Ranchi:नामकुम थाना क्षेत्र में हुई गोलीबारी मामले में तीन गिरफ्तार,ग्रामीण एसपी ने प्रेसवार्ता में दी जानकारी.

राँची।राजधानी राँची के नामकुम थाना क्षेत्र के चाय बागान में 19 दिसंबर 2020 को मुकेश झा एवं उसके दो साथियों प्रवीण कुमार और रंजीत बंगाली पर गोली चालने के मामले का उद्भेदन करते हुए पुलिस ने तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अनुसंधान में सामने आया है कि घटना को मुकेश झा के सहयोगी रहे नीरज झा के इशारे पर अंजाम दिया गया था। मुकेश और नीरज में पैसे को लेकर पुराना विवाद है।पुलिस की गिरफ्त में आए अपराधियों में निखिल कुमार, निशांत और सौरभ सिंह उर्फ पिंकू शामिल है। घटना का मुख्य साजिशकर्ता नीरज झा अभी फरार है। पुलिस उसे ढूंढ रही है। पुलिस ने घटना में इस्तेमाल एफजेड यामाहा बाइक ,काले रंग का स्कॉर्पियो व मोबाइल फोन बरामद किया है।

गोलीबारी में तीनों हो गए थे घायल,आनन-फानन में पहुंचाया गया था मेडिका

घटना उस वक्त हुई थी जब मुकेश झा मंदिर में पूजा करने के बाद चाय बागान में अपने दोस्तों के साथ बातचीत कर रहे थे। इसी बीच पहले से घात लगाए अपराधियों ने ताबड़तोड़ गोलीबारी शुरू कर दी। गोलीबारी में मुकेश के साथ प्रवीण कुमार और रंजीत बंगाली भी घायल हो गया था। आनन-फानन में तीनों को मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया गया। मुकेश के बयान पर नामकुम थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।

छापेमारी टीम में ये थे शामिल

मामले के उद्भेदन को लेकर एसएसपी के निर्देश पर ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने डीएसपी मुख्यालय प्रथम नीरज कुमार के नेतृत्व में एक छापेमारी टीम का गठन किया था। इसमें नामकुम थाना प्रभारी प्रवीण कुमार, पुअनि रंजीत कुमार, अनिमेष शांति कारी, पवन कुमार आदि शामिल थे।

नीरज झा पिछले 24 जनवरी से लापता है:

वहीं इस मामले के मुख्य साजिशकर्ता नीरज झा 24 जनवरी रात 9 बजे से लापता हो गया है।नीरज झा के पिता ने नामकुम थाना में बेटा के लापता होने की शिकायत दर्ज करवाया है।वही एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा से भी परिजन मिले थे।नीरज झा के परिजन और मिथिला मंच के लोग नीरज के गायब होने के ठीक छठे दिन एसएसपी से मिले थे।लोगों ने एसएसपी से नीरज झा की सकुशल बरामदगी की मांग की थी।

नीरज के पिता द्वारा थाने में 27 जनवरी को दिए आवेदन के अनुसार :
मैं श्रेष्ठ नारायण झा चाय बागान निवासी हूँ।मेरा लड़का नीरज कुमार उम्र 30 वर्ष है जो काला रंग के जैकेट पहना है,जीन्स पेंट और पाँव में चप्पल पहना है।वह रविवार 24 जनवरी 2021 रात 9 बजे से मेरे सम्पर्क ने नहीं है।उसका मोबाइल नम्बर बंद बता रहा है।जिस नम्बर से हमारी बात हो रही थी।उस समय हम गांव बिहार में थे।उनके साथी लोगों से बातचीत होने पर जानकारी मिली कि उन लोगों से भी सम्पर्क नहीं हो रहा है।27 जनवरी 2021 बुधवार को जब मैं राँची पहुँचा काफी खोजबीन करने के बाद पता नहीं चला है।लाचार होकर इसकी सूचना मैं थाना में दे रहा हूँ।अतः श्रीमान से निवेदन है कि नीरज कुमार झा को जल्द से जल्द खोजबीन की जाए।राजेश कुमार जो नीरज कुमार का गाड़ी चलाता है वही हमको फ़ोन करके बताया कि नीरज जी से सम्पर्क नहीं हो रहा है।-श्रेष्ठ नारायण झा नामकुम, गायब नीरज झा के पिता.
गायब नीरज झा के पिता द्वारा दिये आवेदन पर नामकुम थाना पुलिस ने सनहा दर्ज करते हुए मामले की छानबीन में जुटी है।आज गायब के 13 वें दिन नीरज झा का कोई पता नहीं चला है।

अपहरण की आशंका !
पुलिस द्वारा पूछताछ में जो जानकारी सामने आई थी कि 24 जनवरी को रात 9 बजे नीरज झा कुछ दोस्तों के साथ कहीं से पार्टी मनाकर रिंगरोड खरसीदाग की ओर से वापस घर आ रहा था सदाबहार चौक से पहले सिरकाटोली के पास कार से उतरा है।और एक सफेद कलर की XUV 500 में सवार होकर गया है।उसके बाद से ही नीरज का कोई सम्पर्क नहीं हुआ।पुलिस कई जगहों पर सीसीटीवी खंगाल कर जांच की है। सूत्रों की माने तो अपहरण से इनकार नहीं किया जा सकता है।हालांकि इसकी कोई पुष्टि नहीं है।पुलिस ने इस मामले आधा दर्जन युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की है।लेकिन नीरज झा के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है।अपहरण की बात पूछने पर ग्रामीण एसपी ने बताया कि सभी बिंदुओं पर जांच चल रही है।उन्होंने कहा कि जल्द इसकी भी खुलासा हो सकता है।

गोलीकांड मामले में नीरज झा से तीन दिन थाने में रखकर पूछताछ हुई थी

मिली जानकारी के अनुसार 19 दिसम्बर को हुई गोलीबारी में पुलिस ने नीरज झा से तीन दिन थाने में रखकर पुछताछ की थी।लेकिन पुलिस को पूछताछ में कोई ऐसी सबूत नहीं मिला था कि नीरज झा ने ही गोली चलवाया था।जब नीरज झा गायब हो गया तब कई युवकों को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की तब मामले का खुलासा हुआ है कि गोली नीरज झा ने ही चलवाया है।फिलहाल पुलिस नीरज झा को ढूंढने में लगी है।अब नीरज झा के पकड़ाने पर ही आगे का खुलासा हो सकता है।

वहीं घटना के सवा महीने बाद अचानक नीरज के गायब होने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं।चर्चा है कि अगर नीरज को गोलीकांड में जेल भेज दिया गया होता तो नीरज लापता नहीं होता।वहीं ग्रामीण एसपी ने नीरज मामले में जल्द खुलासा करने की बात कही है।
इधर गिरफ्तार लोगों ने पुलिस पर लगाया पक्षपात करने का आरोप।गोलीकांड में गिरफ्तार लोगों का आरोप है कि पुलिस ने मामले में अन्य लोगों को भी पुछताछ के लिए हिरासत में लिया था परंतु अन्य लोगों को ऊंचे पहुंच की वजह से छोड़ दिया गया।