Jharkhand:वन विभाग के अधिकारियों एवं पुलिस की मौजूदगी में तेंदुए की तड़प-तड़पकर मौत,भीड़ तमाशा देखते रह गया,शिकारी द्वारा लगाए गए जाल में फंस गया था तेंदुआ..

गिरिडीह।गावां के रजपुरा गांव स्थित जंगल में शिकारियों द्वारा सुअर पकड़ने के लिए लगाए गए जाल में फंसकर एक तेंदुए की मौत हो गई। वन विभाग के अधिकारियों एवं पुलिस की मौजूदगी में तेंदुए की तड़प-तड़पकर मौत हो गई। वन विभाग के अधिकारी उसे जाल से सुरक्षित निकालने की पेशेवर कोशिश नहीं की। तेंदुए की मौत से विन विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।

जाल से निकलने की कोशिश करता तेंदुआ

गावां थाना क्षेत्र के रजपुरा भीमतरी जंगल में शनिवार की रात एक तेंदुआ पानी पीने नाले में उतरा था। इस दौरान पहले से वहां शिकारियों द्वारा बिछाए गए जाल में फंस गया। रविवार की सुबह जब गांव के लोग नाले की ओर गए तो तेंदुआ की चीख सुनाई पड़ी। लोगों ने तुरंत इसकी जानकारी वन प्रक्षेत्र अधिकारी अनिल कुमार एवं गावां थाना पुलिस को दी। सूचना मिलने के बाद भी काफी देर से वन विभाग की टीम वहां पहुंची। टीम के लोग तेंदुए को सुरक्षित निकालने की कोशिश नहीं की। पुलिस एवं टीम के अधिकारी दूर से ही तेंदुए को देखते रहे। वन प्रक्षेत्र अधिकारी यह कहते रहे कि हजारीबाग से जाल मंगाया जा रहा है। उसमें डालकर तेंदुए को सुरक्षित निकाला जाएगा। इस बीच सुबह करीब ग्यारह बजे तेंदुए ने वहां दम तोड़ दिया।

गिरिडीह जिले के गांवा थाना क्षेत्र के रजपुरा भीमतरी जंगल में शिकारियों ने शनिवार की रात सुअर को पकड़ने के लिए कंटीले तार का जाल लगाया था। इस जाल में शनिवार की रात जंगल से आया एक तेंदुआ फंस गया। सुबह शिकारियों ने देखा तो भाग निकले। दरअसल तेंदुआ खतरनाक होता है और शिकारी शुअर की तरह शिकार भी नहीं कर सकते हैं। तेंदुआ फंसने की सूचना मिलते ही भीड़ लग गई। इसके बाद वन विभाग को सूचना दी गई। तेंदुआ जाल में घंटों तड़पता रहा। देर से वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी पहुंचे। कंटीले तारों के जाल में फंसे तेंदुए को निकालने में काफी मुश्किलें आ रही थी। अंततः तेंदुए ने तड़पकर दम तोड़ दिया।

सूचना मिलने के बाद वनविभाग की टीम मौके पर पहुंची और मामले जानकारी ली। इसी बीच वनकर्मियों ने तेंदुए को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने का प्रयास किया। लेकिन वन विभाग के पास संसाधन की कमी होने के कारण तेंदुए की तड़प तड़प कर मौत हो गई।ये गांवा थाना क्षेत्र के राजपुरा गांव  की घटना।वहीं तेंदुआ को पकड़ने के लिए हजारीबाग से पिंजड़ा मंगवाया गया था। वनविभाग की योजना थी कि इस पिंजरे में कैद करके तेंदुआ को किसी सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया जाएगा। लेकिन, इससे पहले ही तेंदुआ की मौत हो गई।तेंदुए की मौत पर फिलहाल वन अधिकारी कुछ नहीं बोल रहे है।आगे की कारवाई जारी है।

वहीं इधर कुछ लोगों का कहना था कि ग्रामीणों द्वारा खेत में सिंचाई के लिए बगल के सोत से पानी ले जाने के लिए पंपसेट पाइप लगाया गया है उसी पंपसेट के स्लेटर तार में अहले सुबह तेंदुआ फंस गया। इसकी सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग को दी।सूचना मिलने के बाद वनविभाग की टीम मौके पर पहुंची और मामले जानकारी ली। इसी बीच वनकर्मियों ने तेंदुए को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने का प्रयास किया। लेकिन वन विभाग के पास संसाधन की कमी होने के कारण तेंदुए की तड़प तड़प कर मौत हो गई।