#74वां स्वतंत्रता दिवस:राज्यपाल ने कोरोना वॉरियर्स के जज्बे को सलाम किया, कहा- कोरोना से लड़ाई के लिए सरकार हर जरूरी कदम उठा रही

74वां स्वतंत्रता दिवस:राज्यपाल ने कोरोना वॉरियर्स के जज्बे को सलाम किया, कहा- कोरोना से लड़ाई के लिए सरकार हर जरूरी कदम उठा रही

राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने उपराजधानी दुमका में झंडोत्तोलन किया। राज्यपाल ने झारखण्ड और देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं और बधाई दी।

द्रौपदी मुर्मू ने उपराजधानी दुमका में किया झंडोत्तोलन, भगवान बिरसा मुंडा सहित तमाम शहीदों, वीर सपूतों को किया नमन।कहा- राज्य के विकास के लिए बहुत काम करने होंगे, जिससे हमारी गिनती विकसित राज्यों की कतार में पहले पायदान पर हो।

राँची/दुमका:74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शनिवार को राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने उपराजधानी दुमका में झंडोत्तोलन किया। इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि मैं देशवासियों एवं समस्त झारखंडवासियों को 74 वें स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देती हूं। साथ ही देश की एकता एवं अखंडता की रक्षा करने में शहीद हुए सैनिकों के प्रति भी श्रद्धा-सुमन अर्पित करती हूं तथा उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करती हूं।

राज्यपाल ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आज में कोरोना महामारी के विरुद्ध लड़ाई में कार्यरत लोगों का हृदय से अभिनंदन करती हूं और उनके जज्बे को सलाम करती हूं। उन्होंने कहा कि हम सब जानते हैं कि वर्तमान में पूरा विश्व कोरोना महामारी से जूझ रहा है। हमारा देश व राज्य भी इससे अछूता नहीं है। हमारी सरकार इस त्रासदी से निपटने के लिए रणनीति बनाकर हर मोर्चे पर काम कर रही है। कोरोना से लड़ाई में चिकित्साकर्मियों, स्वच्छता कर्मियों तथा पुलिस बल के जवानों ने साहस का परिचय दिया है। इन लोगों की दिन-रात की मेहनत और निस्वार्थ सेवा के कारण ही हम इस त्रासदी के कुप्रभाव को कम करने में काफी हद तक सफल हुए हैं।

झारखण्ड का इतिहास संघर्ष का इतिहास रहा है। कोविड-19 महामारी से उत्पन्न परिस्थितियों से निपटने और राज्यवासियों की सुरक्षा के लिए सरकार हर जरूरी कदम उठा रही है। चाहे राज्य के भीतर नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने का मामला हो या देशव्यापी लॉकडाउन के कारण विभिन्न राज्यों में फंसे छात्रों, श्रमिकों आदि को राशन, खाना-पीना और अन्य आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने की बात हो हमारी सरकार ने आगे बढ़कर पूरी मजबूती के साथ काम किया है।

राज्यपाल ने कहा कि कोरोना से लड़ाई में चिकित्साकर्मियों, स्वच्छता कर्मियों तथा पुलिस बल के जवानों ने साहस का परिचय दिया है।

विभिन्न राज्यों में फंसे झारखण्ड राज्य के 530763 श्रमिकों को सकुशल घर पहुंचाया गया

राज्यपाल ने कहा कि विभिन्न राज्यों में फंसे झारखण्ड के प्रवासी श्रमिकों एवं छात्रों को वापस लाने के लिए हमारी सरकार द्वारा कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं। इसके तहत विभिन्न राज्यों में फंसे झारखण्ड राज्य के 530763 श्रमिकों को सकुशल घर पहुंचाया गया। सुदूरवर्ती प्रदेशों में रेल सेवा तथा बस सेवा के माध्यम से फंसे प्रवासी श्रमिकों को वापस लाने में होने वाली कठिनाइयों को देखते हुए उन्हें एयर लिफ्ट करा कर सकुशल झारखण्ड वापस लाया गया।

