पति की अय्याशी से आजिज होकर पत्नी ने उठाया ये कदम..मॉडल की सुपारी देकर करा दी हत्या…

झारखण्ड न्यूज,राँची

बिहार की राजधानी पटना के राजीवनगर की मॉडल अनीता देवी उर्फ मोना राय हत्याकांड के मामले में पुलिस खुलासे के करीब पहुंच गई है। इस मामले में पुलिस ने आरा के उदवंतनगर से भाड़े के शूटर भीम यादव को गिरफ्तार कर लिया है। उसे 5 लाख की सुपारी में 70 हजार रुपये हिस्सा मिला था।

मॉडल मोना राय की हत्या के बाद से पुलिस ने गहनता से जांच शुरू की। पुलिस का कहना था कि जख्मी होने के दौरान मोना पुलिस को दिए गए बयान में ऐसा कुछ भी नहीं बता सकी थी, जिससे पुलिस को जांच में उचित दिशा मिलती। मामले को गंभीरता से लेते हुए जब इसकी गहनता से जांच की जाने लगी तो लव एंगल की अहम कड़ियां जुड़ने लगीं। इस आधार पर जांच और बारीकी से की जाने लगी। इसके जरिए पुलिस आरा के शूटर भीम यादव तक पहुंची।

पुलिस की जांच में पता चला है कि मॉडल मोना की हत्या एक बिल्डर की पत्नी ने शूटरों को 5 लाख की सुपारी देकर करवाई थी। हत्या कराने की वजह प्रॉपर्टी डीलिंग के पैसे के लेनदेन व बिल्डर की अय्याशी से पत्नी के आजिज आने की बात सामने आ रही है। इसकी वजह से ही इस खूनी खेल की साजिश रची गई। हालांकि शूटर की गिरफ्तारी होने के बाद पुलिस को इस हत्याकांड में शामिल रहे अन्य आरोपी के बारे में अहम सुराग मिले हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। एएसपी कोतवाली विधि व्यवस्था संजय सिंह का कहना है कि फरार आरोपी की गिरफ्तारी हो जाने के बाद पुलिस पूरे मामले का खुलासा करेगी।

छत से कूद कर भागते समय पकड़ा गया शूटर:

पुलिस सूत्रों की मानें तो राजीवनगर थाने की पुलिस ने आरा के उदवंतनगर थाने के साथ भगौतीपुर गांव में सुपारी किलर भीम यादव के ठिकाने पर छापेमारी की तो वह छत से कूदकर भागने लगा। तभी पुलिस ने उसे खदेड़ कर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को जांच में पता चला है कि भीम यादव का भाई अरविंद यादव भी चोरी की गाड़ी खरीदने व मारपीट के मामले में गिरफ्तार हो चुका है। पुलिस पकड़े गए शूटर से पूछताछ कर रही है। पुलिस शूटर भीम यादव के पूर्व के आपराधिक इतिहास को भी खंगाल रही है।

बता दें कि 12 अक्टूबर की रात को राजीव नगर थाना क्षेत्र के रामनगरी बसंत कॉलोनी की रहने वाली 36 साल की मॉडल मोना राय को उस समय गोली मारी गई थी जब वह अपनी बेटी के साथ स्कूटी से घर की चौखट पर पहुंची थी। इलाज के चार दिन बाद मोना की मौत हो गई थी।