खूँटी गैंगरेप मामला: एक नाबालिग से तीन साल के अंदर दूसरी बार हुआ सामूहिक दुष्कर्म

खूँटी। जिले के मुरहू थाना क्षेत्र में दो युवतियों के साथ गैंगरेप हुआ है।गैंगरेप में बड़ा खुलासा होने की सूचना है। सूत्रों के द्वारा बताया जा रहा है कि जिस दो लड़कियों को अगवा कर गैंगरेप किया गया है।उसमें से एक नाबालिग है और उस नाबालिग से अक्टूबर 2018 में भी दर्जन भर लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था।उस समय घटना के बाद लड़की कई महीने तक मानसिक संतुलन खो दी थी।जिसका इलाज कई महीनों तक चला था। सूत्रों से जानकारी मिली फिर एक बार उस नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म हुआ है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

इस सम्बंध में खूंटी एसपी श्री आशुतोष कुमार ने बताया कि पिछले घटना की जानकारी मिली है लेकिन अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है।मामले की छानबीन कर रहे हैं।जांच के बाद ही मामला स्पष्ठ हो पायेगा की 2018 में इसी नाबालिग से दुष्कर्म हुई है।फिलहाल मामले की जांच और आगे की कार्रवाई जारी है।

आज की घटना में पीड़िता ने पुलिस को बताया है कि 4 युवकों ने चाकू के नोक पर इनके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया है। इसके बाद दो बजे रात को युवतियों को बीच सड़क पर छोड़कर फरार हो गए। सुबह स्थानीय लोगों की मदद से दोनों ने पुलिस को घटना की जानकारी दी है।पुलिस को दिए अपने बयान में दोनों ने बताया है कि माहिल गांव के राहुल, सूरज, अजित और एक अज्ञात ने इन्हें मंगलवार दोपहर को खूंटी के नेताजी चौक से उठाया। इनमें से एक के ये जानती थीं। पूरे दिन ये इन्हें अलग-अलग इलाकों में घुमाते रहे। शाम होते ही मुरहू के माहिल गांव स्थित एक राजकीय मध्य विद्यालय में कैंपस में लेकर चले गए। वहीं चारों ने बारी-बारी से रेप किया है।

सड़क किनारे ही गुजारनी पड़ी रात

पुलिस को दिए बयान में पीड़िता ने बताया कि 2 बजे रात को आरोपियों ने इन्हें धमकी देकर इट्ठे गांव के पास छोड़ कर भाग गए। रास्ता पता नहीं होने के कारण इन्होंने पूरी रात सड़क किनारे ही बिताई। सुबह ग्रामीणों की मदद से इन्होंने पुलिस को अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी।

जांच में जुटी है पुलिस

मामले की जानकारी मिलते ही एसपी आशुतोष कुमार के निर्देश पर हेडक्वार्टर डीएसपी जयदीप लकड़ा, मुरहू थाना प्रभारी विक्रांत कुमार, महिला थाना प्रभारी, दुलारमनी किड़ो घटनास्थल पर पहुंचकर जांच किये हैं।पुलिस के मुताबिक, एक पीड़िता जहां 21 वर्ष की है तो दूसरी नाबालिग है। पुलिस फिलहाल मामले में कुछ भी बोलने से इनकार कर रही है।

2018 में एक दर्जन से ज्यादा लोगों ने किया था दुष्कर्म

खूंटी जिले में नक्सलियों ने एक 14 साल की नाबालिग के सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था।पीड़िता के बयान पर खूंटी के एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी।बता दें कि नाबालिग के साथ बीते अक्टूबर 2018 में ही दुष्कर्म की घटना हुई थी,उस घटना के बाद लड़की की मानसिक स्थिति खराब हो गई थी ।ठीक होने के बाद नाबालिग का बयान दर्ज हो पाया था।बताया गया था कि नाबालिग की मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण बाल कल्याण समिति खूंटी की अभिरक्षा में रखा गया था।लगातार इलाज के बाद नाबालिग बयान देने की स्थिति में आई, तब जाकर बाल कल्याण समिति ने ही नाबालिग का बयान लिया था।इसके बाद इसकी जानकारी एएचटीयू थाने के साथ-साथ खूंटी डीसी-एसपी और एडीजी स्पेशल ब्रांच और सीआईडी एडीजी को दी गई थी।प्राप्त जानकारी के अनुसार पीड़िता ने खूंटी बाल कल्याण समिति को दिए बयान में बताया था कि अक्टूबर 2018 को गांव का ही सामुएल पूर्ति उसके घर आया।तब वह घर में अकेली थी, सामुएल के साथ जंगल से आए 12 हथियारबंद नक्सली भी थे।सभी ने उसके साथ जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाया।नाबालिग ने अपने बयान में कहा है कि घटना के बाद से ही उसकी मानसिक स्थिति खराब हो गई थी।सामुएल पूर्ति ने उसके साथ मारपीट की थी, साथ ही डराया धमकाया भी था।नाबालिग ने अपने बयान में बताया था कि घटना के बाद किसी तरह भागकर वह खूंटी पहुंची।खूंटी में पुलिस वालों ने उसे बरामद किया था।इसके बाद चाइल्ड लाइन को सौंप दिया, लेकिन तबीयत काफी खराब होने के कारण उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।अस्पताल से छूटने के बाद नाबालिग को आशा किरण में रखा गया था।उसके बाद बाल कल्याण समिति ने पीडिता को मुआवजा देने और पुनर्वासित करने की मांग भी खूंटी डीसी और बाल संरक्षण पदाधिकारी से की थी है।

जानकारी मिली है कि डालसा खूंटी ने पिछले साल विक्टिम कम्पेसेशन के तहत एक लाख दिया था।लेकिन कुछ लोग मिलकर पैसा खा गया था।उसके बाद इसकी जांच डीसी कर रहे थे।