अश्लील वायरल वीडियो मामला:बन्ना गुप्ता के व्यक्तिगत आक्षेप से भड़के विधायक सीपी सिंह,छह सवाल भी पूछे,सीबीआई जांच कराने की मांग की….

राँची।झारखण्ड के स्वास्थ्य मंत्री का अश्लील वायरल वीडियो प्रकरण पर राजनीति धीरे-धीरे गरमाने लगी है। कल तक जहां इस मामले की फोरेंसिंक जांच और साइबर जांच की मांग की जा रही थी, वहीं अब सीबीआई जांच कराने की मांग भी होने लगी है। सीबीआई से जांच कराने की बात राँची के विधायक सीपी सिंह ने कही है।

दरअसल स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने इस प्रकरण को लेकर बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस की थी। इस प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कई बार विधायक सीपी सिंह का नाम लिया। इस बात की जानकारी मिलने के बाद सीपी सिंह ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक में मंत्री बन्ना गुप्ता को चुनौती देते हुए कहा कि वे मुख्यमंत्री को पत्र लिखें और अपने मामले के साथ-साथ मेरे मामले की भी सीबीआई जांच कराने को कहें। विधायक सीपी सिंह ने लगे हाथ बन्ना गुप्ता से छह सवाल भी पूछे हैं।

उन्होंने फेसबुक पर लिखा है कि किसी शुभचिंतक ने बताया कि बुधवार को मंत्री बन्ना गुप्ता ने प्रेस कांफ्रेंस किया और पानी की घूंट पी-पी कर कई बार मेरे नाम का जिक्र किया। हालांकि मेरा सिद्धांत है कि मैं किसी के व्यक्तिगत जिंदगी पर टिका टिपण्णी नहीं करता हूं। न कभी किया हूं। बन्ना गुप्ता के मामले में भी हर बार मैंने यही कहा था कि यह मामला पुलिस के पास है और पुलिस इसकी जल्द जांच कर सच्चाई सामने लाए।

शराफत को कमजोरी समझने लगते हैं

उन्होंने आगे लिखा है कि जमाना कुछ ऐसा हो गया है कि लोग शराफत को कमजोरी समझने की अक्सर भूल कर बैठते हैं। यही भूल बन्ना गुप्ता ने भी की। मैं इस कीचड़ में कूदना तो बिलकुल भी नहीं चाहता, लेकिन कल जब बन्ना गुप्ता के प्रेस कांफ्रेंस से लगभग साफ ही हो गया है कि वे अपने मामले की लीपापोती में लग गए हैं। इसके बाद भी वे मीडिया के सामने सीना चौड़ा कर बैठे हैं तो लगे हाथ मेरे भी दो चार प्रश्न का जवाब दे हीं दें।

विधायक सीपी सिंह ने पूछे ये छह सवाल

◆24 अप्रैल की रात्रि को मेरे फोन नंबर पर रात 1:15 बजे आए कॉल, कॉल उठाने से लेकर काटने तक जो भी 15-20 सेकेंड लगा होगा उसकी पूरी जानकारी मोबाइल नंबर के साथ कल ही प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से सभी को दे दी है तो अब किंतु परंतु कहां है बन्ना गुप्ता जी?

◆ऐसे हजारों मामले आजकल रोज सामने आ रहे हैं। पैसे कमाने का एक बेहद ही घटिया और बेहूदा तरीका शातिर अपराधियों ने इजाद किया है। जो फंसा वो या तो पैसे देकर पीछा छुड़ा रहा है, कुछ घर छोड़कर भाग गए तो कुछ ने अपराध बोध में जान ही दे दी। लोगों के बीच इसको लेकर जागरूकता फैलाना जरूरी है। क्या आप स्पष्टता से बता पाएंगे की आप ऐसे किसी मामले में फंसे हैं या आपका मामला कुछ “दूसरा” है?

◆कहीं ऐसा तो नहीं की बन्ना गुप्ता के मामले को दबाने या छुपाने के लिए उनके या उनके सहयोगियों के ही द्वारा कुछ ऐसा षड्यंत्र किया गया हो की उनका मामला ठंडा हो जाए या दब जाए? लेकिन षड्यंत्र तो विफल हो गया, अब क्या कीजिएगा बन्ना गुप्ता जी? पुलिस इसकी भी जांच करें एवं वस्तु स्तिथि बताए।

◆कल भी मैं सुबह सोकर उठा तो देखा की 24 की रात्रि 1:15 की तरह 25 की रात्रि को भी 1:25 बजे दूसरे नंबर से एक मिस्ड कॉल आया था, मतलब बन्ना गुप्ता समझ लिए हो क्या भाई? या कांग्रेसी समझ लिए हो? कारवाई के लिए इसकी जानकारी मैंने एस.एस.पी,राँची एवं थाना प्रभारी, लालपुर को कल दोपहर में ही दे दी है। सरकार आपकी है, आप सरकार में मंत्री हैं बन्ना गुप्ता, जरा पता लगाएं की आखिर माजरा क्या है?

◆आखिर बन्ना गुप्ता मीडिया के सवालों से भागते हुए क्यों दिखे? क्या उनमें जरा भी हिम्मत है कि वे बताएं कि आखिर वे किससे बात कर रहे थे? मोबाइल नंबर क्या था? समाचार पत्रों से मुझे जो समझ आया, उससे प्रतीत होता है कि आपका मामला मेरे मामले से बेहद अलग है। आप मेरे मामले की ओट लेने को इतने आतुर क्यों हैं?

◆मुझे रांची पुलिस पर पूरा भरोसा है कि वे मामले का उद्भेदन जरूर करेंगे, लेकिन एहतियातन तौर पर मैं आज उत्तर प्रदेश के डीजीपी को भी एक पत्र लिखूंगा (चूंकि नंबर पूर्वी यूपी का बताया जा रहा है) की जरा वे भी अपने स्तर से पता लगाएं की इन सबके पीछे कौन है। क्या बन्ना गुप्ता भी मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर सीबीआई जांच की मांग करने की हिम्मत रखते हैं?