अहीर,संजय कुमार,कृष्ण साहू,नीतू दास,रीता देवी,मीणा देवी अन्य शामिल है