गरीब और असहाय रोजमर्रा का जीवन व्यतीत करने वाले लोगों और असंगठित क्षेत्र के कामगारों तथा दैनिक मजदूरी कर गुजर बसर करने वालों पर इस वायरस का व्यापक दुष्प्रभाव पड़ा है। ऐसे लोगों के समक्ष भुखमरी की समस्या उत्पन्न ना हो इसलिए सरकार ने योजनाएं संचालित करने उनके लिए खाने का प्रबंध किया। इसके अलावा राशन कार्ड बनाने के लिए ईसीएमएस के अंतर्गत लंबित आवेदनों के आधार पर माह अप्रैल एवं मई 2020 में 13 लाख 36 हजार परिवारों को 10 किलोग्राम चावल प्रति परिवार प्रतिमाह उपलब्ध कराया गया है।

राज्य के किसानों का दो हजार करोड़ रुपए ऋण माफी का लक्ष्य रखा है

राज्यपाल ने कहा कि सरकार ने इस साल ऋण माफी योजना अंतर्गत राज्य के किसानों का दो हजार करोड़ रुपए ऋण माफी का लक्ष्य रखा है। साथ ही राज्य में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए जैविक खेती प्रमाणीकरण तथा जैविक खाद उत्पादन प्रोत्साहन की योजना चलाई जा रही है। इस योजना अंतर्गत किसानों को लगभग 46 करोड़ रुपए का अनुदान दिए जाने का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही मछली पालन एवं मत्स्य बीज उत्पादन को बढ़ावा देने हेतु राज्य में किसानों को निजी जमीन पर 62 एकड़ तालाब का निर्माण कराया जा रहा है, जिसमें से 17 एकड़ तालाब निर्माण का कार्य संथाल परगना क्षेत्र के लिए स्वीकृत किया गया है। कृषि क्षेत्र में सिंचाई की महत्ता को देखते हुए राज्य भर में पूर्व से कार्यान्वित हो रहे 350 चेक डैम योजनाओं को पूरा करने का लक्ष्य रखा है।

राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि सरकार राज्य के युवाओं का कौशल विकास कर उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने के अपने उद्देश्य पर लगातार कार्य कर रही है।


शिक्षा व्यवस्था पर कोरोना का दुष्प्रभाव कम करने के लिए सरकार प्रयत्नशील।

राज्यपाल ने कहा कि कोरोना के इस विपदा की इस घड़ी में शिक्षा व्यवस्था पर दुष्प्रभाव को कम करने के लिए सरकार प्रयत्नशील है। राज्य में अप्रैल 2020 से ऑनलाइन शिक्षा संचालित की जा रही है। जिससे राज्य के लगभग 14 लाख विद्यार्थी लाभान्वित हो रहे हैं। इसके अतिरिक्त दूरदर्शन के माध्यम से भी पठन-पाठन का कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है।

विपदा के इस दौर में भी सरकार राज्य के अंतिम व्यक्ति के कल्याणार्थ हर समुचित कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी कड़ी में शहीद ग्राम विकास योजना अंतर्गत जनजातीय शहीदों के 10 चयनित गांव के समग्र विकास हेतु विभिन्न योजनाओं यथा आवास, पेयजल आपूर्ति ,सोलर विद्युतीकरण एवं अन्य बुनियादी संरचना आदि का क्रियान्वयन किया जा रहा है। योजना की सफलता एवं आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए शहीद ग्राम विकास योजना को अगले 3 वर्षों के लिए विस्तारित करने का निर्णय लिया गया है।

सरकार राज्य के युवाओं का कौशल विकास कर उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने के अपने उद्देश्य पर लगातार कार्य कर रही है। कौशल विकास को गति देने हेतु वर्तमान में 28 कल्याण गुरुकुल एवं 6 नर्सिंग कौशल कॉलेज का संचालन किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत युवक-युवतियों को विभिन्न विधाओं में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कल्याण गुरुकुल के माध्यम से प्रशिक्षित युवक युवतियों में से 71% भागीदारी अनुसूचित जन जाति श्रेणी के युवक-युवतियों की है।