Jharkhand:सात बेटियों की निकली एक साथ अंतिम यात्रा,चीख-पुकार से दहल उठा इलाका,सैकड़ो लोगों ने नम आंखों से 7 बेटियों को दी अंतिम विदाई,निमियाघाट पर हुआ अंतिम संस्कार

लातेहार।झारखण्ड के लातेहार जिले के बालूमाथ थाना क्षेत्र के शेरागड़ा पंचायत अंतर्गत मननडीह ग्राम में शनिवार को बहुत ही बड़ी दुःखद घटना हो गई।राष्ट्रपति,प्रधानमंत्री ,राज्य के मुख्यमंत्री,पूर्व मुख्यमंत्री सहित कई लोगों ने इस दुःखद घटना पर दुख जताया है।दरअसल शनिवार को करमा डाली विसर्जन के दौरान एक ही गांव के 7 लड़कियों की मौत पानी से लबालब भरे गड्ढे में डूबने से हो गई।जिसमें तीन सगी बहनें भी शामिल है। 7 लड़कियों की मौत से इलाके इलाके में भूचाल आ गई।एक साथ सात बेटी के मौत से जिले में शोक की लहर दौड़ गई।वहीं जिला पुलिस प्रसाशन ने शनिवार को ही सभी लड़कियों के शवों का पोस्टमार्टम करवाकर गांव पहुँचाया।

आज रविवार को जब एक साथ सभी बेटियों का अंतिम शव यात्रा निकाला गया तो मानो समय ठहर गया।सिर्फ रोने की ही आवाज आने लगी।बच्चे,बूढ़े, महिला पुरुष की आंखों में आंसू छलक रहे थे।सैकड़ों लोगों ने इस अंतिम यात्रा में शामिल होकर बेटियों की अंतिम विदाई की। पूरे गांव में गम का माहौल में तब्दील हो गया वहीं महिलाओं की चीत्कार से उपस्थित लोगों का आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहा था ।इधर सभी लड़कियों का सामूहिक अंतिम संस्कार निमियाघाट में किया गया।बता दें अकलू गंझु की तीनों बेटियों को एक चिता में एवं चार अन्य युवतियों को अलग-अलग चीता में अंतिम संस्कार किया गया।

दुःखद घटना की सूचना पाकर चतरा लोकसभा क्षेत्र के भाजपा सांसद सुनील सिंह, लातेहार विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक प्रकाश राम,भाजपा नेत्री नीलम देवी सहित दर्जनों जनप्रतिनिधि मननडीह ग्राम पहुंचकर परिजनों से मिला एवं ढांढस बंधाया।वहीं सांसद सुनील सिंह ने कहा कि एक साथ 7 बच्चियों की मौत की खबर के बाद मैं गहरा शोक प्रकट करता हूं।सांसद ने अंतिम यात्रा में शामिल हुवे।

इधर बताया गया कि लातेहार जिला के एक भी प्रशासन के अधिकारी नहीं होने पर नाराजगी जताई उन्होंने घटनास्थल से ही उपायुक्त से दूरभाष पर संपर्क कर किसी भी पदाधिकारी का नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त किया। पूर्व विधायक प्रकाश राम ने कहा की मैं जिला प्रशासन से मृतक के परिजनों को हरसंभव मदद कराने का अनुरोध किया हूं ।वही नीलम देवी ने कहा कि रेलवे द्वारा गड्ढा किए जाने पर जांच करते हुए कार्रवाई की मांग की है।इधर भाजपा मंडल अध्यक्ष लक्ष्मण कुशवाहा ने मंडल कमेटी के तरफ से मृतक के परिजनों को ₹40000 देकर सहयोग किया इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष हरे कृष्णा सिंह, भोक्ता समाज के केंद्रीय उपाध्यक्ष रामदेव भोगता, नारायण भोक्ता, महेंद्र गंझू , प्रदीप गंझु , राजेंद्र गंझु, सुरेश गंझु,भाजपा एससी मोर्चा जिला उपाध्यक्ष अमित कुमार,उदय गंझु, अखिलेश गंझु,भाजपा जिला मंत्री सूरज शाह,रामकुमार गुप्ता,देवनंदन प्रसाद समेत कई लोग मौजूद थे।

