चाईबासा:घंटों थाना घेराव के बाद उत्तेजित ग्रामीणों ने तीर-धनुष के साथ की पत्थरबाजी,एक दर्जन पुलिसकर्मी घायल,पुलिस ने किया लाठीचार्ज और आश्रु गैस छोड़े,एक सिपाही के पेट और कमर में तीर लगी

चाईबासा।झारखण्ड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में रविवार को जमकर बवाल हुआ है।बताया जा रहा है कि कोल्हान गवर्नमेंट स्टेट के नाम पर अवैध तरीके से पुलिस और शिक्षकों की बहाली मामले में पुलिस द्वारा 4 लोगों को हिरासत में लेने और फिर उसे छुड़ाने को लेकर पुलिस और ग्रामीण आमने-सामने हो गये।सैकड़ों की संख्या में आये ग्रामीणों ने चाईबासा के मुफ्फसिल थाना का घेराव किया। वहीं, घंटों थाना घेराव के बाद उत्तेजित ग्रामीणों ने तीर-धनुष के साथ पत्थरबाजी करने लगे।इस दौरान पुलिस ने रोकने की काफी कोशिश की, लेकिन ग्रामीण नहीं माने, तो पुलिस को लाठीचार्ज और आश्रु गैस छोड़ने पड़े।इधर, ग्रामीणों के पत्थर और तीर-धनुष चलाने से मुफ्फसिल थाना के कंस्टेबल बृज भूषण मिश्रा के पेट व कमर के बीच तीर लगी है। उसे सदर अस्पताल में प्राथमिक उपचार करने के बाद गंभीरावस्था में टीएमएच रेफर कर दिया गया है। वहीं, दर्जनों जवान को भी चोट लगी है।अन्य घायल जवानों में सहायक अवर निरीक्षक अर्जुन कुमार सिंह, रामविलास महतो, अगनु उरांव, सत्यवान सिंह मुंडा, सर्वदेव राय, विजय कुमार द्धिवेदी व छत्रधर व आदि पुलिस कर्मी घायल हुये हैं। वहीं एक ग्रामीण मानसिंह बारदा भी घायल हो गया है।उसे भी पुलिस ने सदर अस्पताल में भर्ती कराया है। घायल ग्रामीण बड़ाचीरू गांव का रहनेवाला है। ग्रामीणों ने पुलिस पर ईंट, पत्थर, लाठी, तलवार व डंडे से हमला कर दिया था।

क्या है मामला

मिली जानकारी के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ लोगों द्वारा गैर कानूनी तरीके से ग्रामीण युवक-युवतियों को पुलिस बहाली और हो भाषा के लिए शिक्षक-शिक्षिकाओं की नियुक्ति किये जा रहे थे।पुलिस को जानकारी मिलने पर रविवार सुबह करीब 8 बजे मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के लादुबासा गांव पहुंची और वहां से युवक-युवतियों का दस्तावेज और इस गैर कानूनी कार्य में लगे चार लोगों को हिरासत में लेकर थाना ले गयी। गिरफ्तारी के बाद आक्रोशित करीब 350 से 400 ग्रामीण महिला-पुरुष लाठी-डंडे, तीर-धनुष, तलवार व अन्य हथियार से लैस होकर थाना का घेराव कर दिया। साथ ही हिरासत में लिये गये लोगों को छोड़ने की मांग करने लगे थे। वहीं, रह-रहकर नारेबाजी भी करते रहे. पुलिस द्वारा ग्रामीणों को काफी समझाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन पुलिस प्रशासन की बात एक नहीं सुनी।ग्रामीणों ने करीब 4 घंटे तक थाना गेट का जाम कर दिया था।पुलिस पदाधिकारियों को ग्रामीणों ने घेर कर रखा था। शाम करीब साढ़े 4 बजे ग्रामीणों ने पहले पुलिस पर हमला करना शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस द्वारा जवाबी कार्रवाई करना शुरू कर दिया।दोनों ओर से पथराव हो शुरू हो गया।पुलिस ने खदेड़-खदेड़ कर वहां से सभी को भगा दिया।इसके बाद बड़ी बाजार में पुलिस की छावनी में तब्दील हो गया।इस वजह से रविवार को दिनभर बड़ी बाजार बंद रहा।

