बिग ब्रेकिंग:महेंद्र सिंह धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट लिया, कहा- प्यार और सपोर्ट के लिए शुक्रिया,अब मुझे रिटायर समझें

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया है। उन्होंने शनिवार शाम इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया और उसके साथ लिखा- आप लोगों के प्यार और सपोर्ट के लिए शुक्रिया।

महेंद्र सिंह धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट से लिया संन्यास, IPL खेलते रहेंगे

धोनी ने इंस्टाग्राम पर एक चार मिनट लंबा वीडियो भी पोस्ट किया है, जिसमें उनके क्रिकेट जीवनकाल की झलक नज़र आ रही है और बैकग्राउंड में एक गाना बज रहा है जिसमें उनके क्रिकेट जीवनकाल की झलक नज़र आ रही है और बैकग्राउंड में एक गाना बज रहा है।अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में उन्होंने कहा कि मुझे अब रियाटर मान लिया जाए. उन्होंने सपोर्ट करने के लिए फैंस का शुक्रिया अदा किया

धोनी इकलौते ऐसे कप्‍तान हैं जिन्‍होने भारत को 50 ओवरों का विश्‍व कप, टी20 विश्‍व कप और चैंपियन्‍स ट्रॉफी अपनी कप्‍तानी में जिताई है. वो साल 2014 में ऑस्‍ट्रेलिया दौरे के दौरान पहले ही टेस्‍ट क्रिकेट से संन्‍यसा ले चुके थे।
महेंद्र सिंह धोनी को आखिरी बार विश्‍व कप 2019 के दौरान सेमीफाइनल में न्‍यूजीलैंड के खिलाफ बल्‍लेबाजी करते देखा गया था. इसके बाद से ही वो अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट से दूर हैं.

यूएई में होने वाले आईपीएल (IPL 2020) में वो चेन्‍नई सुपर किंग्‍स की कप्‍तानी करते हुए नजर आएंगे. वो बीते महीने ही 39 साल को हुए हैं. ऐसे में एक्‍सपर्ट पहले ही यह कयास लगा रहे थे कि धोनी का फिर से अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट में वापसी कर पाना अब बेहद मुश्किल है. धोनी ने 23 दिसंबर 2004 को बांग्‍लादेश के खिलाफ चटगांव वनडे से अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट में डेब्‍यू किया था।

MS Dhoni Records:

पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) की गिनती दुनिया के सबसे बेहतरीन कप्तानों और फिनिशरों में होती है। धोनी ने अपने कप्तानी में टीम इंडिया को कई यादगार पल दिए हैं। धोनी की ही कप्तानी में भारत ने 2011 में दूसरी बार वर्ल्ड कप का ख़िताब जीता। अब तक के अपने 16 साल के क्रिकेटिंग करियर के दौरान धोनी ने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए।

एमएस धोनी द्वारा बनाए गए टॉप 5 रिकॉर्ड

◆तीन आईसीसी ट्रॉफी जीतने का रिकॉर्ड

एमएस धोनी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं। धोनी ने टीम इंडिया के लिए तीन आईसीसी ट्रॉफी जीतकर करके क्रिकेट में भारत का गौरव बढ़ाया है। धोनी दुनिया के एकमात्र कप्तान हैं, जिन्होंने अपनी कप्तानी में आईसीसी की तीन अलग-अलग ट्रॉफी जीती है। धोनी की कप्तानी में भारत ने 2007 में टी20 वर्ल्ड कप जीता, फिर इसके बाद 2011 में उनकी कप्तानी में भारत ने दूसरी बार वर्ल्ड कप का खिताब जीता। इतना ही नहीं धोनी की कप्तानी में भारत ने 2013 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का ख़िताब भी जीता।

