खुद पिस्टल लहराया फिर फायरिंग और पत्थरबाजी की झूठी कहानी बताकर मामला दर्ज कराया,एसपी के निर्देश पर हुई जांच में पकड़ा गया,तीन गिरफ्तार

गिरिडीह।झारखण्ड के गिरिडीह जिले में मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बनखंजो रेलवे ब्रिज के पास फायरिंग और पत्थरबाजी की घटना ने पुलिस को परेशान कर दिया।लेकिन एसपी दीपक कुमार शर्मा के निर्देश पर फायरिंग के साथ पथराव के मामले में पुलिस ने गहनता से जांच शुरू की। एसपी दीपक शर्मा ने खुद ही मामले की मॉनिटरिंग की और उनके निर्देश पर एसडीपीओ अनिल सिंह तथा मुफ्फसिल थाना प्रभारी कमलेश पासवान ने महज 8 घंटे में मामले का खुलासा किया तो कहानी कुछ और ही निकली।मामला जमीन विवाद में विपक्षियों को फंसाने की साजिश का निकला। इतना ही नहीं पुलिस ने साजिश में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही उनकी निशानदेही पर घर में छुपाकर रखे गये साजिश में प्रयुक्त एक पिस्टल, दो जिंदा राउंड मैगजीन और एक खोखा भी बरामद किया गया।

बता दें कि सिहोडीह निवासी राहुल यादव द्वारा मुफस्सिल पुलिस से शिकायत की।उन्होंने अपनी शिकायत में कहा कि उनके उपर फायरिंग और पत्थरबाजी की गयी है।राहुल ने पुलिस को बताया था कि 03-04 सितंबर की रात लगभग एक बजे वह अपने भाई प्रकाश यादव और दोस्त के साथ सिहोडीह से पचंबा जा रहे थे।इसी दौरान बनखंजो रेलवे ब्रिज के पास पूर्व में घटित जमीन विवाद को लेकर उन लोगों के उपर गोलीबारी और पत्थरबाजी की गयी. घटना में उनके दोस्त करण के दाहिने हाथ के छोटी अंगुली में चोट लगा है, जिसका इलाज सदर अस्पताल में कराया गया।राहुल ने छोटी यादव, मणी यादव, सुबोध यादव, संजय यादव, शिबू यादव और सोनू यादव पर फायरिंग और पत्थरबाजी करने का आरोप लगाया।मुफस्सिल थाना प्रभारी कमलेश पासवान ने इसकी जानकारी एसपी के साथ एसडीपीओ को दी।

एसपी दीपक कुमार शर्मा ने तुरंत ही घटना का जल्द से जल्द उद्भेदन करने और आरोपियों की धर पकड़ का आदेश दिया।एसपी के निर्देश पर मुफस्सिल पुलिस रेस हुई और प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया। एसपी भी लगातार दिशा निर्देश देते रहे। इस बीच पुलिस वादी के साथ घटनास्थल पर गयी और वहां से खोखा बरामद किया।

अनुसंधान के क्रम में पुलिस को पता चला कि 03 सितंबर की रात सिहोडीह हरिजन टोला में मनसा पूजा मनाया जा रहा था. इस दौरान राहुल यादव, करण दास उर्फ चांद अपने अन्य साथियों के साथ नाच-गान करने के क्रम में हथियार लहरा रहा था।इसके बाद पुलिस ने राहुल, करण और प्रकाश से कड़ाई से पूछताछ की तो पूरे मामले से पर्दा उठ गया। तीनों ने पुलिसिया पूछताछ में यह स्वीकार कर लिया कि उन लोगों ने साजिश रची थी।बीती रात की घटना झूठी है।इसके बाद राहुल की निशादेही पर पुलिस ने उसके घर से छुपाकर रखा गया एक पिस्टल और दो जिंदा राउंड मैगजीन बरामद किया।

इधर एसपी दीपक शर्मा ने बताया कि साजिश रचने वालों में राहुल यादव पूर्व में भागीरथ यादव हत्याकांड में जेल जा चुका है। जेल से छुटने के बाद अपने विरोधियों को झूठा केस में फंसाने की नीयत से उसने बनखंजो के ओवरब्रिज के पास फायरिंग, पत्थरबाजी और जानलेवा हमला की झूठी कहानी बनायी।इस मामले में सिहोडीह निवासी राहुल यादव और प्रकाश यादव (दोनों के पिता प्रीतम यादव) और चांद कुमार दास ऊर्फ करण दास (पिता भूटन दास) को गिरफ्तार किया गया है।