उत्तरप्रदेश:हाथरस कांड के बहाने योगी सरकार के खिलाफ बड़ी साजिश का पर्दाफाश,खुफिया जांच रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।

लखनऊ:उत्तरप्रदेश के हाथरस मामले में योगी सरकार को भेजी गई खुफिया जांच रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।जांच एजेंसियों को योगी सरकार के खिलाफ खतरनाक साजिश के अहम सुराग मिले हैं।हाथरस के बहाने योगी सरकार को बदनाम करने के लिए बड़ी साजिश रचने की बात सामने आई है।राज्य सरकार की सतर्कता से यूपी में जातीय विद्धेष फैलाने की साजिश नाकाम हुई।खुफिया रिपोर्ट की मानें तो प्रदेश में सांप्रदायिक दंगे भड़काने की साजिश भी रची गई थी।इसके लिए बकायदा 100 करोड़ की फंडिंग की बात भी सामने आई है।

हाथरस कांड के बहाने योगी सरकार के खिलाफ बड़ी साजिश का पर्दाफाश,12 पॉइंट्स में जानें पूरी कहानी

हाथरस के बहाने उत्तर प्रदेश में थी जातीय और सांप्रदायिक उन्माद पैदा करने की कोशिश।दंगे भड़काने के लिए लिया गया अफवाहों और फर्जी सूचनाओं का सहारा. सोशल मीडिया का हुआ दुरूपयोग, प्रमाण मिलने पर लखनऊ में मुकदमा दर्ज।

साजिश में पीएफआई, एसडीपाई और सरकार के निशाने पर रहे माफियाओं की मिलीभगत के मिले ठोस सुराग. प्रदेश में अराजकता पैदा करने के लिए की गई बड़े पैमाने पर फंडिंग।

साजिश में सीएए के उपद्रव में शामिल रहे संगठनों की भूमिका के भी मिले सबूत. उपद्रवियों के पोस्टर लगाए जाने, उपद्रवियों से वसूली कराए जाने और घरों की कुर्की कराने जाने की सीएम योगी की सख्त कार्रवाइयों से परेशान तत्वों ने रची यूपी में बड़ी साजिश।

पीड़ित लड़की की जीभ काटे जाने, अंग भंग करने और गैंगरेप से जुड़ी तमाम अफवाहें उड़ा कर हुई नफरत की आग भड़काने की कोशिश।

अफवाह फैलाने के लिए ढेरों वैरिफाइड सोशल मीडिया अकाउंट का भी किया गया इस्तेमाल. जांच एजेसियां वैरिफाइड अकाउंट का ब्यौरा तैयार करने में जुटीं।

अफवाहें फैलाने और नफरत पैदा करने के लिए चंडीगढ़ की घटना की मृतका की तस्वीरें हाथरस की बेटी की बता कर की गई वायरल।

एक बड़े चैनल के स्क्रीन शाट में छेड़छाड़ करके तैयार किए गए नफरत भरे पोस्टर, मुकदमा दर्ज।

दंगे भड़काने की साजिश के लिए तमाम आपत्तिजनक और फोटोशॉप्ड तस्वीरों का भी जमकर हुआ इस्तेमाल. यूपी साइबर सेल ने दर्ज किए कई मामले. धरपकड़ के लिए टीमें लगीं।

हाथरस के पीड़ित परिवार को सरकार के खिलाफ भड़काने की साजिश का भी हुआ पर्दाफाश, सबूत के तौर पर मिले कई ऑडियो टेप।

जांच एजेंसियों ने लिया ऑडियो टेप का संज्ञान, जांच शुरू. ऑडियो टेप में कुछ राजनीतिक दलों के साथ ही कुछ पत्रकारों की भी आवाज।

इन ऑडियो टेप से खुला राज, पीड़ित परिवारों को सरकार के खिलाफ भड़काने के लिए दिया गया पचास लाख से लेकर एक करोड़ तक का लालच।

ऑडियो टेप से खुलासा- एक महिला पत्रकार ने सीएम से पीड़ित परिवार की बातचीत के तुरंत बाद परिवार को भड़काया, कहा कि अगर सीएम की बात मान ली तो पुलिस उल्टे तुम्हें ही साबित कर देगी अपराधी। इस बातचीत के बाद परिवार आया दहशत में. ऑडियो टेप की फोरेंसिक जांच रिपोर्ट आते ही भड़काने वालों का पॉलीग्राफ और नार्को की तैयारी में जांच एजेंसियां।

सौजन्य:जी.