हजारीबाग में पुलिस हिरासत में व्यवसायी की मौत मामले में एएसआई सहित दो पुलिसकर्मी पर केस दर्ज,दोनों सस्पेंड

हजारीबाग।झारखण्ड के हजारीबाग में सदर थाना पुलिस ने शनिवार को चोरी का सर्फ खरीदने के आरोप में कारोबारी सुनील गुप्ता को हिरासत में लिया था। लेकिन कुछ ही देर बाद उसकी मौत की खबर मिली, जिसके चलते शनिवार देर रात और रविवार सुबह सदर थाने में जमकर बवाल हुआ। सदर विधायक मनीष जायसवाल के नेतृत्व में परिजनों और स्थानीय लोगों ने शव को थाने के गेट पर रखकर प्रदर्शन किया।वहीं हंगामे के बीच सदर थाने में परिजनों के आवेदन पर एएसआइ नसीम सिद्दीकी सहित दो पुलिसकर्मियों पर हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई है। वहीं, ट्रांसपोर्टर के आवेदन पर मृतक सुनील गुप्ता व आशीष अग्रवाल उर्फ गोलू सहित अन्य पर चोरी की प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसके अलावा पुलिस ने मौत को लेकर एक यूडी केस भी दर्ज किया है।

विधायक प्रदर्शन के दौरान प्राथमिकी और आरोपी पुलिसकर्मियों को जेल भेजने की मांग पर अड़े थे। विधायक की मांग पर मेडिकल बोर्ड द्वारा कारोबारी के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। इसके बाद शाम में शव परिजनों को सौंप दिया गया। इस दौरान सदर थाना परिसर पुलिस छावनी में तब्दील रहा। एसडीपीओ बड़कागांव, विष्ण़गढ़, सीसीआर के अलावा सदर एसडीपीओ महेश प्रजापति की उपस्थिति में विधायक व परिजन के साथ पुलिस की वार्ता हुई। इस दौरान भारी संख्या में लोग थाने में जमे रहे।

दरअसल,घटना शनिवार शाम करीब छह से सात बजे के बीच की है। इलाज के दौरान कारोबारी की मौत रात करीब साढ़े नौ बजे आरोग्यम अस्पताल में हुई।परिजन का आरोप है कि पुलिस घर से कारोबारी को उठाकर ले गई थी। आधा घंटे बाद उसकी मौत होने की सूचना दी गई। हालांकि, पुलिस पदाधिकारियों ने इस तरह की घटना से इन्कार किया है। एसडीपीओ सदर के अनुसार, मामला छतीसगढ़ से अगवा ट्रक से जुड़ा है। सात जनवरी को छतीसगढ़ से राँची आने के क्रम में ट्रक को अगवा कर लिया गया। हजारीबाग में अगवा ट्रक का माल बेचे जाने की सूचना पर कंपनी और ट्रांसपोर्टर ने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद छापेमारी की गई।

पुलिस ने सुनील गुप्ता की निशानदेही पर कारोबारी आशीष अग्रवाल की दुकान से सर्फ बरामद किया था। इसी दौरान कारोबारी वहां से फरार हो गया। बाद में उसे छोटी ग्वालटोली में सड़क किनारे गिरा हुआ पाया गया। स्थानीय लोगों ने उसे अस्पताल पहुंचाया। वहां उसकी मौत हो गई थी। एसपी मनोज रतन चौथे ने कहा कि मामले में तीन प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं। आरोपी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।आगे की जांच और कार्रवाई जारी है।