चीफ इंजीनियर बीरेंद्र राम गिरफ्तार,पूछताछ में रोने लगा, बताये खेल में शामिल सहयोगियों के नाम,कैसे बनाया कुबेर का खजाना..…राज खुलेगा या……

राँची। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ग्रामीण विकास विभाग के मुख्य अभियंता बीरेंद्र राम को मंगलवार की देर रात गिरफ्तार कर लिया।आज गुरुवार (23 फरवरी )को उसे कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेने के लिए आवेदन दिया जायेगा। इडी द्वारा 21 फरवरी को इसके 24 ठिकानों पर छापामारी शुरू की जो 22 फरवरी को समाप्त हो गयी।राज्य भ्रष्टाचार के मामले में किसी इंजीनियर के खिलाफ की जानेवाली यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है।

21 फरवरी को छापामारी के दौरान मिले दस्तावेज के आधार पर बीरेंद्र राम से पूछताछ शुरू हुई।दो दिनों की छापामारी के दौरान इडी ने बीरेंद्र राम से गहन पूछताछ की। इस क्रम में वह कई बार रोने लगा।पूछताछ के दौरान उसने विभाग में जारी काली कमाई की परंपरा और इसमें शामिल लोगों के बारे में बताया। हालांकि एजेंसी सूत्रों ने इन बातों को फिलहाल सार्वजनिक करने से इनकार किया है।

वहीं बुधवार 22 फरवरी को पूछताछ के बाद इडी के अधिकारियों ने पीएमएलए की धारा 50 के तहत उसका बयान दर्ज किया। इसके बाद देर रात उसे गिरफ्तार कर लिया।उसकी गिरफ्तारी की सूचना उसके पारिवारिक सदस्यों को दे दी गयी है।आज उसे पीएमएलए के विशेष न्यायाधीश की अदालत में पेश किया जायेगा। साथ ही रिमांड पर लेने के लिए आवेदन दिया जायेगा।

बीरेंद्र राम के ठिकानों पर हुई छापामारी के दौरान 30 लाख रुपये और 1.50 करोड़ रुपये के जेवरात जब्त किये गये।इसके अलावा उसके 100 करोड़ रुपये से अधिक की चल- अचल संपत्ति का पता चला है।

इधर 21 फरवरी को छापामारी के दौरान रात में इडी के अधिकारियों ने बाहर से खाना मंगाया। अधिकारियों ने बारी-बारी से खाना खाने की योजना बनायी, ताकि जांच प्रभावित नहीं हो। इसके बाद अधिकारियों का एक दल बीरेंद्र राम के घर में मौजूद डाइनिंग टेबल पर खाना शुरू किया। लेकिन बीरेंद्र राम की पत्नी ने यह करते हुए अधिकारियों को खाना खाने से मना कर दिया कि उसका डाइनिंग टेबल गंदा हो जायेगा।

राज्य की जनता जानना अब चाह रही कैसे हर माह तनख्वाह पाने वाले ये इंजीनियर अरबो का मालिक बन गया ? इसका खुलासा तो जांच एजेंसी ही कर सकता है।इसलिए तो लोग कह रहे हैं झारखण्ड में सरकारी बाबुओं के पास ही कुबेर का खजाना है…..