नीरज तिवारी हत्याकांड खुलासा:शक ना हो मुख्य साजिशकर्ता ने अपने ऊपर भी गोली चलवा लिया था,7 अपराधी गिरफ्तार

धनबाद झारखण्ड के धनबाद में हुई गोलीबारी में नीरज तिवारी हत्याकांड का पुलिस ने सोमवार खुलासा कर दिया। पुलिस ने इस मामले में सात आरोपी को गिरफ्तार किया है।पुलिस ने हथियार के साथ सात अपराधियों को गिरफ्तार किया है। तीन और अपराधियों की गिरफ्तारी अभी होना बांकी है।हथियार समेत कई समान बरामद किये हैं,जिसमें दो देसी कट्टा और एक 9 एमएम पिस्टल शामिल है। पुलिस ने पांच मोबाइल फोन,दो मोटरसाइकिल, लगोली,एक स्कार्पियो को जब्त किया है। जिसका इस्तेमाल अपराधियों ने भागने के लिए उपयोग किया था। जानकारी के अनुसार कुछ अन्य साक्ष्यों को साइबर लैब और फॉरेंसिक लैब में भेजा गया है।

इधर एसएसपी संजीव कुमार ने बताया कि नीरज तिवारी के परिजनों की ओर से रौनक गुप्ता और राहुल गुप्ता के खिलाफ षडयंत्र के तहत हत्या करने की प्राथमिकी कतरास थाने में दर्ज कराई गई थी।इस हत्याकांड में 3 एसआईटी की टीम का गठन किया गया था टीम ने बिहार के पटना, सिवान और जमुई में छापेमारी की थी। पुलिस की ओर से गठित टीम ने छापेमारी कर हत्या में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने कांड में शामिल रौनक गुप्ता, राहुल गुप्ता, दिलीप यादव, गणेश गुप्ता, सुजल गुप्ता, प्रिंस स्वर्णकार और प्रिय रंजन को गिरफ्तार किया।पुलिस ने इनके पास से वारदात में इस्तेमाल काले रंग की पल्सर बाइक, स्कॉर्पियो, दो बिना नंबर की बाइक, दो देशी कट्टा, एक पिस्टल और जिंदा कारतूस बरामद किया।

नीरज तिवारी और रौनक गुप्ता के बीच पुरानी दुश्मनी थी

एसएसपी के मुताबिक नीरज तिवारी और रौनक गुप्ता के बीच पुरानी दुश्मनी थी। हत्या के दो दिन पहले ही रौनक गुप्ता जेल से बाहर आया था। जेल से बाहर आने के बाद उसे इस बात की आशंका थी कि नीरज तिवारी उसकी हत्या करा देगा। इसके बाद रौनक ने नीरज की सुनियोजित तरीके से हत्या करा दी।रौनक ही नीरज की हत्या का मुख्य सूत्रधार है। बता दें कि कतरास के राजस्थानी धर्मशाला के पास 2 सितंबर की रात ताबड़तोड़ फायरिंग की गई थी।इसमें नीरज तिवारी को गोली लगी थी। अस्पताल पहुंचने के बाद नीरज तिवारी को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था. इस घटना में रौनक गुप्ता और राहुल गुप्ता को भी गोली लगी थी। इसका इलाज अस्पताल में चल रहा था।