सावन माह के अंतिम सोमवारी पर बाबा नगरी की तरह नजर आया सिमडेगा,काँवर यात्रा में हजारों की भीड़ जुटी…

–शंख नदी स्थित संगम टट से निकाली गई भव्य कांवर यात्रा, उमड़ी कांवरियों की भीड़

सिमडेगा

सिमडेगा।झारखण्ड के सिमडेगा में कांवरिया सेवा संघ सिमडेगा के तत्वावधान में अंतिम सोमवारी पर शंख नदी तट से भव्य कांवर यात्रा का आयोजन किया गया। कांवर यात्रा में श्रद्धालु का जन सैलाब उमड़ पड़ा। शंख नदी स्थित संगम तट से जिला मुख्यालय तक सड़क बाबा नगरी देवघर की तरह नजर आ रहा था। कांवरियों की टोली डीजे की धुन में थिरकते-झूमते हुए शिवालय की ओर बढ़ रहे थे। सभी कावंरियों में दीपक अग्रवाल उर्फ रिंकू अपने जोशीले और बुलंद आवाज से जोश भर रहा थे। कांवरियों की टोली में क्या बच्चे, क्या बूढ़े,महिलाएं, युवतियां हर कोई पूरे जोश और उत्साह के साथ शामिल था। शंख नदी संगम तट से जल लेकर कांवरियां केलाघाघ परिसर स्थित शिव मंदिर में जलाभिषेक कर सुख, शांति और समृद्धि की कामना की। कुछ श्रद्धालु सलडेगा सरना मंदिर में भी जलाभिषेक कर अमन, चैन और खुशहाली की दुआ मांगी। कांवर यात्रा को सफल बनाने में कांवरियां सेवा संघ सिमडेगा के सभी सदस्य, पुलिस प्रशासन सहित अन्य कई लोगों ने अहम भूमिका निभाईं।

रात में नीचे बाजार स्थित मंदिर परिसर में कांवरियों के लिए रुकने की की गई थी व्यवस्था

अंतिम सोमवारी के मौके पर शिव मंदिर में जलाभिषेक करने के लिए कांवरियों की टोली रविवार की देर शाम में ही नीचे बजार स्थित मंदिर परिसर पहुंचे। जहां कांवरिया सेवा संघ सिमडेगा द्वारा रहने, खाने पीने की व्यवस्था की गई थी। यहां पर सभी कांवरिये भजनों की धुन पर रात भर थिरके। इसके बाद सोमवार की अहले सुबह सभी कांवरियों को वाहन के माध्यम से शंख नदी टट पर ले जाया गया। शंख नदी टट भी भगुआ धारी कांवरियों के रंग में रंग गया था।