मृतकों के नाम

  1. रेखा कुमारी, 18 वर्ष
  2. लक्ष्मी कुमारी, 8 वर्ष
  3. रीना कुमारी, 11 वर्ष (तीनों के पिता अकलू गंझू हैं)
  4. मीना कुमारी, 8 वर्ष, पिता लालदेव गंझू
  5. पिंकी कुमारी, 15 वर्ष, पिता जगन गंझू
  6. सुषमा कुमारी, 7 वर्ष, पिता चरण गंझू
  7. सुनीता कुमारी, 17 वर्ष, पिता स्वर्गीय बिफा गंझू

पल भर में खुशियां गम में बदली

जिन बहनों ने अपने भाइयों की लंबी उम्र के लिए करम पूजा की थी, करम के दूसरे दिन एक साथ सात की मौत से परिजनों के ऊपर दुख का पहाड़ टूट गया है। वहीं पूरे गांव में मातम छा गया है। ज्ञात हो कि रेखा, लक्ष्मी एवं रीना का एक भाई था। अब अकलू गंझू के घर मे मात्र एक भाई ही बचा है। वहीं सुनीता कुमारी ने अपने दो भाइयों के लिए व्रत रखा था। जबकि बसंती कुमारी अपने चार भाइयों की इकलौती बहन थी। वहीं सुषमा के दो भाई, जबकि पिंकी के दो भाई हैं। कल तक करम पूजा के बाद जहां जमकर नृत्य हो रहा था, वहीं करम पूजा के पारण के बाद इतनी बड़ी घटना हो जाने से लोग हतप्रभ थे।

रेलवे संवेदक की लापरवाही से घटना हुई

शेरेगढ़ा पंचायत के मनन टोला में ग्रामीणों ने बताया कि मांडरगढ़ा में रेलवे संवेदक की ओर से गलत ढंग से खोदे गए गड्ढे के कारण यह घटना घटी। उन्होंने कहा कि टोरी-शिवपुर रेल लाइन में काम कर रहे संवेदक ने इसके किनारे पर मिट्टी डालने के लिए बेहद बेतरतीब तरीके से मिट्टी का कटाव किया, उसी के चलते यह हादसा हुआ। इस दौरान तालाब बनाने के लिए कहीं तीन फीट, तो कहीं 5 फीट तो कुछ ही दूरी पर 20 फीट गड्ढा कर दिया गया। बताया गया है कि गड्ढा खोदने के बाद रेलवे संदेवक को इसे भरा भी जाना था, लेकिन तीन साल पहले खोदे गए इस गड्ढे को भरा नहीं गया। बारिश का पानी उसमें जमने से यह तालाब बन गया। प्रशासन ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया।

उपायुक्त ने दिया जांच का निर्देश

वहीं, बच्चियों की मौत के मामले में ग्रामीणों की नाराजगी और लगाए गए आरोपों पर लातेहार उपायुक्त ने जांच की बात कही है। उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच टीम गठित कर दी गई है। अगर रेलवे की ओर से गलत ढंग से गड्डा खोदा गया है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी। उपायुक्त ने इस मामले में उपविकास आयुक्त के नेतृत्व में 4 सदस्यीय पदाधिकारियों की टीम को बालूमाथ जाकर घटना की जांच कर तुरंत रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया। उपविकास आयुक्त सुरेंद्र कुमार वर्मा के नेतृत्व में एसडीओ लातेहार शेखर कुमार, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी रेणु रवि, जिला खनन पदाधिकारी आनंद कुमार की 4 सदस्यीय टीम ने बालूमाथ में कैंप कर घटना की जांच की। बताया गया कि जल्द ही उपायुक्त को जांच रिपोर्ट सौंप दिया जाएगा।

प्रशासन ने चार-चार लाख मुआवजे का दिया भरोसा

घटना से नाराज ग्रामीणों ने ग्रामीणों ने पीड़ित परिवारों के लिए 20-20 लाख मुआवजा और नौकरी की मांग को लेकर बालूमाथ थाना के पास चतरा-राँची मुख्य मार्ग को जाम कर दिया था। साथ ही रेलवे का काम कर रहे संवेदक पर भी मामला दर्ज करने की मांग की है। इस बीच प्रशासन की ओर से मृतक बच्चियों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा देने का भरोसा दिलाया गया।

तीन सदस्यीय मेडिकल टीम ने किया पोस्टमार्टम

एक साथ 7 बच्चियों की मौत के बाद उपायुक्त के निर्देश पर तीन सदस्यीय डॉक्टरों की विशेष टीम ने देर रात उनका पोस्टमार्टम किया। बाद में बच्चियों का शव परिजनों को सौंप दिया गया। जिसके बाद एंबुलेंस से ही इसे गांव पहुंचाया गया।