लाश ढाई किलोमीटर दूर जंगल कैसे पहुँच गया ? परिजनों ने कहा युवक ने घर के पास पेड़ में फाँसी लगाकर आत्महत्या किया,पुलिस इस सनसनीखेज वारदात की छानबीन में जुटी

गिरिडीह।झारखण्ड के गिरिडीह जिले के देवरी इलाके में सनसनीखेज मामला सामने आया है।बताया जाता है कि भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के नाढ़ा गांव निवासी मोती यादव के 30 वर्षीय युवक तिलकधारी यादव की लाश बिहार के जुमई जिले के चकाई थाना क्षेत्र के भीतिया जंगल से बरामद की गई है। शव को पलाश के पेड़ के नीचे पत्तों से छिपाकर रखा गया था। घटना की जानकारी मिलने के बाद भेलवाघाटी थाना पुलिस मौके पर पहुंची।शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह भेज दिया। इधर पिता का दावा है कि बेटे ने घर के पास कटहल के पेड़ में फांसी लगाकर आत्महत्या की। सुबह शौच के लिए जंगल जा रही महिलाओं ने इसकी जानकारी दी। परिवार यह नहीं बता रहा है “अगर युवक ने आत्महत्या घर के पास की तो फिर शव ढ़ाई किलो मीटर दूर बिहार की सीमा में स्थित जंगल में कैसे पहुंचा।”

बताया जा रहा है कि साक्ष्य छिपाने की नीयत से तिलकधारी का शव भीतिया जंगल में फेंका गया था। तिलकधारी यादव के पिता मोती यादव का कहना है कि बेटे ने गांव में कटहल के पेड़ में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुबह उसका शव पेड़ में रस्सी के सहारे झूल रहा था। ऐसे में शव जंगल कैसे पहुंचा। इस संबंध में वह जानकारी नहीं दे रहे। पुलिस को परिवार ने बताया है कि युवक पिछले तीन माह से तीसरी थाना क्षेत्र के बरेपात में अपनी पत्नी के पास रहकर मिठाई की दुकान में काम करता था। वह पिता के घर कब घर आया। किसी को पता नहीं है।

बताया जा रहा है किनगुरुवार की सुबह में जब महिलाए जंगल की ओर जा रही थी तो युवक का शव पेड़ में फंदे के सहारे झूलते हुए देखा। इसके बाद महिलाओं ने शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर आसपास के ग्रामीण एकत्र हुए। युवक की पहचान की गई। कटहल के पेड़ में फंदे में झूले युवक को किसने उतार? गांव से ढाई किलो मीटर किसने पहुंचाया? इस बारे में ग्रामीणों कुछ भी बताने से इंकार कर रहे हैं। घटना की सूचना पाकर भेलवाघाटी थाना के एसआइ एथनश केरकेट्टा,एएसआई बुद्धिनाथ मार्डी नाढा गांव पहुंचे। ग्रामीणों से घटना की जानकारी लेने का प्रयास किया लेकिन पुलिस को कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिल सकी।