Ranchi: यौन शोषण के आरोपी सुनील तिवारी की पत्नी ने हाईकोर्ट से पूरे प्रकरण पर सीबीआई जांच की मांग की

राँची। झारखण्ड पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के सलाहकार सुनील तिवारी जो यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार हुए हैं। सुनील तिवारी की पत्नी ने झारखण्ड हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। आरोपी सुनील तिवारी की पत्नी ललिता तिवारी ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल कर पति पर लगे आरोपों की सीबीआई जांच की मांग की है। याचिका में कहा गया है कि सुनील तिवारी के ऊपर लगे आरोप राजनीति से प्रेरित हैं। ललिता तिवारी के अनुसार रूपा तिर्की प्रकरण में सुनील तिवारी ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। इसी कारण उन्हें परेशान किया जा रहा है। उनके ऊपर साजिश के तहत एफआईआर दर्ज करवाई गई है। ललिता तिवारी ने झारखण्ड हाईकोर्ट से गुहार लगाते हुए यह मांग की कि पूरे प्रकरण की सीबीआई या किसी स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराई जाए।

बता दें खूंटी की एक युवती ने सुनील तिवारी के खिलाफ अरगोड़ा थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी थी। युवती ने आरोप लगाया था कि सुनील तिवारी के अशोक नगर स्थित घर पर वह काम करती थी। इस दौरान उन्होंने उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया। विरोध करने पर वह उसके साथ मारपीट किया करते थे। धमकी दी थी कि अगर वह इस बारे में किसी को बताया तो उसे जान से हाथ धोना पड़ेगा। इसके बाद श्रम आयुक्त ने सुनील तिवारी के खिलाफ दूसरा केस दर्ज किया। इसमें उन पर बाल श्रम कानून का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है।

झारखण्ड पुलिस की स्पेशल टीम ने सुनील तिवारी को यूपी के इटावा से बीते रविवार को गिरफ्तार किया था। जहां से उन्हें मेडिकल चेकअप के लिए सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी ले जाया गया था। जहां हार्ट में ब्लॉकेज की शिकायत होने पर देर रात सैफई पीजीआई से लखनऊ पीजीआई के लिए रेफर कर दिया गया था।

सुनील तिवारी की गिरफ्तारी के बाद सोमवार को पुलिस की स्पेशल टीम ने इटावा न्यायालय में ट्रांजिट रिमांड के लिए अपील की थी। सुनवाई के दौरान सीजेएम कोर्ट ने ट्रांजिट रिमांड की अनुमति देते हुए स्पेशल टीम को सुनील को 16 सितंबर तक न्यायालय में प्रस्तुत करने का आदेश दिया था। इसी आदेश के बाद स्पेशल टीम उन्हें मंगलवार को लखनऊ से विमान से सीधे राँची लायी। सदर अस्पताल में कोरोना जांच कराने के बाद पुलिस की टीम ने उन्हें न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया। जहां से उन्हें होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा भेजा दिया गया।