◆एमएस धोनी छक्के से विश्व कप खिताब जीताने वाले एकमात्र बल्लेबाज हैं

एमएस धोनी मैच फिनिश करने के लिए जाना जाता है, इसलिए उन्हें दुनिया का टॉप मैच फिनिशर कहा जाता है। धोनी ने वनडे क्रिकेट में 9 बार मैच को छक्के से फिनिश किया है। इसके अलावा धोनी ने छक्के के साथ विश्व कप जीतने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया है, जब उन्होंने 2011 में श्रीलंकाई गेंदबाज नुवान कुलशेखरा की गेंद पर छक्का जड़कर भारत को दूसरी बार वर्ल्ड कप जिताया था।

◆विकेटकीपर-बल्लेबाज के रूप में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर

अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के अपने शुरुआती दिनों में एमएस धोनी ने 31 अक्टूबर 2005 को जयपुर में एक यादगार पारी खेली थी। श्रीलंका के खिलाफ तीसरे वनडे के दौरान धोनी ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 183 रनों की यादगार पारी खेली थी। यह अब तक विकेटकीपर-बल्लेबाज के रूप में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर है। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया दिग्गज विकेटकीपर-बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट ने जिम्बाब्वे के खिलाफ 2004 में 172 रन बनाए थे।

◆पिछले 14 दशकों में ऑस्ट्रेलिया में ऑस्ट्रेलिया का व्हाइटवॉश

एमएस धोनी ने अपनी कप्तानी में 2016 में ऑस्ट्रेलिया की धरती पर इतिहास रचा था। भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल में एक अनोखा रिकॉर्ड बनाया। इस टी20 सीरीज में भारत ने ऑस्ट्रेलिया का व्हाइटवॉश किया था। इसके साथ ही धोनी पिछले 14 दशकों में ऑस्ट्रेलिया को उसी के धरती पर व्हाइटवॉश करने वाला एकमात्र कप्तान बन गया।

◆एमएस धोनी का वनडे में सबसे ज्यादा नॉट आउट का रिकॉर्ड

एमएस धोनी को दुनिया का बेस्ट फिनिशर माना जाता है। धोनी ने कई बार आखिर तक रहकर भारत को कुछ रोमांचक मैच जितवाए हैं। धोनी को धीमी गति से पारी को शुरुआत करने के लिए जाना जाता है, लेकिन धोनी परिस्थितियों के अनुसार गियर बदलने में माहिर हैं। एकदिवसीय क्रिकेट में उन्होंने सबसे ज्यादा नॉट आउट होने का रिकॉर्ड बनाया है। 348 एकदिवसीय मैचों की 296 पारियों में धोनी 84 मौकों पर नाबाद रहे हैं, जो कि वनडे क्रिकेट में किसी भी बल्लेबाज द्वारा सबसे अधिक नॉट आउट होने का रिकॉर्ड है।

पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ-साथ अनुभवी भारतीय बल्लेबाज सुरेश रैना ने भी इंटरनैशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। उत्तर प्रदेश के इस क्रिकेटर ने इंटरनैशनल क्रिकेट में खूब नाम कमाया है। साल 2005 में वनडे इंटरनैशनल क्रिकेट में डेब्यू करने वाले रैना मिडिल ऑर्डर में तेज-तर्रार बल्लेबाजी, कामचलाऊ स्पिन गेंदबाजी और अपनी जबर्दस्त फील्डिंग के चलते काफी चर्चा में रहे हैं। रैना ने भारत के लिए 18 टेस्ट, 226 वनडे और 78 टी-20 अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले खेले हैं। इस बीच उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 7000 से ज्यादा रन बनाए हैं।

सुरेश रैना ने टेस्ट क्रिकेट में 768 रन बनाए। इसमें एक शतक और 7 अर्धशतक शामिल रहे। वनडे इंटरनैशनल में रैना के नाम 5615 रन दर्ज हैं, जिसमें 5 शतक और 36 अर्धशतक शामिल हैं। रैना का वनडे में बेस्ट स्कोर नाबाद 116 रन रहा। 78 टी-20 में रैना ने कुल 1605 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक और पांच अर्धशतक शामिल हैं।