जमीन विवाद के चलते हुई थी कमलेश दुबे की हत्या, हत्याकांड में शामिल दो शूटर गिरफ्तार.

रांची: रातू थाना क्षेत्र के पिर्रा में बीते 30 दिसंबर को जमीन कारोबारी कमलेश दुबे की हत्या गोली मारकर कर दी गयी थी. इस हत्याकांड में शामिल दो शूटरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
गिरफ्तार हुए शूटर में रातू के सिमलिया का रहने वाला राहुल रंजन और लोहरदगा के कुडू का रहने वाला शाहजान अंसारी शामिल है.पुलिस ने इनके पास से हत्या में प्रयुक्त किए गए पिस्टल और तीन गोली बरामद किया है.बता दे कि लोहरदगा के संतोष यादव के द्वारा दोनों शूटरों को कमलेश दुबे की हत्या की सुपारी दी गई थी.बता दें कि गिरफ्तार हुए दोनों शूटर का पूर्व में भी अपराधिक इतिहास रहा है.

गिरफ्तार शूटर

जमीन विवाद के चलते हुई कमलेश दुबे की हत्या:-

कमलेश दुबे की हत्या जमीन विवाद के चलते की गई है.पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किए गए दोनों शूटरों से पूछताछ के क्रम में पता चला है कि हत्या के पीछे जमीन विवाद का मामला है,हालांकि इस मामले में पूरी तरह से खुलासा नहीं हो पाया है कि किस जमीन के लिए कमलेश दुबे की हत्या कराई गई और किससे जमीन को लेकर विवाद था. इस मामले में फरार चल रहे मास्टरमाइंड संतोष यादव की गिरफ्तारी होने के बाद ही पूरे मामला का खुलासा होगा फिलहाल पुलिस घटना में शामिल मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी के लिए संभावित जगहों पर छापेमारी कर रही है.

कमलेश दुबे जमीन के बड़े कारोबारी थे:-

मिली जानकारी के अनुसार कमलेश दुबे की पहचान रातू क्षेत्र में बड़े जमीन कारोबारी के रूप में थी.इलाके में कई जगह उनका काम चल रहा था.रातू थाना के कई अधिकारियों ने भी उनसे जमीन खरीदी है.जमीन विवाद को लेकर एक अन्य कारोबारी नागेन्द्र सैनी ने कमलेश दुबे पर मामला दर्ज कराया था. हालांकि, कमलेश के परिजनाें के अनुसार उनकी किसी से कोई विवाद नहीं था,दुश्मनी नहीं थी.

कमलेश दुबे के पिता की भी हुई थी हत्या:-

मिली जानकारी के अनुसार 10 साल पहले कमलेश के पिता ब्रजकिशोर दुबे की भी हत्या हुई थी.उन्हें भी जमीन विवाद में अपराधियाें ने गोली मारी थी. कमलेश दुबे की हत्या से पहले अपराधियों ने पिस्टल दिखाकर दोनों स्टाफ काे भगा दिया था, इसके बाद गाेली मार दी थी.

क्या है मामला:-

रातू थाना क्षेत्र के पिर्रा में 30 दिसंबर की शाम के करीब 7.15 बजे जमीन कारोबारी कमलेश दुबे की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.वे दुकान बंद कर जा रहे थे कि घात लगाकर बैठे तीन अपराधियाें ने घर से मात्र 50 कदम दूर उन पर गाेलियां चला दी.अावाज सुनकर परिजन निकले अाैर उन्हें एक निजी अस्पताल ले गए. इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. घटनास्थल पर अंधेरे का फायदा अपराधी भागने में सफल रहे थे. जिस वक्त घटना हुई, डीजीपी कमल नयन चाैबे कचहरी स्थित कंपोजिट कंट्रोल रूम में राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था पर बैठक कर रहे थे.