BREAKING:कुख्यात पीएलएफआई उग्रवादी कृष्णा यादव उर्फ सुल्तान बालूमाथ थाना के हाजत से फरार,पुलिस ने रिमांड पर लिया था

लातेहार।झारखण्ड में पुलिस की लचर व्यवस्था पर सवाल इसलिए उठता है।कुछ माह पहले राँची एसएसपी सुरेन्द्र कुमार झा की स्पेशल टीम ने बड़ी मुश्किल से कुख्यात उग्रवादी को गिरफ्तार किया था।लेकिन लापरवाही ने हद कर दिया है।भाग गया या भगा दिया सवाल अब उठने लगा है ? जी हाँ,पीएलएफआई का एरिया कमांडर कृष्णा यादव उर्फ सुल्तान बालूमाथ थाने की हाजत से फरार हो गया है।यही कृष्णा यादव को राँची पुलिस ने कुछ माह पहले ही गिरफ्तार किया था।कृष्णा राँची जिले के चान्हो, खलारी, बुढ़मू और लातेहार के बालूमाथ,चंदवा में सक्रिय था।

बताया जा रहा है कि यादव को लातेहार की बालूमाथ पुलिस ने रिमांड पर लिया था।आज ही कृष्णा की रिमांड अवधि पूरी होने के बाद जेल भेजा जाना था।लेकिन सुबह तकरीबन 5 बजे शौच के बहाने हाजत से निकल कर हो फरार हो गया है।जिसके बाद पुलिस उसकी तलाश कर रही है।आगजनी,लेवी वसूली के दर्जनों मामले कृष्णा यादव पर दर्ज हैं।

बता दें कि 3 दिसंबर 2020 को आगजनी समेत 29 घटनाओं में शामिल PLFI जोनल कमांडर कृष्णा यादव उर्फ सुल्तान उर्फ तूफान को राँची पुलिस ने गिरफ्तार किया था।एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा को मिली गुप्त सूचना के आधार पर एसएसपी की स्पेशल टीम ने लोहरदगा जिले के सेन्हा थाना क्षेत्र में कार्रवाई करते हुए कृष्णा उर्फ सुल्तान को गिरफ्तार किया था। कृष्णा के पास से पुलिस ने एक देशी कार्बाइन, 13 जिंदा गोली समेत कई अन्य सामान बरामद किया था

बताया जा रहा है कि सबजोनल कमांडर कृष्णा यादव कई बड़े उग्रवादी कांडों में आरोपी है।हाल के दिनों में कृष्णा यादव ने चतरा जिले पिपरवार में बीते 18 अक्टूबर की रात वाहनों में आगजनी की घटना को अंजाम दिया था. इससे पहले कृष्णा यादव ने अपने दस्ते के साथ बीते 23 अगस्त को पिपरवार स्थित कांटाघर को बम से उड़ा दिया था।कृष्णा यादव राँची के कोयला क्षेत्र खलारी, बुढमू के साथ साथ चतरा के पिपरवार में सक्रिय था।कृष्णा यादव के गिरफ़्तारी से पीएलएफआई को बड़ा झटका लगा था।कुछ माह पहले राँची और लोहरदगा पुलिस की संयुक्त टीम के साथ टेक्निकल सेल की टीम ने छापेमारी कर लोहरदगा के सेंहा इलाके से कृष्णा यादव को गिरफ्तार किया था।

सबजोनल कमांडर कृष्णा यादव उर्फ सुल्तानजी 29 मामलों में वांटेड था। कृष्णा यादव ने चतरा जिले के पिपरवार में बीते 18 अक्टूबर 2020 की रात वाहनों में आगजनी की घटना को अंजाम दिया था. इससे पहले कृष्णा यादव ने अपने दस्ते के साथ बीते 23 अगस्त 2020 को पिपरवार स्थित कांटाघर को बम से उड़ा दिया था। इसके खिलाफ, राँची के चान्हो, बुढ़मू, चंदवा, पीपरवार, पतरातू, कुड़ू, खलारी, बालुमाथ सहित अलग-अलग थानों में कुल 29 मामले दर्ज हैं।