#देवघर:सावन मास की चौथी सोमवारी,कहा जाता है की जगत कल्याण के लिए श्रावणी मास में समुद्र मंथन किया गया था और हर सोमवारी को एक बिशेष चीजें प्राप्त हुई थी…

#सोमवार 27 जुलाई 2020

देवघर।कहा जाता है की शिव के शीर्ष पर चन्द्रमा और गंगा है ऐसे में जो मस्तक पर बिराजमान हो वो ख़ास होते है सोम चन्द्रमा को कहते है और ऐसे में सोमवारी बिशेष होता है जल और बेल पत्र से बाबा भोले को जलार्पण करने से सभी मनोकामना की पूर्ति होती है।आज श्रावण की चौथी सोमवारी है कहा गया है की जगत कल्याण के लिए श्रावणी मास में समुद्र मंथन किया गया था और हर सोमवारी को एक बिशेष चीजें प्राप्त हुई थी पहली सोमवारी को अचस्सरवा घोडा समुद्र से दूसरी सोमवारी एरावत प्राप्त हुआ था तीसरी सोमवारी को कोस्तुव मणि की प्राप्ति हुई थी।और चोथे सोमवारी को लक्ष्मी की प्राप्ति हुई थी ऐसे में आज का दिन धन अर्जित करने वाला होता है ऐसे में आज गंगा जल और बेल पत्र से शिव की आराधना और पूजन किया जाए तो धन की प्राप्ति होती है आज बाबा मंदिर का पट 4:15 पर खोला गया इसके बाद सरकारी पूजा पूरे विधि विधान के साथ संपन्न हुई।

जिला प्रशासन की ओर से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सरकारी पूजा 5:15 तक संपन्न करा दी गई देवघर डीसी कमलेश्वर प्रसाद सिंह देवघर एसडीओ विशाल सागर एसडीपीओ विकास चंद्र श्रीवास्तव मौके पर डटे रहे बाहरी यात्रियों और स्थानीय लोगों के प्रवेश पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध था।पुजारियों को भी वीआईपी मार्ग से होकर सामाजिक दूरी का पालन करवाते हुए पूजा अर्चना करने दी गई सुबह 7:00 बजे मंदिर का मुख्य गेट बंद कर दिया गया देवघर डीसी कमलेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा कि मंदिर को पूर्ण रूप से सुरक्षित रखा गया है।और सामाजिक दूरी का पालन करते हुए सिर्फ यहां के पुजारियों को ही पूजा अर्चना करने के लिए सुबह 2 घंटे का समय दिया जाता है इसके अलावा बाबा मंदिर के गर्भगृह से लाइव प्रसारण कर भक्तों को ऑनलाइन दर्शन कराए जा रहे हैं।

वैश्विक महामारी चीनी कोरोना वायरस के चलते इस बार विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला नहीं हो पाया है।जिसके चलते लाखों लोगों को रोजगार छीन गया है।सावन मास और भादो मास में लाखों श्रद्धालु बाबाधाम और बासुकिनाथ धाम पहुंचते हैं लेकिन इस बार सड़के और शहर ,बाबा मंदिर प्रांगण सब सुना सुना है। फाइल फोटो

बिहार के सुलतांगज स्थित उत्तरावाहिनी गंगा से जल लेकर लाखों श्रद्धालु देवघर पहुंचते हैं।लेकिन इस बार सुल्तानगंज से लेकर देवघर तक सड़के वीरान है।जिस सड़क किनारे लाखों दुकाने लगती थी इसबार वीरान है।रास्ते मे प्रसिद्ध स्थान जिलेविया मोड़ के एक दुकानदार ने बताया कि इस बार इस इलाके में भुखमरी की समस्या होने वाली है।क्योंकि इस इलाके के लोग वर्षों से साल में दो महीने में जो कमाई होती थी उससे कम से कम 6 से 7 महीने का गुजारा चल जाता था लेकिन इस महामारी ने इस बार सभी छोटे बड़े व्यवसाइयों का कमर तोड़ दिया है।अब तो एक ही सहारा है बाबा भोलेनाथ किसी तरह इस कोरोना को जल्द से जल्द खत्म करें।