#Jharkhand:खरसावां प्रखंड के डोड़ो गांव निवासी महिला ने चार बच्चों को जन्म दिया,चारों नवजात शिशुओं में दो पुत्र और दो पुत्री हैं,अस्पताल में भर्ती होने से पहले ही महिला ने गेट पर ही एक शिशु को जन्म दिया,जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने महिला को अस्पताल में भर्ती किया।

सरायकेला।अक्सर हमारे आस-पास से ऐसी खबरें सामने आती ही रहती है, जिस पर भरोसा करना मुश्किल होता।यह खबर भी कुछ ऐसी ही है, जिसकी हकीकत जानकर एक बार को आप सोचने पर मजबूर हो जाएंगे।असल में सरायकेला के आदित्यपुर स्थित मगध सम्राट अस्पताल में खरसावां प्रखंड के डोड़ो गांव निवासी प्रसूता सोदरा महतो ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया। चारों नवजात शिशुओं में दो पुत्र और दो पुत्री हैं। बड़ी बात ये है कि इनमें से एक की नॉर्मल डिलीवरी हुई है, तो बाकी 3 का प्रसव ऑपरेशन के बाद कराया गया है। राहत की बात ये भी है कि जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।

अस्पताल के गेट पर दिया शिशु को जन्म

रविवार की रात प्रसव पीड़ा होने पर खरसावां प्रखंड के डोड़ो गांव निवासी किसान परमेश्वर महतो की पत्नी सोदरा महतो को उनके परिजन खरसावां के निजी अस्पताल में भर्ती कराने पहुंचे पर अस्पताल पहुंच कर देखा तो कोरोना के कारण अस्पताल बंद मिला। इसके बाद परिजन महिला को आदित्यपुर स्थित मगध सम्राट हॉस्पिटल ले कर गए, पर अस्पताल में भर्ती होने से पहले ही महिला ने गेट पर ही एक शिशु को जन्म दिया। जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने महिला को अस्पताल में भर्ती किया।

डॉक्टरों ने प्रसव पर आश्चर्य जताया

अस्पताल के गेट पर ही महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया। इसके बाद ऑपरेशन के जरिए 3 बच्चों का जन्म हुआ। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ बीके बख्शी ने बताया कि जच्चा-बच्चा स्वस्थ हैं। हालांकि चारों बच्चों का वजन कम है। अस्पताल की प्रमुख चिकित्सक डॉ ज्योति कुमार ने बताया कि 900 ग्राम से लेकर डेढ़ किलोग्राम वजन तक के शिशु हैं। चारों बच्चों को निगरानी में रखा गया है। डॉक्टरों ने इस प्रसव पर आश्चर्य जताते हुए कहा कि पहले बच्चे को जन्म देने के बाद भी महिला के पेट में प्रसव पीड़ा हो रही थी।

दिव्यांग पुत्री के पिता हैं परमेश्वर महतो

चार बच्चों के पिता बने परमेश्वर महतो ने बताया कि वह एक गरीब किसान हैं,और उनकी पहले से एक दिव्यांग पुत्री है। चार बच्चों के आने से वह खुश तो हैं पर वह सभी का देखभाल कैसे करेंगे इसे लेकर वो थोड़े परेशान हैं।

2017 में बोकारो की महिला ने दिया था 4 बच्चों को जन्म

14 फरवरी 2017 को बोकारो के चंदनक्यारी इलाके की रहने वाली 25 वर्षीय कुंती रवाणी ने धनबाद जिले के लक्ष्मी नारायण सेवा सदन में एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया था। उस वक्त भी डॉक्टर इसे आश्चर्यजनक बताया था, क्योंकि स्वास्थ्य केंद्र के जो डॉक्टर उसकी प्रेग्नेंसी की जांच कर रहे थे उन्हें कुछ भी असामान्य नहीं मिला था। कुंती के पति मनोज श्रमिक थे और उनका कहना था कि वे शादी के बाद पिछले चार सालों से बच्चा चाहते थे, मगर अब भगवान ने उन्हें चार बच्चे दे दिए हैं।