शरारत या साजिश;सोशल मीडिया में वायरल एक फोटो ने पुलिस प्रशासन महकमें में हचलच मचा दी है

हजारीबाग।झारखण्ड के हजारीबाग की एक तस्वीर सोशल मीडिया में बड़ी तेजी से वायरल हुई है।बताया जा ये तस्वीर हजारीबाग की है। शुक्रवार से ही सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रही है। इसमें कुछ बच्चों द्वारा बीच सड़क पर नमाज अदा किया जा रहा है. सड़क पर दोनों ओर लोगों की भीड़ लगी है. नमाज पूर्ण होने की प्रतीक्षा की जा रही है। यह फोटो हजारीबाग के पेलावल थाना क्षेत्र के पेलावल इलाके की बताई जा रही है।फोटो से ऐसा लग रहा है कि यह जगह पेलावल मस्जिद के सामने की होगी।मामला अभी स्पष्ट नहीं है।

फोटो में दिखाई दे रहे बाइक के नंबर प्लेट को देखा जाय तो हजारीबाग का नंबर लगता है. वहीं दूसरी तरफ एक बस खड़ी है।वह बस हजारीबाग से चतरा जाती है।इससे यह तस्वीर हजारीबाग की लगती है. तस्वीर के बारे में दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर 12 मार्च को ली गई है और जुमे की नमाज के बाद की तस्वीर है।

यह एक साजिश है
इस तस्वीर पर सोशल मीडिया में लोगों की प्रतिक्रिया भी जारी है. कुछ लोगों ने इसे राजनीति करार दिया है. वहीं कुछ ने कहा कि इसमें बच्चों का इस्तेमाल गलत है. लोगों ने आशंका जताई है कि हजारीबाग जैसे संवेदनशील शहर में ऐसी तस्वीरों का आना चिंताजनक है. क्योंकि तस्वीर देखकर लगता है कि यह एक सोची समझी साजिश है. इसके जरिये शहर की शांति व्यवस्था को भंग करने की कोशिश की जा रही है।

लोग हटा रहे फोटो
जबकि लोग बच्चों द्वारा खुद से नमाज अदा करने की बात को मानने को तैयार नहीं हैं. उनका मानना है कि जरूर इसके पीछे किसी का शातिर दिमाग है जो शहर का माहौल बिगाड़ना चाहता है। हालांकि इस वायरल तस्वीर को लेकर प्रशासन भी सक्रिय हो गया है. प्रशासन द्वारा सोशल मीडिया से इस फोटो को हटाने का प्रयास किया जा रहा है. दूसरी तरफ कई लोगों ने अपने फेसबुक वॉल से तस्वीर को हटा भी दिया है।

एसपी कार्तिक एस ने कहा है कि इस मामले पर संज्ञान लिया गया है। इसके लिए डीएसपी सदर को लगाया गया है. मामले की जांच चल रही है. जल्द ही खुलासा हो जायेगा. दूसरी तरफ इमारत ई शरिया हजारीबाग के काजी मुफ्ती सनाउल्लाह कासमी ने इस पर कहा है कि यह बिल्कुल गलत है. इस तरह से बच्चों का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए. उन्होंने इस मामले की जांच करने की मांग की है. कहा इस्लाम में लिखा है कि सच्चा मुसलमान वह है जो बिना किसी को परेशान किये शांति से अपना काम करे।उसके किसी कार्य से किसी को भी कोई तकलीफ नहीं पहुंचे।