Jharkhand:विधानसभा दुमका-बेरमो उपचुनाव प्रचार का शोर थमा,3 नवम्बर को दोनों सीटों पर होगा मतदान।

राँची।झारखण्ड के दुमका और बेरमो उपचुनाव प्रचार का काम रविवार शाम समाप्त हो गया। अब रैलियां, भाषण या प्रेस वार्ता नहीं होगी। लाउडस्पीकर से चुनाव प्रचार नहीं होगा। अब शब्दों के बाण नहीं चलेंगे।साेमवार शाम तक प्रत्याशी डोर टू डोर कैंपेन कर सकेंगे। तीन नवंबर को सुबह सात बजे से दोनों विधानसभा क्षेत्रों में वोट डाले जाएंगे।

दोनों विधानसभा क्षेत्रों में आमने-सामने की टक्कर है।

बेरमो में कांग्रेस प्रत्याशी कुमार जयमंगल सिंह और भाजपा प्रत्याशी योगेश्वर महतो बाटुल में टक्कर है तो दुमका में पूर्व मंत्री और भाजपा प्रत्याशी लुईस मरांडी तथा झामुमो प्रत्याशी बसंत सोरेन के बीच सीधा संघर्ष है।

जीत के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष ने झोंकी ताकत

इस दोनों विधानसभा उपचुनाव की जीत-हार का असर सरकार पर नहीं पड़ेगा,इसके बावजूद सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों में से कोई भी इस सीट को हाथ से नहीं जाने देना चाहता। झामुमो और कांग्रेस दुमका और बेरमो सीट जीत कर अपनी धाक बनाए रखना चाहता है तो भाजपा इन दोनों खोई सीटों पर एक बार फिर अपना प्रभाव बढ़ाना चाहता है। दोनों सीटों पर जीत के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष ने अपनी-अपनी ताकत झोंक दी है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत झामुमो के सभी बड़े नेता दुमका में कैंप किए हुए हैं तो कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अपनी पूरी टीम के साथ बेरमो में जमे हैं। भाजपा ने भी अपनी पूरी फौज दुमका और बेरमो में उतार दी है। पूर्व मुख्यमंत्रियों में शामिल बाबूलाल मरांडी, रघुवर दास और अर्जुन मुंडा के अलावा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश समेत सभी पार्टी विधायक और अगल-बगल के जिले के नेता लगातार इन दोनों विधानसभा क्षेत्रों में सक्रिय रहे।