प्रेमिका को गोवा से बुलाने के लिए प्रेमी ने किया था अपहरण;प्रेमिका के मौसेरे भाई के अपहरणकांड मामले में आरोपी प्रेमी गिरफ्तार

झारखण्ड न्यूज,राँची

पटना।अपहरण का आरोपी अपनी प्रेमिका के साथ बिहार के पटना से धराया।बताया जा रहा है कि जमशेदपुर के मानगो थाना क्षेत्र से 28 अप्रैल को राजवीर सिंह उर्फ राजा नामक युवक का अपहरण के मास्टरमाइंड राहुल रंजन को पुलिस ने शनिवार को बुद्धा कालोनी की रायजी गली से गिरफ्तार कर लिया।मानगो और बुद्धा कालोनी थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने उसकी प्रेमिका को भी पकड़ लिया।वहीं मानगो पुलिस दोनों को साथ लेकर जमशेदपुर लौट गई।इस सम्बंध में बुद्धा कॉलोनी थानेदार कैसर आलम ने बताया कि अपहरणकर्ता और उसकी महिला दोस्त को मानगो पुलिस के हवाले कर दिया गया है। राहुल पर अपहरण का आरोप है।

इधर पुलिस की मानें तो दोनों पटना के कैनाल रोड स्थित एक फ्लैट में छिपकर रह रहे थे। फ्लैट राहुल के दोस्त का था। इधर मानगो पुलिस राहुल की तलाश में लगातार दबिश दे रही थी। इसी बीच, सूचना मिली कि दोनों पटना में छिपे हैं। मानगो पुलिस शनिवार को पटना पहुंची। देर रात उक्त अपार्टमेंट के फ्लैट की पहचान हुई। फ्लैट रायजी गली में है। मानगो और बुद्धा कालोनी थाने की पुलिस फ्लैट में दबिश दी।आरोपी पुलिस को देख शोर मचाने लगा। हालांकि, किसी तरह उसे और उसकी प्रेमिका को पकड़कर थाने लाया गया। राहुल मूल रूप से मोकामा का रहने वाला है, लेकिन वह जमशेदपुर के मानगो थाना क्षेत्र में ही किराये का एक फ्लैट लेकर रहता था। उसकी प्रेमिका जमशेदपुर के गोलमुरी इलाके की निवासी है। वह अपहृत राजवीर सिंह के रिश्ते में मौसेरी बहन लगती है।

गोवा से प्रेमिका को बुलाने के लिए अपहरण

इधर पुलिस की मानें तो जमशेदपुर के मानगो में ही राहुल की दोस्ती राजवीर की मौसेरी बहन से हो गई। तब वह राजवीर को नहीं जानता था। बाद में प्रेमिका के जरिए राहुल की जान पहचान राजवीर से हो गई। कुछ दिनों बाद राजवीर को राहुल और उसकी मौसेरी बहन के बीच रिश्ते की जानकारी हुई। राजवीर का इसका विरोध करने गला। कुछ दिनों बाद ही घरवालों से राहुल की प्रेमिका को गोवा भेज दिया। राहुल इसके पीछे राजवीर को दोषी मानता था।इधर राहुल फिर योजना बनाकर राँची में काम के बहाने राजवीर को कार लेकर निकला। लेकिन, तमाड़ इलाके में राजवीर का अपहरण कर लिया गया। उसे मुंगेर लाया गया। फिर उससे परिजनों से राहुल की प्रेमिका को बुलाने की मांग की गई। जैसे ही उसकी प्रेमिका गोवा से मुंगेर पहुंची वैसे ही राहुल ने राजवीर को ट्रेन में बैठा दिया। राजवीर वहां से बोकारो पहुंचा। अपहरण में सहयोग करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, जबकि राहुल अपनी प्रेमिका के साथ पटना में छिपकर रहने लगा।