दुष्कर्म और हत्या की घटनाओं में शामिल अपराधियों के प्रति डीजीपी की बोलती बंद क्यों: आशा लकड़ा

राँची। राँची नगर निगम की मेयर सह भाजपा नेत्री आशा लकड़ा ने मंगलवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर राज्य के डीजीपी पर निशाना साधा है। भाजपा नेत्री आशा लकड़ा ने डीजीपी के उस बयान के बाद उनपर निशाना साधा है जिसमें राज्य के पुलिस महानिदेशक एमवी राव ने मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के काफिले को रोके जाने की घटना के दौरान हिंसात्मक घटना हुई थी उसपर कहा था कि घटना में शामिल लोगों को आयरन हैंड से कुचला जाएगा। डीजीपी के इस बयान के बाद राजधानी में राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई। राज्य में विपक्ष में बैठी भाजपा के नेताओ ने डीजीपी के इस आयरन हैंड वाले बयान को आड़े हाथों लेना शुरू कर दिया। भाजपा नेताओं ने राज्य की गिरती कानून व्यवस्था पर पुलिस महानिदेशक को घेरना शुरू कर दिया।

इसी बीच राँची नगर निगम की मेयर आशा लकड़ा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि सोमवार की शाम राँची स्थित भारत माता चौक पर घटित घटना को लेकर डीजीपी का बयान निंदनीय है। डीजीपी का यह बयान कि इस घटना में शामिल लोगों को आयरन हैंड से कुचलेगे यह भाषा एक पुलिस पदाधिकारी का नहीं हो सकता। उच्च पद पर बैठे अधिकारी को ऐसी भाषा पर शर्म महसूस करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अब तक पुलिस युवती का न तो कटा सिर ढूंढ पाई है और ना ही इस घटना में शामिल अपराधियों को। ऐसे में आम जनता आक्रोशित हुई तो डीजीपी बौखला गए हैं। अब वे स्वयं अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। दुष्कर्म हत्या आदि की घटनाओं में शामिल अपराधियों के प्रति डीजीपी की बोलती बंद क्यों है। जब भारत माता चौक पर लोगों की भीड़ एकत्रित हो रही थी तो पुलिस प्रशासन कहां थी। पुलिस का सूचना तंत्र कहां था। सीएम के कारकेड को संबंधित रूट पर भीड़ एकत्रित होने की सूचना क्यों नहीं मिल पाई । इसलिए डीजीपी पहले अपनी नाकामियों को स्वीकार करें और अपनी कमजोरियों को दुरुस्त करें, ताकि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो।