सिंघानिया समूह ने 100 करोड़ से अधिक की की हेरा फेरी, 900 ग्राम सोने के बिस्कुट व 39 लाख रुपए कैश जब्त

–चार राज्यों में चल रहे 29 ठिकानों पर आयकर की छापेमारी खत्म, रियल एस्टेट में बड़ी राशि किया गया है इनवेस्ट आयकर ने जब्त किए दस्तावेज

–सेल और परचेज में मिली भारी गड़बड़ी,विगत पांच वर्षों का एकाउंट डिटेल्स सहित अन्य दस्तावेज को आईटी ने किया जब्त

राँची।आयकर विभाग की पान मसाला कारोबारी जेपी सिंघानिया के झारखण्ड, बिहार, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल स्थित 29 ठिकानों पर पिछले तीन दिन से चल रही छापेमारी गुरुवार को समाप्त हो गई। छापेमारी में आयकर को सिंघानिया समूह के यहां से 100 करोड़ रुपए से अधिक के हेराफेरी के दस्तावेज मिले है। आयकर ने सिंघानियां समूह के सभी ठिकानों पर सेल और परचेज से संबंधित एकाउंट्स व वाउचर की जांच की। जिसमें बड़ी मात्रा में हेराफेरी मिली है। आयकर की टीम ने इससे संबंधित सभी दस्तावेज को जब्त कर लिया है। अबतक की छापेमारी में आयकर की टीम ने सिंघानिया समूह के ठिकानों से 900 ग्राम सोने के बिस्कुट को जब्त किया है। वहीं करीब 39 लाख रुपए कैश जब्त किए गए है। आयकर विभाग की ओर से सिंघानिया समूह के ठिकानों से उनके पांच साल के कारोबार के एकाउंट्स डिटेल्स, वाउचर्स व अन्य कागजात को जब्त किया गया है। ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके। आयकर की टीम ने झारखंड में कुल 21 ठिकानों पर छापेमारी की। छापेमारी 19 दिसंबर की सुबह से शुरू हुई थी जो शुक्रवार की रात तक चली।

रियल एस्टेट में भारी निवेश के लिए पैसे कहा से आए इसका जवाब नहीं दे सके

आयकर को सिंघानिया समूह के ठिकानों से रियल एस्टेट में इनवेस्टमेंट के बड़ी मात्रा में कागजात मिले है। आयकर ने इससे संबंधित सवाल भी किए कि निवेश के लिए पैसे कहां से आए। लेकिन सिंघानिया समूह की ओर से ना ही कोई संतोषजनक जवाब दिया गया और ना ही इससे संबंधित कोई कागजात प्रस्तुत किए गए। छापेमारी खत्म होने के बाद अब आयकर की टीम इसका विश्लेषण करेगी। ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके।

कच्चे बिल पर हो रहा था काम, इसलिए मिली बड़ी हेरा फेरी

आयकर को दस्तावेजों की जांच में जानकारी मिली कि कच्चे बिल पर बड़े पैमाने का कारोबार चल रहा था। इसलिए बड़ी राशि में हेरफेर हुई। आयकर सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सिंघानिया समूह बिना पक्के बिल के ही माल की बिक्री कर रहा था और कई जगहों से माल भी मंगवाया करते था। यह भी जानकारी मिली है कि बड़ी संख्या में स्थानीय कारोबारियों के साथ वह कच्चे बिल पर ही लेनदेन का काम करता था। इस संबंध में आयकर ने बड़ी संख्या में दस्तावेज जब्त किए है। आयकर की टीम इस संबंध में जल्द ही सिंघानिया समूह से जुड़े लोगो को नोटिस देकर पूछताछ के लिए भी बुलाएगी।