दिल्ली भीषण अग्निकांड में मारे गए 43 लोगों में बिहार के 32 लोग, मृतकों में सबसे ज्यादा समस्तीपुर के लोग।

NEW DELHI: फिल्मीस्तान के अनाज मंडी में हुए भीषण अग्निकांड में 43 लोगों की मौत हो गई है. पर्स फैक्ट्री में लगी भीषण आग में बिहार के 32 लोगों की मौत हो गई है. मृतकों में सबसे ज्यादा समस्तीपुर के लोग हैं. 
अग्निकांड में सिंघिया थाना के हरिपुर और बरहमपुर गांव के 8 लोगों की मौत हो गई है. मौत की सूचना मिलते ही पूरे परिवार में कोहराम मच गया. पंचायत जनप्रतिनिधि गांव पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दिया. हालांकि किसी भी पदाधिकारी के नहीं पहुंचने से ग्रामीणों में काफी आक्रोश है. मृतकों में हरिपुर गांव के मोहम्मद मोसिन का पुत्र मोहम्मद साजिद, मोहम्मद मंसूर का पुत्र मोहम्मद सदेर आलम, अलफत का पुत्र मोहम्मद साजिद और मोहम्मद नाजिद, आलम का पुत्र मोहम्मद मनान, मोहम्मद रज्जाक का पुत्र अनवर ,मोहम्मद हसन का पुत्र मोहम्मद अताउल, मोहम्मद इदरीश का पुत्र मोहम्मद महबूब शामिल है. गांव के लोगों ने बताया कि सभी 4 माह पूर्व अपने गांव से मजदूरी के लिए दिल्ली गए थे.
वहीं सहरसा के नरियार गांव और नौहट्टा पश्चिम वार्ड नं 9 में के भी आठ लोगों की मौत हुई है. सदर थाना क्षेत्र के नरियार गांव के सात लोग अग्निकांड की भेंट चढ़ गए. वहीं नौहट्टा पश्चिमी वार्ड नं 9 के एक व्यक्ति की मौत हुई है. यहां के लोगों ने बताया कि अबतक दिल्ली से फोन पर जो जानकारी मिली है उसके अनुसार सात लोगों के शव मिले हैं. शुरू में खबर आई थी कि 35 से 40 लोग लापता हैं. युवकों की मौत की खबर सुनकर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. बता दें कि करीब 35 से 40 लोग जैकेट फैक्ट्री में काम करते हैं. फैक्ट्री मालिक जुबैर भी नरियार गांव का ही रहनेवाला है. जो यहां से लड़कों को अपनी फैक्ट्री में ले जाकर वहां जैकेट तैयार करवाने का काम करता था. नरियार गांव के सभी लड़कों के घर पर कोहराम मचा हुआ है. मृतकों में मो आलम का 12 साल का बेटा मो अफजल, मो खुर्शीद आलम का 20 साल का बेटा मो फैसल, 17 साल का मो संजर, 18 साल का मो फरीद, 54 साल के मो सोजिम उद्दीन, 14 साल का मो राशिद और 18 साल का ग्यास उद्दीन शामिल है. नौहट्टा का 30 वर्षीय मो अफसाद की भी मौत हो गई है.
उधर बेगूसराय के छौराही ओपी के बड़ीजाना गांव का भी एक युवक आग की भेंट चढ़ गया. युवक की मौत का समाचार सुनकर पूरे गांव में मातम का माहौल पसर गया. बड़ीजाना गांव निवासी राजेंद्र राम का पुत्र नवीन कुमार कुछ दिन पहले घर से भागकर दिल्ली गया था और एक बैग फैक्ट्री में मजदूर का काम करने लगा था. उसके दो भाई और हैं जो दिल्ली में ही दूसरी फैक्ट्रियों में काम कर रहे हैं. उधर अग्निकांड की सूचना मिलने पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने भी LNJP अस्पताल में जाकर घायलों का हालचाल जाना और उनके समुचित इलाज की व्यवस्था कतरने के लिए अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिया.