गोड्डा:कोयला चुनने के दौरान,बंद खदान में गिरा नाबालिग,एनडीआरएफ टीम को बुलाया गया है,

गोड्डा।झारखण्ड के गोड्डा जिले में ईसीएल की राजमहल परियोजना की बंद खदान में गिरने से एक बालक लापता हो गया है। अनहोनी की आशंका जताई जा रही है। बंद खदान में पानी भरा है। इसकी गहराई भी काफी अधिक है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बुधवार की सुबह कोयला चुनने गए 14 वर्षीय शहनवाज अंसारी राजमहल परियोजना के खनन क्षेत्र स्थित गहरी खाई में जा गिरा। उसमें पानी भरा हुआ है।गहरी खाई में गिरने से किशोर की मौत का अंदेशा जताया जा रहा है। पानी की गहराई काफी अधिक होने के कारण किशोर को निकाला नहीं जा सका है। रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए गोताखोरों को बुलाया गया है। वहीं, महागामा अनुमंडल पदाधिकारी के निर्देश पर देवघर से एनडीआरएफ की टीम भी बुलाई गई है।

14 वर्षीय शाहबाज अंसारी बड़ा भोड़ाई का रहने वाला है। उसके पिता का नाम सजाम अंसारी है। बता दें कि ईसीएल की राजमहल परियोजना की ओर से एक दशक पूर्व बड़ा भोड़ाई के भादो टोला में कोयला खनन किया जाता था। अब यह क्षेत्र पुर्नवास स्थल बन गया है। बंद खदान के आसपास स्थानीय लोग अपनी जरूरतों को पूरी करने के लिए कोयला चुनते हैं।

दो साल पूर्व भी बंद खदान में डूबने से एक युवक की मौत हो गई थी, तब लोगों ने ईसीएल के सिक्यूरिटी अधिकारियों के खिलाफ जमकर हंगामा किया था क्योंकि सुरक्षा गार्डों की ओर से कोयला चुनने वालों को खदेड़ा गया था जिस भगदड़ में एक युवक खदान की गहरी खाई में गिर गया था। काफी मशक्कत के बाद एनडीआरएफ की टीम में खदान से शव को बाहर निकाला था।

गहराई इतनी कि अंदर जाने से कतरा रहे गोताखोर

इस बार ऐसी घटना नहीं हुई है। किशोर वहां अपनी गलती से खाई में जा समाया है। ललमटिया थाना प्रभारी चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि बंद खदान की गहराई अधिक रहने से स्थानीय गोताखोर अंदर जाने से कतरा रहे हैं। महागामा अनुमंडल प्रशासन की पहल पर यहां एनडीआरएफ की टीम मंगाई जा रही है।