पंकज मिश्रा को रिम्स में फोन से बात कराने वाले दो लोगों को ईडी ने हिरासत में लिया…

राँची।पंकज मिश्रा को फोन से बात कराने वाले दो लोगों को प्रवर्तन निदेशालय ( ईडी) ने हिरासत में लिया है। ईडी ने उन दो लोगों को हिरासत में लिया है, जिनके जरिए फोन से पंकज बात करते थे।बताया जा रहा है की पंकज मिश्रा फोन के जरिए एक दर्जन से अधिक आईएएस और आईपीएस अधिकारियों से बात होने की जानकारी मिली है। गौरतलब है कि ईडी ने पंकज मिश्रा को ईडी ने बीते 19 जुलाई को गिरफ्तार किया था।जिसके बाद से पंकज मिश्रा रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती है। उनका क्रिटिकल केयर के साथ सर्जरी और मेडिसिन विभाग के डॉक्टर इलाज कर रहे है।हालांकि ईडी की ओर से पुष्टि नहीं हुई है।

झारखण्ड में हुआ 1000 करोड़ से अधिक का अवैध खनन:

ईडी ने अपनी चार्जशीट में खुलासा किया है कि झारखण्ड में 1000 करोड़ रुपये से अधिक का अवैध खनन हुआ है। ईडी ने कहा की मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक मामले में गिरफ्तार पंकज मिश्रा को ‘राजनीतिक संरक्षण’ प्राप्त है, क्योंकि वह झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का राजनीतिक प्रतिनिधि है और उनके विधानसभा क्षेत्र में संचालित कथित अवैध खनन गतिविधियों को अपने सहयोगियों के जरिये ‘नियंत्रित’ करता है. गौरतलब है कि बीते 16 सितंबर को ईडी ने राँची की विशेष पीएमएलए अदालत में मिश्रा और उसके दो सहयोगियों-बच्चू यादव और प्रेम प्रकाश के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया था.

42 करोड़ की संपत्ति की पहचान:

ईडी के मुताबिक पंकज मिश्रा द्वारा अवैध गतिविधियों से ‘अर्जित’ लगभग 42 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति की पहचान की गई है. ईडी द्वारा गिरफ्तार पंकज मिश्रा, बच्चू यादव और प्रेम प्रकाश फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं. जांच एजेंसी ने कहा कि उसने राज्य में अब तक अवैध खनन से अर्जित लगभग एक हजार करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियों की ‘पहचान’ की है. ईडी के मुताबिक, धन शोधन से जुड़े इस मामले में 47 तलाशी अभियान चलाए गए, जिनमें 5.34 रुपये की नकदी, 13.32 करोड़ रुपये बैंक जमा राशि, 30 करोड़ रुपये मूल्य का पानी जहाज, पांच स्टोन क्रशर और दो ट्रक जब्त किये गए हैं. जांच एजेंसी के अनुसार, छापेमारी में दो एके-47 राइफल भी बरामद हुए हैं, जिन्हें बाद में झारखंड पुलिस ने अपना बताया था.