Jharkhand:राँची के तमाड़ थाना क्षेत्र के मनकीडीह गांव से तस्करी के लिए छुपाकर रखे वज्रकीट के साथ 4 गिरफ्तार,वज्रकीट को फॉरेस्ट विभाग को सौंप दिया।

राँची।राँची एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा के निर्देश पर बुंडू एसडीपीओ अजय कुमार के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने कार्रवाई करते हुए तमाड़ थाना क्षेत्र मनकीडीह से वज्रकीट बरामद किया।बताया जा रहा है वज्रकीट को तस्करों के द्वारा तस्करी करने के लिए छिपा कर रखा गया था।

इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 4 लोगों को गिरफ्तार किया।गिरफ्तार लोगों के खिलाफ वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया।और वज्र किट को फॉरेस्ट विभाग को सौंप दिया।गिरफ्तार लोगों में मानकी मुंडा,लुकश मुंडा,गुरुवा मुंडा और मार्कस है।बताया जा रहा है व्रजकीट (Pangolin)विलुप्त के कगार पर है।तस्कर सब इसे लाखों के दामों में बेचते थे।वज्रकीट की उम्र बताया जा रहा है 300 साल से ज्यादा है।

पूर्वी एशिआई देशों में है पैंगोलिन की मांग

बताते हैं कि चीन और वियतनाम में दवाएं बनाने और मांस के लिए इनकी बहुत मांग है। पैंगोलिन की त्वचा का ऊपरी शल्क केरेटिन से बनी होती है। चीन में चिकित्सकों का मानना है कि बहुत सी बीमारियों के इलाज में इसकी मदद ली जा सकती है। साथ ही पैंगोलिन ज़मीन खोदते हैं तो शरीर में होने वाले ब्लॉकेज को खोलने में इनकी मदद ली जा सकती है।

शल्क वाला अकेला स्तनधारी जीव है पैंगोलिन

जुलोजी के जानकार का मानना है कि वज्रशल्क या पैंगोलिन फोलिडोटा गण का एक स्तनधारी प्राणी है। इसके शरीर पर केराटिन के बने शल्क (स्केल) नुमा संरचना होती है, जिससे यह अन्य प्राणियों से अपनी रक्षा करता है। पैंगोलिन ऐसे शल्कों वाला अकेला ज्ञात स्तनधारी है। यह अफ्रीका और एशिया में प्राकृतिक रूप से पाया जाता है।

पर्यावरण का रक्षक है पैंगोलिन

जानकार बताते हैं कि पैंगोलिन चींटिया खाते हैं। एक अनुमान के अनुसार एक पैंगोलिन साल में करीब सात करोड़ चींटियां खा लेता है। वो चींटियां जो फसलों के लिए नुक़सानदेह हो सकती हैं। साथ ही बड़े पशुओं के लिए भी बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकती हैं। ऐसे पैंगोलिन को बचाना पर्यावरण एवं जैव विविधता के लिए भी जरूरी है। परंतु वन विभाग इसकी रक्षा को ले गंभीर नहीं दिख रहा है।

इस अभियान में डीसी एसएसबी बैभव परिहार,असिस्टेंस फॉरेस्ट ऑफिसर अर्जुन बड़ाईक, तमाड़ थाना प्रभारी चंद्रशेखर आजाद एवं अन्य जवान शामिल थे।

इसके अलावा बुंडू एसडीपीओ के नेतृत्व में नक्सल अभियान में तमाड़ थाना क्षेत्र के मनिकडीह ,केरेंगो के करीब 9000 फीट ऊंची पहाड़ी पर चढ़कर अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र में पहुंचकर सर्च अभियान चलाया।गौरतलब है कि इस नक्सल प्रभावित इलाकों में पिछले पांच वर्ष से पुलिस नहीं पहुंची थी।अभियान केे दौरान एसडीपीओ @अजय कुमार पानी पीते हुुुये..