राँची में ठगी का नया तरीका :खुद को सीएम सुरक्षा में तैनात अधिकारी बता मेन रोड स्थित दुकान से 27 हजार का मोबाइल ठग कर हुए फरार

–कोतवाली थाना में दर्ज हुई प्राथमिकी, बिल में लिखवाया दूसरे का नंबर, दुकानदार ने फोन किया तो मिली जानकारी, सीएम आवास में जाकर लगाया पता तो जानकारी मिली कोई ऐसा व्यक्ति सुरक्षा में नहीं है तैनात

राँची।सीएम सुरक्षा में तैनात खुद को अधिकारी बता एक मोबाइल दुकान से 27 हजार रुपए का मोबाइल ठगी करने का मामला सामने आया है। प्राथमिकी कोतवाली थाने में 27 फरवरी को दर्ज हुई है। सुशील कुमार लोहिया ने ठगी की प्राथमिकी अज्ञात के विरुद्ध दर्ज कराई है। दर्ज प्राथमिकी में बताया है कि कचहरी रोड में उनकी एक मोबाइल की दुकान है जिसका नाम तिरुपति बालाजी डॉट कॉम है। 10 फरवरी को शाम चार बजे उनकी दुकान में एक आदमी आया। वह व्यक्ति सीएम सुरक्षा में तैनात पुलिस अधिकारियों की तरह पैैंट-शर्ट पहन रखा था। दुकान में घुसते ही उसने कहा कि उसे जल्दी बाजी है। उसे तुरंत सीएम सुरक्षा में उनके साथ जाना है। यह कह उसने एक 27000 रुपए मूल्य का मोबाइल लिया। उसने बिल पर अपना नाम संजू कुमार सिंह लिखवाया। फिर एक ईयर बड भी लिया। उसने एक फोन नंबर भी बिल पर लिखवाया। फिर बिना पैसे दिए यह कह निकल गया कि वह पैसे अॉन लाइन ट्रांसफर उसके एकाउंट में कर दिया है। उसने यह भी कहा कि अगर कोई प्राब्लम हो तो वह वे उसे फोन कर लें। फिर दुकान से बाहर निकला और स्कूटी पर सवार होकर तेजी से भाग निकला। लेकिन सुशील कुमार लोहिया के खाते में ना तो कोई पैसे आए ना ही कोई मैसेज।

किसी और का नंबर लिखवा फर्जीवाड़ा कर हुआ फरार

सुशील कुमार लोहिया को जब पैसे नहीं मिले तो उन्होंने उक्त नंबर पर फोन किया, जिसे वह लिखवा कर बिल में गया था। उस नंबर पर बात करने पर उन्हें जानकारी मिली की वह किसी और का नंबर लिखवा, फर्जीवाड़ा कर निकल गया है। फिर सुशील कुमार लोहिया सीएम आवास गए यह पता लगाने की उक्त नाम का कोई व्यक्ति सीएम सुरक्षा में है क्या। उन्हें जानकारी मिली की इस नाम का कोई व्यक्ति सीएम सुरक्षा में नहीं है। तब वे समझ गए कि किसी ने सीएम सुरक्षा में तैनात अधिकारी बन उनके साथ ठगी की है।

इस तरह कई दुकानों में जाकर कर चुका है ठगी

सुशील कुमार लोहिया ने जब पता कि तो जानकारी मिली की वह व्यक्ति सीएम सुरक्षा में तैनात अधिकारी खुद को बता कई जगहों पर ठगी कर चुका है। सुशील कुमार ने कोतवाली पुलिस को उक्त व्यक्ति के स्कूटी की सीसीटीवी फुटेज पुलिस को उपलब्ध कराया है। ताकि उसके संबंध में जानकारी मिल सके की वह कौन ठग है। इस मामले की जांच दारोगा कमलेश कुमार राय कर रहे है।