Jharkhand:जियो टॉवर के टेक्नीशियन की करेंट लगने से मौत,शटडाउन लेने के बाद टेक्नीशियन ट्रांसफार्मर से तार जोड़ रहा था,इसी क्रम में पावर हाउस से लाइन चालू कर दिया गया

गिरिडीह।जिले के चादगर में काम करने के दौरान सोमवार की सुबह बिजली करंट के चपेट में आने से जियो टावर के टेक्नीशियन 40 वर्षीय संतोष कुमार सिंह की मौत हो गई। वह बिहार के सीतामढ़ी जिले के सुरसंड थाना अंतर्गत मलाही गांव का रहने वाला था। धनवार पुलिस के सहयोग से इसकी जानकारी मृतक के परिजनों को फोन से दे दी गई है।

धनबाद के रहने वाले संजीत कुमार ने बताया कि जमुआ रेंज के चादगर स्थित जियो टावर बीते तीन दिनों से ठप था। इसकी शिकायत पर वह और संतोष मरम्मत करने आए थे। टावर में लगे ट्रांसफार्मर में करंट नहीं आ रहा था। राजधनवार के बरजो स्थित पावर हाउस से शटडाउन लेने के बाद उसके सीनियर टेक्नीशियन संतोष ट्रांसफार्मर से तार जोड़ रहा था। इसी क्रम में पावर हाउस से लाइन चालू कर दिया गया। इससे संतोष करंट की चपेट में आ गया। आनन-फानन में उसे रेफरल अस्पताल इलाज के लिए ले जा रहे थे। रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। सूचना पाते ही धनवार थाना पुलिस पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर थाना ले आई।

मृतक के परिजनों के आने का इंतजार किया जा रहा है। धनवार थाना प्रभारी संदीप कुमार ने बताया कि परिजनों के आते ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया जाएगा।परिजन जैसा आवेदन करेंगे, कार्रवाई की जाएगी। इधर, इस हादसे के बाद जियो ने अपना टावर बंद कर दिया है। इससे जियो की सुविधा बंद हो गई है।

पावर हाउस कर्मियों की लापरवाही से पहले भी हो चुका है हादसा :

राजधनवार के बरजो स्थित पावर हाउस में कर्यरत कर्मियों की लापरवाही के कारण धनवार के चुंजखो तथा बलहारा में दैनिक मजदूरी पर काम कर रहे बिजली मिस्त्री की मौत हो चुकी है। वहीं एक अन्य मिस्त्री भी पावर हाउस में पदस्थापित कर्मियों की लापरवाही से घायल हो चुका है।

आश्रितों को मुआवजा नही मिला तो टावर करेंगे बंद :

सहयोगी साथियों की मानें तो मृतक संतोष के आश्रितों को अगर कंपनी की ओर से अगर उचित मुआवजा नहीं मिलेगा तो जमुआ रेंज के सभी जियो कंपनी के टावर को अनिश्चित दिनों के लिए बंद कर देंगे। इसके लिए कंपनी के वरीय पदाधिकारियों से बात की जा रही है। ठोस आश्वासन नहीं मिलेगा तो टावरों को बंद करेंगे।