Breaking:बेटी के सामने माँ जमीन के अंदर समा गई,स्थानीय लोगों का जबरदस्त हंगामा,महिला का शव निकाला गया।

धनबाद।झारखण्ड के धनबाद जिले के झरिया में एक दिल दहला देने वाले घटना फिर सामने आई है।इस बार एक महिला जिंदा जमीन में समा गई।घटना सुबह 6 बजे की है।बताया जा रहा है कि झरिया की बस्ता कोल इंडस्ट्री आउटसोर्सिंग के पास के रहने वाली महिला का नाम कल्याणी देवी है। उसकी उम्र 30 साल सुबह में शौच के लिए गई थी और अचानक महिला जमीन के धंसने से जमीन में समा गई।वह इंडस्ट्रियल एरिया में रहती थी।महिला का पति दिलीप बाउरी है।हादसे के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है। घटना के बाद बचाव कार्य शुरू नहीं होने से स्थानीय लोग नाराज हुए और उन्होंने रोड जाम कर दिया। इसके बाद राहगीरों को झाड़ू-डंडा से पीटना भी शुरू कर दिया। मृतका की दो बेटियां भी हैं। एक आठ साल की कोमल और दूसरी छह साल की दुर्गा। पति दिहाड़ी मजदूर है।

डेंजर जोन एरिया है घटनास्थल

घटना स्थल पूरी तरह से फायर जोन में है। प्रबंधन ने बस्ती के पास खतरनाक क्षेत्र होने का दीवार लेखन भी किया है। यह बीसीसीएल के कुसुंडा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। इससे पहले भी कई बार जमींदोज होने की घटना घट चुकी है। इसके बाद भी एरिया खाली नहीं किया गया है।

झरिया में प्रशासन की लापरवाही से एक और महिला जमींदोज हो गई

शुक्रवार सुबह झरिया के गोरखपुरिया कोलियरी उत्खनन वाले क्षेत्र में 30 साल की कल्याणी देवी अपनी बेटी के सामने जमींदोज हो गई। अपने घर से 10 कदम की दूरी पर महिला बेटी के साथ शौच के लिए गई थी। तभी वह हादसे की शिकार हो गई। छह घंटे की मशक्कत के बाद प्रशासन और स्थानीय लोगों की मदद से जेसीबी मशीन से महिला का शव जमीन के अंदर से निकाला गया।

उधर, हादसे के बाद परिजन समेत आक्रोशितों ने
झरिया-धनबाद मुख्य मार्ग को 45 मिनट तक जाम कर दिया। प्रशासन के आश्वासन के बाद लोगों मुख्य मार्ग से हटे। लोगों की मांग है कि महिला को जिंदा या मुर्दा वहां से वापस निकालें। वहीं, भू-धसान के बाद से गैस का रिसाव शुरू हो गया है जो लगातार जारी है। इससे पहले भी यहां के पांच लोग जमींदोज हो चुके हैं जिनका आज तक कुछ पता नहीं चल पाया है।

बिलखती बेटी ने बताई आंखोंदेखी8 वर्षीय बेटी कोमल ने बताया कि वह मां के साथ सुबह शौच करने गई थी। तभी मां धीरे-धीरे जमीन के अंदर जाने लगी। वह चिल्लाने लगी। लोगों से बचाओ-बचाओ का गुहार लगाने लगी। बताया जा रहा है कि बच्ची की शोर सुनकर वहां एक युवक पहुंचा लेकिन तब तक महिला जमींदोज हो चुकी थी।

प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची
घटना के बाद जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच कर घटनास्थल का निरीक्षण कर रहे हैं। जिस गोफ (गड्ढे) में महिला समाई है, उसका दायरा लगातार बढ़ते जा रहा है। उससे गैस का रिसाव भी लगातार बढ़ता जा रहा है। यह जिला प्रशासन की परेशानी बढ़ा सकता है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों के पहुंचने से मामला भी गरमा रहा है।

BCCL कर्मी को तो हटाया लेकिन दो हजार मजदूर को हटाना भूल गए

यह इलाका खतरनाक है, इस बात की जानकारी जिला प्रशासन को भी है। कोयला उत्खनन के बाद बेकार पड़े इस इलाके में लगातार धसान हो रहा है। पांच साल में पांच से ज्यादा लोग यहां जमींदोज हो चुके हैं। प्रशासन ने BCCL के क्वार्टर में यहां रहने वाले सभी लोगों को हटा दिया है। लेकिन उसी क्वार्टर में रहने वाले दिहाड़ी मजदूरों के कहीं और रहने की व्यवस्था अभी तक प्रशासन की तरफ से नहीं की गई है। अभी भी दो हजार से ज्यादा मजदूर उस खतरनाक इलाके में रह रहे हैं।