जामताड़ा:पंचायत में दोनों पक्षों में नहीं बनी बात,छात्रा से छेड़खानी मामले में शिक्षक को पुलिस ने गिरफ़्तार कर भेजा जेल

जामताड़ा।झारखण्ड के जामताड़ा जिले में शुक्रवार को गायपाथर पंचायत के प्राथमिक विद्यालय दलचक के शिक्षक कृत्यानंद झा पर इसी स्कूल में पढ़ने वाली पूर्व छात्रा ने छेड़खानी और गलत हरकत का आरोप लगाया था। पुलिस ने इस मामले में आरोपी शिक्षक पर केस दर्ज कर जेल भेज दिया है।बताया गया कि पीड़िता छात्रा के पिता ने आरोपी पर लड़की के साथ दुष्कर्म करने और जान से मारने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने इस संबंध में डीसी जामताड़ा, डीइओ और बीइइओ कुंडहित को भी आवेदन दिया है। इस मामले को लेकर शुक्रवार को पीड़िता के आरोप के बाद स्कूल में जमकर हंगामा हुआ था और आरोपी शिक्षक के साथ ग्रामीणों ने जमकर मारपीट की थी। बाद में मौके पर पहुंची बागडेहरी पुलिस ने आरोपी शिक्षक को भीड़ से छुड़ाकर हिरासत में ले लिया था।

इधर बताया जा रहा है कि घटना को लेकर शनिवार को दिनभर दोनों पक्षों के बीच आपसी समझौते को लेकर बातचीत होती रही। सुबह 11 बजे से शाम चार बजे तक दलचक गांव में मुखिया बीरु मुर्मू की अध्यक्षता में दलचक, गायपाथर एंव चन्द्रनभीठा गांव के ग्रामीणों के साथ पंचायत बैठा।इस बैठक में मामले को सुलझाने का भी प्रयास होता रहा। अंत में जब बात नहीं बनी तो बागडेहरी पुलिस आरोपी शिक्षक कृत्यानंद झा को अपने साथ थाने ले गई।वहीं पुलिस को दिए आवेदन में पीड़िता के पिता ने शिक्षक कृत्यानंद झा पर लड़की के साथ दुष्कर्म करने और जान से मारने की आरोप लगाया है। इस संबंध में बागडेेहरी थाना में शिक्षक को आरोपी बनाया गया है।

क्या है मामला
घटना के सम्बंध में पीड़िता ने बताया कि वह खेत जाने के क्रम में विद्यालय के बाहर चापाकल पर पानी ले रही थी। इसी क्रम में शिक्षक ने उसे विद्यालय बुलाकर कमरे के अंदर ले गए। शिक्षक गलत हरकत करने लगे और कमरे का दरवाजा बंद करने लगे। किसी तरह से वह शिक्षक के चंगुल से निकलकर भागी और घरवालों को घटना की जानकारी दी।वहीं शिक्षक कृत्यानंद झा ने बताया मैं विद्यालय में अकेला ही बैठ कर खाना खा रहा था। इतने में लड़की कमरे में आकर शोर मचाने लगी। लड़की का शोर सुनकर उन्होंने तुरंत उनके घर जाकर उनकी माँ को इसकी जानकारी दी, लेकिन माँ ने इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं तो वह दलचक गांव पहुंचे और ग्रामीणों को बताया, लेकिन लोग मुझे ही पीटने लगे। उनपर लगाए गए सारे आरोप बेबुनियाद हैं।