झारखण्ड ATS के हत्थे चढ़ा कुख्यात गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव….

राँची।झारखण्ड एसटीएस को बड़ी सफलता मिली है।राज्य कई जिलों में पुलिस के लिए चुनौती बना कुख्यात गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव को एटीएस ने मुंबई से गिरफ्तार कर लिया है। अमन श्रीवास्तव के गिरफ्तारी के लिए एटीएस पिछले छह महीने से प्रयासरत थी।अमन गैंग पर लगातार एटीएस के द्वारा प्रहार किया जा रहा था,अब आखिरकार एटीएस ने अमन को भी गिरफ्तार कर लिया। अमन श्रीवास्तव को राज्य के बाहर मुम्बई से गिरफ्तार किया गया है।आज पुलिस मुख्यालय में डीजीपी ने प्रेस कांफ्रेंस कर जानकारी दी है।पुलिस मुख्यालय में प्रेसवार्ता में डीजीपी अजय कुमार सिंह,एडीजी संजय आनन्द लाटकर और एटीएस एसपी सुरेंद्र कुमार झा

एटीएस को यह जानकारी मिली थी कि अमन श्रीवास्तव मुंबई और बेंगलुरु से ही अपने गैंग को ऑपरेट कर रहा है। सूचना के बाद झारखण्ड एटीएस की दो टीम बेंगलुरु और मुंबई दोनों ही जगह पर पिछले एक महीने से डेरा डाले हुए थी,अमन की गिरफ्तारी मुंबई से की गई है।अमन को मुंबई में कानूनी प्रक्रिया पूरी होने पर राँची लाया जायेगा।

अमन श्रीवास्तव कुख्यात गैंगस्टर सुशील श्रीवास्तव का बेटा है। सुशील श्रीवास्तव की 2010 में हजारीबाग कोर्ट में दिनदहाड़े एके 47 राइफल से गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अपने पिता की हत्या के बाद अमन श्रीवास्तव ही गैंग का संचालन कर रहा था।हाल के दिनों में झारखण्ड सीआईडी ने इसकी कुंडली निकालकर झारखण्ड एटीएस की टीम को सौंप दिया था।उसके बाद से एटीएस की टीम लगातार अमन श्रीवास्तव गैंग के खिलाफ कार्रवाई में जुटी थी।एटीएस ने अमन श्रीवास्तव गिरोह के खिलाफ कई बड़ी कार्रवाई की है।

राँची,चतरा,लातेहार,हजारीबाग, रामगढ़ से करोड़ों में रंगदारी उठाने वाला अमन श्रीवास्तव रंगदारी के पैसे हवाला के जरिए बाहर निवेश करता था। एटीएस ने इस मामले में अमन श्रावास्तव, उसके छोटे भाई अभिक श्रीवास्तव, बहन मंजरी श्रीवास्तव, बहनोई चंद्रप्रकाश रानू, चचेरे भाई प्रिंस राज, करीबी इसलय लकड़ा, विनोद कुमार पांडेय, अजमद खान, जहीर अंसारी, महमूद उर्फ नेपाली, असलम, फिरोज खान, सिद्धार्थ कुमार साहू, पिंटू और सुनील के खिलाफ चार्जशीट भी दायर किया है।

पिछले साल फरवरी महीनें में एटीएस ने अमन श्रीवास्तव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू की थी, तब पुलिस ने बंगलुरू से अमन श्रीवास्तव के भाई अभिक श्रीवास्तव और बहनोई चंद्रप्रकाश रानू को गिरफ्तार किया था। तब 32 लाख रुपए से अधिक नकदी भी बरामद की गई थी।जांच में पुलिस ने कई अन्य लोगों की भूमिक पायी थी व उन्हें गिरफ्तार किया था।