Ranchi:डाक विभाग के मेल मोटर सर्विस में बड़ा बाबू का खेल,14 हजार का बनाते हैं वाउचर,आउटसोर्स कर्मियों को देते हैं 4 हजार

राँची।डाक विभाग के मेल मोटर सर्विस में पिछले कई महीनों से बड़ा बाबू का ऐसा सिंडिकेट चल रहा है कि वहां काम करने वाले कर्मचारी भी उनके खिलाफ मुंह खोलने से कांपते हैं।ऐसा मामला सामने आया जहां बड़ा बाबू के काली करतूत के बारे में किसी को कुछ भी बोलने पर वहां आउटसोर्सिंग के आधार पर काम करने वाले कर्मियों का नौकरी जाने का खतरा मंडराने लगता है। यही वजह है कि आउटसोर्सिंग में काम करने वाले कर्मी मेल मोटर सर्विस के बड़ा बाबू विजय रंजन टोप्पो और उत्पल कांत मांझी के खिलाफ कुछ भी बोलने से परहेज करते हैं। हद तो तब हो गई जब बड़ा बाबू विजय रंजन टोप्पो और उत्पलकांत मांझी मेल मोटर सर्विस में आउटसोर्सिंग के आधार पर वर्षों से काम करने वाले कर्मचारियों से कमीशन के रूप में प्रति माह 10 हजार रुपए से ज्यादा लेने के बाद भी उन्हें हटाकर खूद के आदमी को वहां रखवाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हुए लोगों को परेशान करने लगे। बड़ा बाबू मेल मोटर सर्विस में स्वीपर का काम करने वाले बुधन मुंडा से 14,446 रुपया के वाउचर पर हस्ताक्षर कराने के बाद भी उन्हें वेतन के तौर पर सिर्फ 4000 रुपया नगद देते हैं। मेल मोटर गैराज में ही काम करने वाले मनोज को भी बड़ा बाबू विजय रंजन टोप्पो वेतन के तौर पर सिर्फ 3 हजार रुपया प्रति माह देते हैं जबकि 15,298 रुपया का सरकारी वाउचर बनाकर विजय रंजन टोप्पो विभाग से लेते हैं।

मेल मोटर सर्विस में आउटसोर्सिंग में 26 कर्मी करते हैं काम, 3 लोगों ने मिलकर सभी से बांध रखा है कमीशन

मेल मोटर सर्विस में आउटसोर्सिंग के आधार पर 26 कर्मचारी काम करते हैं। सभी का अलग-अलग ड्यूटी बटा हुआ है। ड्राइवर के रूप में कार्य करने वाले एक व्यक्ति के लिए बड़ा बाबू विजय रंजन टोप्पो और उत्पलकांत मांझी वाउचर बनाकर विभाग से 25 हजार रुपया लेते हैं लेकिन ड्राइवर को 15 हजार से ज्यादा नहीं दिया जाता है। बड़ा बाबू विजय रंजन टोप्पो, उत्पलकांत मांझी और आउटसोर्सिंग के आधार पर काम करने वाला सहदेव सेठ ने मिलकर सभी आउटसोर्स कर्मचारियों से कमीशन बांध रखा है। मेल मोटर सर्विस में काम करने वाले कर्मचारियों ने दबी जुबान से बताया कि बड़ा बाबू का इस कदर खौफ है कि अगर पूरा सैलरी भी वे पैसा कमीशन के तौर पर किसी से मांग दे तो मना करने का कोई हिम्मत नहीं जुटा पाएगा। इसका मुख्य वजह यह है कि वे नौकरी से निकाल देने की धमकी देते हैं।

आउटसोर्स कर्मचारियों को धमकाते हुए कहते हैं बड़ा बाबू- हमारा तो सिर्फ होगा ट्रांसफर लेकिन तुम्हारी चली जाएगी नौकरी

आउटसोर्स कर्मचारियों को बड़ा बाबू विजय रंजन टोप्पो और उत्पलकांत मांझी यह कहते हुए धमकाते हैं कि अगर कोई भी आउटसोर्स कर्मी उनके खिलाफ कंप्लेन करता है तो कुछ भी बिगड़ने वाला नहीं है। बहुत ज्यादा होगा तो चीफ पीएमजी उन्हें एक जगह से दूसरे जगह तक ट्रांसफर ही कर सकते हैं। हालांकि कंप्लेंट करने वाले आउटसोर्स कर्मी के लिए काम करना मुश्किल हो जाएगा। मेल मोटर सर्विस तो दूर डाक विभाग में उसे कहीं भी आउट सोर्स पर काम करना मुश्किल कर देंगे। बड़ा बाबू को इस बात का खासा गुमान रहता है कि वह सरकारी कर्मी है जबकि आउट सोर्स पर काम करने वाला व्यक्ति को कभी भी हटाया जा सकता है। यही वजह है कि वह नौकरी से हटा देने की धमकी देते हुए आउटसोर्स कर्मियों से खुलेआम वसूली का दुकान खोलकर बैठे हुए हैं।

रिपोर्ट:K.kumar