काबुलवाले भैया आया भैया आया…..,कॉलोनी पहुँचते ही दण्डवत देकर बबलू ने अपना जन्मस्थल को चूमा,फिर..

बोकारो।झारखण्ड के बोकारो जिले के बेरमो इलाके के रहने वाले बबलू कुमार का कॉलोनी पहुँचते ही हुआ भव्य स्वागत।परिवार वाले के साथ कॉलोनी वाले भी बबलू को देखकर खुशी से झूम उठे।ऐसे हुआ बबलू के इंतजार में स्वागत।बताया गया कि सोमवार काे सुबह सूर्योदय से पहले ही बेरमो बबलू के स्वागत को पलक-पांवड़े बिछाए तैयार हो गया। करीब सात बजे बबलू के भाई लालबाबू पटेल के फोन की घंटी बजी तो उनका चेहरा खिल उठा। उन्होंने खुशी के अतिरेक में लगभग चीखते हुए कहा कि बबलू राँची से चल पड़ा है। यह सुनते ही पत्नी लाखो देवी के चेहरे पर ऐसी अनोखी धनक झिलिमिलाई, जिसमें प्रसन्नता के साथ ही लाज का समावेश भी था। बड़े भाई अशोक कुमार ने बाजे वालों को कहा, अरे बजाओ-बजाओ, तो साउंडबाक्स से बहारों फूल बरसाओ… गीत की सुमधुर स्वरलहरियां फिजा में गूंजने लगीं।

सुबह 10.03 बजे ज्योंही गोल्डेन कलर की अल्टो कार गांधीनगर कालोनी के संपर्क पथ में घुसी, उपस्थित लोग चिल्लाने लगे काबुल वाले बबलू आ गया-बबलू आ गया…! घर के समीप कार रुकते ही सबसे पहले छोटा भाई सुभाषचंद्र राउत उतरा। उसके बाद भतीजा गोलू के साथ बबलू ने कार से उतरते ही दंडवत होकर अपने जन्मस्थल की सरजमीं को चूम लिया। ढोल-नगाड़े की थाप के बीच स्थानीय मुखिया जितेंद्र कुमार ने बबलू को माला पहनाकर स्वागत किया। पत्नी ने आरती उतारी तो बहन शोभा देवी व भाई दीपू कुमार ने लड्डू खिलाकर मुंह मीठा कराया। पुत्र लकी व निशांत अपने पिता से लिपट गया। उसके बाद पारिवारिक सदस्यों के साथ फोटो खिंचवाते समय बबलू की निगाह आरती की थाल लिए पास खड़ी पत्नी पर टिकी हुई थी, मानों मन ही मन कह रहे हों कि देख… लाखो तेरा काबुलीवाला सही-सलामत आ गया।

परसों तक छाई हुई थी मायूसी व वीरानी

बताया गया कि बेरमो के गांधीनगर स्थित बबलू कुमार के परिवार के लिए सोमवार की सुबह का सूरज प्रसन्नता व उल्लास की सौगात अपने साथ लेकर नमूदार हुआ। तालिबानियों के अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद काबुल में फंसे बबलू के गांधीनगर स्थित जिस घर में परसों तक जहां मायूसी व वीरानी छाई हुई थी, वहां एक दिन पूर्व रविवार को वतन वापसी के संदेश से खुशी छा गई थी। शनिवार की देर शाम ही बबलू ने काबुल से फोन कर परिजनों को बता दिया था कि वह स्थानीय एयरपोर्ट पर अपने वतन भारत लौटने के लिए इंडियन एयरफोर्स के विमान सी-17 पर कुल 168 भारतीयों समेत सवार हाे चुका है।