नर्सों के साथ अभद्र व्यवहार करने वाले जमातियों पर लग सकता है रासुका!

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के सरकारी अस्पताल में भर्ती कोरोना संदिग्धों के नर्स के सामने कपड़े उतारने और अश्लील हरकतें करने के मामले से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काफी सख्त तेवर अपना रहे हैं। खबर यह है कि सभी आरोपी जमातियों पर रासुका की कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने साफ कहा कि ये ना क़ानून को मानेंगे, ना व्यवस्था को मानेंगे, ये मानवता के दुश्मन हैं, जो इन्होंने महिला स्वास्थ्यकर्मियों के साथ किया है, वह जघन्य अपराध है। इन पर रासुका (एनएसए) लगाया जा रहा है, हम इन्हें छोड़ेंगे नहीं।

दरअसल छह कोरोना मरीजों को गाजियाबाद के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह सभी तबलीगी जमात में शामिल हुए थे। इनमें से एक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इन मरीजों की इलाज के लिए तैनात नर्सों ने बेहद गंभीर आरोप इन पर लगाया है। नर्सों के मुताबिक ये पीड़ित बिना पेंट के घूमते हैं। अश्लील गाने सुनते हैं और भद्दे इशारे करते हैं. सभी बीड़ी और सिगरेट की मांग करते हैं। मामला संज्ञान में आने के बाद जिलाधिकारी ने जांच के लिए टीम भेजी जिसके बाद इनके खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है। गाजियाबाद के सीएमएस रविंद्र राणा ने घंटाघर कोतवाली के प्रभारी को चिट्ठी लिखी थी।

चिट्ठी में लिखा है कि नर्सों का आरोप है यह 6 लोग बिना पेंट पहने घूमते हैं अश्लील गाने सुनते हैं भद्दे इशारे करते हैं और बीड़ी सिगरेट की मांग करते हैं। यह वह लोग हैं जो निजामुद्दीन जमात से गाजियाबाद के मसूरी इलाके आए थे। इन्हें जिला सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इन छह में से एक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनकी हरकतों को देखते हुए अब इनमें से पांच को सरकारी अस्पताल से एक निजी कॉलेज आरकेजीआईटी में शिफ्ट किया जा रहा है। एसएसपी निधि नैथानी ने कहा कि इनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।