Ranchi:सिरमटोली स्थित मुख्य सरना स्थल का सौंदर्यीकरण को लेकर विवाद, विरोध के बीच मजिस्ट्रेट के उपस्थिति में कार्य शुरू….

राँची।राजधानी राँची के सिरमटोली स्थित सरना स्थल के सौंदर्यीकरण को लेकर विवाद और विरोध के बीच सौंदर्यीकरण का काम शुरू किया गया। हालांकि ठेकेदार ने जैसे ही सौंदर्यीकरण का कार्य शुरू किया वैसे ही सिरम टोली सरना स्थल के वंशज होने का दावा करने वाले सुनीता हंस और उसके परिवार वालों ने काम रुकवाने की कोशिश की।लेकिन मौके पर तैनात मजिस्ट्रेट अमित भगत ने कहा कि जिला प्रशासन ने काम कराने का आदेश दिया है।काम हर हाल में होगा।अगर आप लोगों को इससे आपत्ति है तो आप काम रुकवाने के लिए कोर्ट से आदेश लेकर आइये।तभी हमलोग काम रोकेंगे।कुछ देर के लिए विरोध हुआ लेकिन काम शुरू कर दिया गया।पहले बड़ा चबूतरा को जेसीबी से तोड़ा गया है।

मौके पर उपस्थित केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने कहा कि सिरम टोली सरना स्थल सौंदर्यीकरण का काम मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा आदिवासी रीति-रिवाज और परंपरा को देखकर किया जा रहा है।यहां 5 तल्ला भवन बनना है, जिसमें आदिवासी कला संस्कृति को प्रदर्शित किया जायेगा और प्रशिक्षण दिया जायेगा।यहां आदिवासी वाद्य यंत्र रखे जायेंगे और आदिवासी समाज की कला संस्कृति को अक्षुण्ण रखा जायेगा।वहीं संतोष तिर्की ने कहा कि चोली मौजा में 14 टोला आते हैं।सभी की सहमति है कि इस सरना स्थल का सौंदर्यीकरण हो।जिसको लेकर पहले भी बैठक हुई है। लेकिन कुछ लोग निजी स्वार्थ के लिए इसका विरोध कर रहे हैं।

काम शुरू करने से पहले ही शुरू हो गया था विरोध

इससे पहले राँची जिला प्रशासन के आदेश पर टीम काम करने सिरम टोली सरना स्थल पहुंची थी।लेकिन लोग सौंदर्यीकरण का विरोध पर उतर आये थे।सरना स्थल के बाहर भारी संख्या में आदिवासी सरना के लोग जुटने लगे थे।इनको रोकने के लिए प्रशासन ने भारी संख्या में पुलिस बल और मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति की है। मजिस्ट्रेट राँची शहर अंचल के सीओ अमित भगत और चुटिया थाना प्रभारी ममता कुमारी पुलिस बल के साथ मौके पर तैनात थे।बता दें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बीते साल सिरमटोली स्थित मुख्य सरना स्थल का सौंदर्यीकरण को लेकर शिलान्यास किया था।

देंखे वीडियो-किसने क्या कहा…