आतंक के पर्याय बने दो इनामी नक्सलियों ने पुलिस के सामने किया सरेंडर, मिली इनाम की राशि।

सिमडेगा, विकास साहू। दो इनामी भाकपा माओवादियों ने शुक्रवार को सिमडेगा में सरेंडर किया है। इनमें पांच लाख का इनामी सब जोनल कमांडर विनोद पंडित ऊर्फ विनोद दास और एरिया कमांडर गणेश लोहरा शामिल हैं। सब जोनल कमांडर विनोद पंडित सिमडेगा के बोलबा नावाटोली, जबकि एरिया कमांडर गणेश बोराडीह पालकोट गुमला का रहने वाला है। दोनों के खिलाफ लोहरदगा और सिमडेगा और अन्य थानों में क्रमशः 17 एवं 04 मामले दर्ज हैं। जिनमें हत्या, रंगदारी ,आगजनी ,पुलिस बल पर हमला सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करना ,राष्ट्र निर्माण के विकास में लगे कंपनियों से मोटी रकम रंगदारी के रूप में उगाही आदि इत्यादि करने का मामला अंकित है। जिसे एसपी सिमडेगा के द्वारा 5 लाख एवं 2 लाख की सरेंडर पॉलिसी की राशि दी।

जनता माओवादी के साथ नहीं ,सरेंडर करें नहीं तो गोली खाने को रहें तैयार:-एसपी सिमडेगा

एसपी सिमडेगा ने कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कहा कि क्षेत्र में अब माओवादियों का अस्तित्व खत्म होने के कगार पर है क्योंकि क्षेत्र की जनता पुलिस और सीआरपीएफ टीम के साथ है वह अब माओवादियों का साथ नहीं देगी जो जंगल में है उनके लिए संदेश है की सभी लोग सरकार की सरेंडर पॉलिसी के तहत मुख्यधारा में वापस लौटे उन्हें सरकार की ओर से कई प्रकार की सुविधाएं दी जाएगी अगर जो इन नियमों का पालन नहीं करते हैं वह एक ना एक दिन मारे जाएंगे ।

सीआरपीएफ जागरूकता के लिए चला रही है कई कार्यक्रम मुख्यधारा में लौटे नक्सली:- ब्रजेश सिंह

सीआरपीएफ 94 बटालियन के कमांडेंट बृजेश सिंह ने कहा कि पुलिस और सीआरपीएफ के दबिश दिन प्रतिदिन नक्सलियों के खिलाफ बढ़ती जा रही है ।जिसको लेकर यह दोनों सरेंडर किया है उन्होंने कहा जंगलों में जीवन सही नहीं है जंगल में हमेशा जीवन कष्ट दाई रहता है और दिन प्रतिदिन सिमडेगा में नक्सलियों का करीब-करीब खत्म हो चुका है और नक्सलियों को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए सीआरपीएफ की तरफ से 11 अलग-अलग तरह के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। जिससे कि वे मुख्यधारा में जुड़े सीआरपीएफ के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान गांव के लोगों को इन सब चीजों से दूर रहने की सलाह दी जा रही है।

जंगलों में काफी होती है परेशानी हर कदम में खतरा:-विनोद पंडित

वही 5 लाख के इनामी भाकपा माओवादी ज़ोनल कमांडर विनोद पंडित ने कहा कि मैंने मुख्यधारा में वापस लौटने का विचार किया क्योंकि संगठन में जो बड़े लोग है वह निचला स्तर के परेशानियों को नहीं देखते हैं और ना ही किसी प्रकार का सुविधा देते हैं उन्होंने कहा कि बड़े लोगों के बच्चे बड़े स्कूलों में और अच्छे ग्रेडिंग के साथ शिक्षा पा रहे हैं परंतु अपने बच्चों को मैं सरकारी स्कूल में पढ़ने पर विवश हैं पार्टी आदमी का देखरेख नहीं करती है और सिमडेगा के दोनों एसपी हमारे साथ बहुत नम्रता पूर्वक व्यवहार किया जिसको देखते हुए हमने मुख्यधारा में लौटने का विचार बनाया।

एरिया कमांडर गणेश लोहरा ने कहा कि संगठन में समूह के नेता लोग हमेशा से निचले स्तर के लोगों को दबाते हैं वहां पर भी भेदभाव होता है कई प्रकार की समस्या होती है जिसका निराकरण नहीं हो पाती है इन सभी चीजों को देखते हुए मैंने मुख्यधारा में लौटने का विचार बनाया और मैं सभी बाकी बचे लोगों से भी अपील करता हूं कि वह मुख्यधारा में लौटे और सरकार द्वारा मिल रही सभी प्रकार की सरेंडर पॉलिसी का लाभ ले। उन्होंने बताया कि घर में पत्नी सरस्वती देवी अकेली रहती है अब मुख्यधारा में लौटने के बाद बाकी के बचे जीवन उनके साथ बिताऊंगा।

पति के मुख्यधारा पर लौटने पर काफी हुई खुशी:-सरिता देवी

भाकपा माओवादी के जोनल कमांडर विनोद पंडित की पत्नी सरिता देवी ने कहा कि पति के मुख्यधारा में लौटने से काफी खुश हूं जब से उन्होंने 12 साल पहले संगठन ज्वाइन किया था तब से लेकर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा खुद का मकान नहीं होने के कारण किराए के मकान में रह कर अपनी जीविका चला माई किसी और से बने राशन कार्ड के माध्यम से किसी तरह गुजारा हुआ दो बेटी एक 7 वर्षीय साक्षी कुमारी एवं एक 19 वर्षीय गायत्री देवी जिसकी शादी बड़ा बरपानी के अर्जुन दास के साथ किया। और अब मैं जीवन में कभी भी अपने पति को हथियार उठाने नहीं दूंगी और सरकार से गुजारिश करती हो कि हमें सरकार द्वारा मिलने वाली सभी प्रकार की सुख सुविधाओं का लाभ मिले ताकि आगे की भविष्य उज्जवल हो सके।