पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी का आरोप, हेमंत व शिबू सोरेन के पास अकूत बेनामी संपत्ति,फंसने पर खेल रहे आदिवासी कार्ड,व्यवहार और कार्य से यह परिवार सामंती विचारधारा का…

राँची।झारखण्ड भाजपा विधायक दल के नेता एवम पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने पार्टी के प्रदेश कार्यालय के दीनदयाल उपाध्याय सभागार में प्रेस को सम्बोधित करते हुए शिबू सोरेन परिवार पर कड़ा हमला बोला।उन्होंने आज सोरेन परिवार की कथनी और करनी पर तीखा प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि सोरेन परिवार पर जब कभी भी संकट आता है तो ये लोग आदिवासी का विक्टिम कार्ड खेलते है।

अगर सम्पति की जांच हो तो अकूत सम्पति मिलेगी:

श्री बाबूलाल मरांडी जी ने कहा कि अभी हाल ही में लोकपाल के अदालत से शिबु सोरेन जांच मामले को कुछ दिनों के लिए स्टे किये जाने के बाद से लगातार न्यूज़ चैंनल,समाचार पत्रों एवम सोशल मीडिया शिबू सोरेन परिवार को मिली राहत जैसी भ्रामक खबर फैल रही है।उन्होंने कहा कि सोरेन परिवार ने अभी तक 33 सम्पति की इनकम टैक्स डिपार्टमेंट तथा चुनाव आयोग को दिए अपने हलफनामा में घोषणा की है। लेकिन जो कागजात और सबूत मेरे पास है उसके अनुसार 108 सम्पति इस परिवार के नाम से है। जो लगभग 250 करोड़ की है। इनकी सम्पति रांची से लेकर दुमका,दिल्ली और उत्तर प्रदेश तक मे फैली हुई है। अगर अच्छे तरह से जांच हुई तो और सम्पति की खुलासा हो सकता है। लेकिन ये लोग जांच कराने से भाग रहे है।कहा कि दिल्ली सुप्रीम कोर्ट के बड़े बड़े वकील को हायर करते है ताकि ये केस की जांच से बच सके।उन्होंने कहा कि अगर सोरेन परिवार इतना ईमानदार है तो फिर जांच कराने से बचना क्यों चाहता है। जांच होने दे और दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा।

झारखण्ड का कोई आदिवासी इतने महंगे वकील हायर नही कर सकता है

श्री मरांडी ने कहा कि ये आदिवासी का आवरण ओढ़ कर विक्टिम कार्ड खेलते है और बचने की कोशिश करते है। लेकिन सोरेन परिवार के पास इतनी अकूत सम्पति है कि उसके बल पर हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में बड़े बड़े वकील हायर करते है। जिनकी इतनी फीस है कि उतने बड़े वकील को कोई भी झारखण्ड के आदिवासी हायर नही कर सकता है। ये आदिवासी का कार्ड खेलते है लेकिन ब्यवहार से ये सामंतवादी विचारधारा के है।

सोरेन परिवार का नाम सम्पत्ति के मामले में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होनी चाहिए

श्री बाबूलाल मरांडी ने शिबु सोरेन की सम्पति की दस्तावेज दिखाते हुए कहा कि शिबु सोरेन तथा हेमन्त सोरेन के परिवार आज जितनी सम्पति का साम्राज्य 10 से 12 सालों में इक्कठा की है उसके अनुसार इस परिवार का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि शिबु सोरेन ने इनकम टैक्स और चुनाव आयोग को सम्पति का जो ब्यौरा दिया है वो है मात्र दो करोड़ की जबकि सीबीआई के पास जो जानकारी है उसके अनुसार वह सम्पति लगभग 250 करोड़ की है। यह किसी भी आम नागरिक के लिए सम्भव नही है कि इतनी सम्पति इतने कम समय मे इक्कठा की जाए।

राज्य की जनता को जानने की जरूरत है कि उनका मुखिया किसके लिए काम कर रहा है:

एक सवाल के जबाब में श्री मरांडी ने कहा कि लोकतंत्र में यह जरूरी है कि राज्य की जनता को यह जानना चाहिए कि जिसको उनलोगों ने मुख्यमंत्री के पद पर बैठाया है वह किसके लिए काम कर रहे है।सवालिया लहजे में कहा कि क्या वे राज्य की जनता के लिए काम कर रहे है या सिर्फ और सिर्फ अपने परिवार के लिए काम कर रहे है। यहां के आदिवासी परिवार के पास दो कट्ठा जमीन नही है प्रधानमंन्त्री आवास बनाने के लिए। अगर वे गैर मजरुआ भूमि पर झोपड़ी बना कर रहे है उस पर भी यह सरकार बुलडोज़र चला कर ढाह दे रही है और उन्हें बेघर करके दर दर भटकने के लिए विवश कर रही है। इस सरकार में इतनी भी मानवता नही है कि वैसे गरीब परिवार को दो चार कट्ठा जमीन देकर उन्हें बसाएं।उन्होंने कहा कि सोरेन परिवार सिर्फ और सिर्फ राज्य को लूटने का काम किया है। इस राज्य की लूट कर अकूत सम्पति का साम्राज्य खड़ा किया है।आज की प्रेस वार्ता में प्रदेश के प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा तथा प्रदेश के मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक भी उपस्थित थे।