फिल्मी अंदाज में विवेक कुमार भगत को पुलिस ने उठाया,फिर उसी अंदाज में छोड़ दिया……इधर परिजन रहा परेशान…. क्या है खेला !

राँची।राँची से लातेहार पुलिस ने विवेक कुमार भगत को लेकर रविवार रात में गई थी।बताया जाता है कि लातेहार के बड़े कोयला कारोबारी में सुमार राजेद्र साहू हत्या की जिम्मेवारी तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (टीएसपीसी) ने ली थी। उसी हत्या मामले में नामकुम थाना क्षेत्र के लोअर चुटिया निवासी विवेक कुमार भगत को पूछताछ के लिए ले गयी।पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया है।विवेक भगत मूल रूप से लातेहार जिला के बालुमाथ के कैरी का गांव का निवासी है। इस संबंध में लातेहार एसपी ने बताया कि विवेक भगत के चाचा सहित कई संबंधी टीएसपीसी से जुड़े हुए है़ं।

बालुमाथ पुलिस को पूछताछ के क्रम विवेक भगत के इस हत्या में संलिप्तता के संबंध में जानकारी मिली थी। उसी सिलसिले में लातेहार पुलिस की टीम राँची पहुंची और नामकुम पुलिस के सहयोग से उसे हिरासत में लिया। पुलिस ने उसके घर से एक किलोमीटर दूर वाहन खड़ा किया और सादे लिबास में विवेक कुमार भगत को ले गये। सादे लिबास में पुलिसकर्मियों के होने के कारण परिजनों ने नामकुम पुलिस के पास फोन कर विवेक के अपहरण की आशंका जतायी। नामकुम पुलिस ने उन्हें सच्चाई बता दी उसके बाद परिजन शांत हो गये थे।

बता दें अवैध खनन मामले की सीबीआई जांच के लिए दायर याचिका के पैरवीकार विवेक कुमार भगत है।साहेबगंज स्थित नींबू पहाड़ पर अवैध खनन की सीबीआई जांच की याचिका दायर करने की बात विजय हांसदा पलट चुका है। 17 अगस्त को हाइकोर्ट ने विजय हांसदा की उस प्रार्थना को अस्वीकार कर दिया था, जिसमें उसकी ओर याचिका वापस लेने का आग्रह किया गया था।उसकी ओर से एक हस्तक्षेप याचिका दाखिल कर कहा गया था कि इस संबंध में उन्होंने हाई कोर्ट में कोई याचिका दाखिल नहीं की थी।वे न तो अधिवक्ता को जानते हैं और न ही इस मामले में के पैरवीकार को। पैरवीकार लातेहार का रहने वाला है,जबकि वे संताल परगना के रहने वाले हैं।

विजय हांसदा की शिकायत पर साहिबगंज में अवैध खनन की जांच ईडी कर रही है। अपनी शिकायत में विजय हांसदा ने कहा था साहिबगंज में उसके गांव के पास नींबू पहाड़ पर अवैध खनन किया जा रहा है.अवैध खनन रोकने का प्रयास किया तो उसे धमकी दी गई और फर्जी केस में जेल भेज दिया गया था। इसके बाद विजय हांसदा ने पंकज मिश्रा सहित अन्य के खिलाफ एससी-एसटी का मामला दर्ज कराया था, जिसपर पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की. साहिबगंज में अवैध खनन मामले में ईडी ने विजय हांसदा को अपना गवाह बनाया है।