Jharkhand:राँची के मोरहाबादी मैदान में आंदोलन कर रहे सहायक पुलिस कर्मी के ऊपर लाठीचार्ज,आंसूगैस छोड़े गए,कई घायल है।

राँची।राँची के मोराबादी मैदान में स्थायीकरण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे सहायक पुलिस कर्मियों का सब्र शुक्रवार को टूट गया।मैदान के बाहर की जा रही बैरिकेडिंग से नाराज होकर पुलिस और सहायक पुलिस कर्मियों के बीच भिड़ंत हो गई। इस दौरान कई बैरिकेडिंग को उखाड़ दिया गया।

हालात अनियंत्रित होते देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। आंसू गैस के गोले छोड़े गए। दोनों तरफ से पत्थरबाजी भी शुरू हो गई। इसमें दोनों ओर से पुलिस कर्मी घायल हुए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक इनमें दो दर्जन से अधिक सहायक पुलिस कर्मी शामिल हैं। इसके अलावा पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई हैं।राँची जिला प्रशासन और वरीय पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र झा खुद मौके पर पहुंच गए हैं।

बता दें कि सहायक पुलिस कर्मी अपनी मांग को लेकर मुख्यमंत्री आवास जा रहे थे। तभी मोराबादी मैदान से जैसे ही निकले पुलिस वालों ने लाठीचार्ज कर दिया। गौरतलब है कि स्थायीकरण की मांग को लेकर पिछले 1 सप्ताह से सहायक पुलिस कर्मी आंदोलनरत है। आंसू गैस के गोले चलें दोनों तरफ से पत्थरबाजी हुई इस घटना में दो दर्जन से अधिक सहायक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। घायलों को एंबुलेंस और अन्य पुलिस के वाहन से रिम्स ले जाया जा रहा है।

मोरहाबादी में आंदोलनरत पर सहायक पुलिस कर्मियों पर हुए लाठीचार्ज के बाद सहायक पुलिसकर्मियों में काफी आक्रोश में हैं। इस घटना के बाद सहायक पुलिस कर्मियों में से अधिकतर ने कहा वर्दी को जलाकर राख कर देंगे जंगल से आए थे जंगल में वापस चले जाएंगे। उन्होंने कहा कि लाठी चलाने का प्रशिक्षण हमने भी लिया है लाठी चलाना हम भी जानते थे लेकिन हमने अनुशासन नहीं तोड़ा।

सहायक पुलिसकर्मियों ने कहा कि महिला सहायक पुलिस कर्मियों पर लाठियां चली यह कहां का न्याय है। यही नहीं उन्होंने कहा कि एक भी महिला सहायक पुलिस कर्मी पर महिला सिपाही ने लाठी नहीं चलाया पुलिस पुरुष पुलिसकर्मियों ने लाठी मारा। इधर पुलिस के जवानों पर सहायक पुलिस के इस आरोप पर कहना है कि हमने केवल बैरिकेडिंग करने का आग्रह किया था। जिसपर आंदोलनकारियों ने कहा, जिला प्रशासन हमें पहले दिन से गुमराह कर रहा है। बार-बार वार्ता की जा रही है। लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।