बताया जा रहा है कि इलाके में कुछ विभाजनकारी लोग कोल्हान को अलग देश घोषित करने की मांग को लेकर लंबे समय से आंदोलन चला रहे हैं। कुछ स्थानीय युवाओं ने हाल के कुछ दिनों में इस मांग को और अधिक तेज करते हुए अवैध तरीके से नियुक्ति पत्र बांटना शुरू कर दिया। कोल्हान गवर्नमेंट स्टेट के नाम पर कोल्हान पुलिस बहाली का आयोजन चाईबासा सदर प्रखंड के मुफस्सिल थाना अंतर्गत कुर्सी पंचायत के लादुराबासा स्थित स्कूल पिछले शुक्रवार से ही किया गया था। रविवार को भी बहाली के लिए प्रशिक्षण सह शैक्षणिक प्रमाण पत्र की जांच भी की जा रही थी। कार्यक्रम से संबंधित विज्ञापन कोल्हान गवर्नमेंट ईस्टेट के नाम पर चंपाय चंद्र शेखर डांगिल द्वारा जारी किया गया था। इस बात की सूचना मिलने पर एसडीओ सदर, पुलिस पदाधिकारी व पुलिस बल के साथ वहां पहुंचे। जिससे उक्त कार्यक्रम को विफल करा दिया।

बताया जा रहा है कि पश्चिमी सिंहभूम जिले में अलग कोल्हान देश की मांग सन् 1980 से हो रही है।मांग को हवा देने वाले लोग विल्किंसन रूल का हवाला देते हैं। सबसे पहले 30 मार्च, 1980 में चाईबासा की सड़कों पर स्थानीय लोगों का एक समूह एकत्र हुआ था। इसी दौरान आयोजित सभा में सबसे पहले यह मांग उठी। इसका नेतृत्व कोल्हान रक्षा संघ के नेता नारायण जोनको, क्राइस्ट आनंद टोपनो व कृष्ण चंद्र हेम्ब्रम कर रहे थे।इन लोगों ने 1837 के विल्किंसन रूल का हवाला देते हुए कहा कि कोल्हान इलाके पर भारत का कोई अधिकार नहीं है. तब उन्होंने ब्रिटेन की सत्ता के प्रति अपनी आस्था जताई. कोल्हान तब अविभाजित बिहार राज्य का प्रमंडल था. पूर्वी सिंहभूम और पश्चिमी सिंहभूम इसके अधीन थे. अब यह इलाका झारखण्ड का हिस्सा है।सिंहभूम के दोनों हिस्सों के साथ इसी से काट कर बनाया गया सरायकेला-खरसावां जिला अब इस प्रमंडल के अंदर है।

इधर झारखण्ड पुलिस मुख्यालय प्रवक्ता सह आईजी अभियान एवी होमकर ने कहा कि कोल्हान गवर्नमेंट स्टेट के नाम पर कोल्हान पुलिस बहाली का आयोजन चाईबासा सदर प्रखंड के मुफस्सिल थाना अंतर्गत कुर्सी पंचायत के लादुराबासा स्थित स्कूल में रविवार की सुबह किया गया था। इस दौरान प्रशिक्षण सह शैक्षणिक प्रमाण पत्र के जांच भी की जा रही थी। कार्यक्रम से संबंधित विज्ञापन कोल्हान गवर्नमेंट ईस्टेट के नाम पर चंपाय चंद्र शेखर डांगिल द्वारा जारी किया गया था।इस बात की सूचना मिलने पर एसडीओ सदर पुलिस अफसर और पुलिस बल के साथ वहां पहुंचे। जिसके बाद कार्यक्रम को विफल किया गया।इस दौरान कुछ व्यक्तियों को गिरफ्तार कर मुफस्सिल थाना लाया गया है। लेकिन दिन के लगभग 2:30 बजे कुछ लोग द्वारा मुफस्सिल थाना का घेराव करते हुए पुलिस पर पत्थरबाजी की जाने लगी।जिसके कारण जिसके कारण भीड़ को नियंत्रण करने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज किया।इसके साथ ही एल अश्रु गैस छोड़े गये. जिससे भीड़ तितर-बितर हो गया और कुछ पुलिसकर्मी एवं कुछ लोगों को हल्की चोटें लगी है। जिनका उपचार सदर अस्पताल में किया जा रहा है।पूरे घटना पर चाईबासा एसपी को खुद निगरानी रखने की जिम्मेदारी दी गयी है। इसके साथ ही मामले में चाईबासा एसपी से रिपोर्ट भी मांगी गयी है।