राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष झारखण्ड के डीजीपी के रवैये से खफा,कहा-झारखण्ड में महिला उत्पीड़न के करीब 300 मामले लंबित हैं,लेकिन बातचीत के दौरान डीजीपी गंभीर नहीं दिखे

राँची।झारखण्ड की कानून व्यवस्था से नाराज हुई राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा।वह कहती हैं कि मानव तस्करी व डायन कुप्रथा यहां की सबसे बड़ी समस्याएं हैं, लेकिन उचित कार्रवाई नहीं की जाती। वह बताती हैं कि महिला उत्पीड़न से जुड़े 300 पेंडिंग केस को लेकर झारखण्ड के डीजीपी नीरज सिन्हा से मिलीं, लेकिन इन मामलों को लेकर वे गंभीर नहीं दिखे।राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा झारखण्ड के डीजीपी नीरज सिन्हा से मिलीं। इनसे महिला उत्पीड़न से जुड़े 300 लंबित केस को लेकर चर्चा कीं और इस दिशा में त्वरित कार्रवाई पर विमर्श कीं, लेकिन समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा डीजीपी नीरज सिन्हा के रवैये से काफी खफा दिखीं। वे कहती हैं कि झारखण्ड में महिला उत्पीड़न के करीब 300 मामले लंबित (पेंडिंग) हैं, लेकिन बातचीत के दौरान डीजीपी गंभीर नहीं दिखे।राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा कहती हैं कि झारखण्ड में मानव तस्करी व डायन कुप्रथा बड़ी समस्याएं हैं, लेकिन कोई कानून लागू नहीं है।महिला उत्पीड़न के 300 केस लंबित पड़े हैं। पुलिस कोई एक्शन नहीं ले रही है। ऐसे में महिला सुरक्षा को लेकर पुलिस की मंशा समझी जा सकती है।डीजीपी का रवैया भी संतोषप्रद नहीं है।मुलाकात के दौरान वे इन मुद्दों पर कभी गंभीर नहीं दिखे।आश्चर्य तो ये है कि झारखण्ड पुलिस राष्ट्रीय महिला आयोग के पत्र का जवाब तक नहीं देती।यहां तक कि रिमाइंडर तक का जवाब नहीं देती है।ऐसे में महिला सुरक्षा का अंदाजा लगाया जा सकता है।