Jharkhand:मैं उन लोगों का भी आभारी हूँ, जिन्होंने मुझे मजबूत बनाने के लिए जहर उगल दिया-एमवी राव

राँची।राज्य के प्रभारी डीजीपी रहे एमवी राव ने डीजीपी पद से हटने के बाद आज सुबह ट्वीट कर कहा कि मैं उन सभी का आभारी हूं, जिन्होंने मुझे डीजीपी झारखण्ड पुलिस के रूप में अपनी भूमिका में अच्छा करने के लिए प्रोत्साहित किया।मैं ऐसे लोगों का आभारी हूं, जो मुझे सतर्क रखने और बेहतर करने के लिए आलोचनात्मक रहे हैं।मैं उन लोगों का भी आभारी हूं जिन्होंने मुझे मजबूत बनाने के लिए जहर उगल दिया।

बता दें झारखण्ड में नई सरकार बनने के बाद राज्य सरकार ने 16 मार्च 2020 को एमवी राव को प्रभारी डीजीपी बनाया था। इससे पहले झारखण्ड डीजीपी के पद पर पदस्थापित कमल नयन चौबे का ट्रांसफर कर दिया था।झारखण्ड के डीजीपी कमल नयन चौबे को विशेष कार्य पदाधिकारी पुलिस आधुनिकीकरण कैंप नयी दिल्ली के पद पर पदस्थापित किया गया था।उनकी जगह डीजी होम गार्ड और अग्निशमन के एमवी राव को झारखण्ड का डीजीपी बनाया गया था।

इधर गोड्डा के भाजपा के सांसद निशिकांत दूबे ने एमवी राव के प्रभारी डीजीपी पद से हटने के बाद ट्विटर पर उनको टैग कर तंज कसते हुए चुभता हुआ संदेश लिखा है। बीजेपी एमपी निशिकांत ने लिखा- झारखण्ड के पूर्व कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक एमवी राव साहब जी मेरे व मेरे परिवार के उपर लगातार झूठा केस करा रहे थे, एकदिन मैंने फोन किया, जबाब आया मेरा लंबा राजनीतिक जीवन बर्बाद हो जाएगा। राव साहब कभी अपने व अपने परिवार के कैरियर की भी बात सोच लेते। आयरन हैंड का क्या हुआ?

राज्य सरकार ने नीरज सिन्हा को डीजीपी बनाया है

जैप के डीजी नीरज सिन्हा को झारखण्ड का नया डीजीपी बनाया गया है. 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी नीरज सिन्हा वर्तमान में जैप के डीजी थे. उन्हें पास भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के डीजी का अतिरिक्त प्रभार था।

वर्ष 2019 में डीजी पद के लिए यूपीएससी ने 3 आईपीएस अधिकारियों का पैनल झारखण्ड सरकार को भेजा था. उसमें तीसरा नाम नीरज सिन्हा का था।हेमंत सरकार ने एमवी राव को झारखण्ड के डीजीपी का अतिरिक्त प्रभार दिया था. लेकिन उन्हें यूपीएससी से पैनलिस्ट नहीं किया गया था।