पुलिस गश्ती के साथ मारपीट मामला:पुलिस ने जिनपर मारपीट की प्राथमिकी दर्ज कराई,आरोपियों ने भी एसएसपी को दिया आवेदन,कहा नशे में उनके साथ पुलिस ने की मारपीट, मामले की हो निष्पक्ष जांच

राँची।राजधानी राँची के धुर्वा थाना की रात्रि गश्ती पुलिस पर 17 अक्टूबर की रात हमला हुआ था। इस संबंध में धुर्वा थाना के दारोगा नारायण सोरेन ने पांच के विरुद्ध नामजद 18 अक्टूबर को दर्ज कराई थी। अब आरोपियों द्वारा भी पुलिस के विरुद्ध एसएसपी को आवेदन दिया गया है और मामले की जांच निष्पक्षता से कराने की आग्रह किया गया है। आवेदन आरोपी रविंद्र कुमार राय ने दी है। आवेदन में आरोप लगाया गया है कि 17 अक्टूबर की रात उनका छोटा बेटा खाना खा घर के सामने टहल रहा था। इसी दौरान धुर्वा थाना की गश्ती गाड़ी वहां पहुंची। उसमें तैनात एक जवान ने उसे कहा कि क्या कर रहे हो। जब उसने कहा कि टहल रहे है तो पुलिस ने उसके साथ अभद्रता से बात की और उलझ पड़े।

घर वाले के साथ भी पुलिस ने की अभद्रता, लगाया आरोप

घर वाले हल्ला सुन जब बाहर निकले तो देखा राय के छोटे बेटे के साथ पुलिस वाले उलझे हुए है। यह देख उन लोगो ने विरोध किया तो उनके साथ भी पुलिस वालों ने बदसलूकी की। पुलिस की बदसलूकी को जब उनका बेटा मोबाइल में रिकार्ड करने लगा को उसके हाथ से मोबाइल छिन पुलिस वालों ने पटक तोड़ दिया। राय का आरोप है कि तीनों पुलिसकर्मी नशे में थे। इसके बाद पुलिस कर्मी उन्हें पिटाई करने लगे और थाने ले गए। फिर रात 2.45 बजे पुलिसकर्मियों ने सभी आरोपियों को बांड भरवाने के बाद छोड़ा। एसएसपी को दिए आवेदन में रविंद्र राय ने पूरे मामले की जांच निष्पक्षता से कराने का आग्रह किया है।

बाबूलाल ने लिखा पुलिस ही सुरक्षित नहीं तो आम जनता कितना सुरक्षित

इधर, मामले संज्ञान में आने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया में लिखा है कि जब झारखंड की पुलिस ही सुरक्षित नहीं है तो आम आदमी कितना सुरक्षित राज्य में। इस मामले में अभी तक धुर्वा पुलिस की ओर से प्राथमिकी दर्ज होने के बाद कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इधर एसएसपी को आवेदन देने के बाद धुर्वा थाना की पुलिस परेशानी में आ सकती है। क्योकि मामले में पुलिस ने अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है। पुलिस ने जितना गंभीर आरोप लगाया है उसके अनुसार पुलिस को इस मामले में तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए था। जो की अबतक नहीं होने से शंका खड़ा करता है।