#Jharkhand:गिरिडीह पंचयात सचिव हत्याकांड का खुलासा,हत्या में शामिल एक महिला समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने में पुलिस सफल रही,जबकि चार अन्य आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं।

गिरीडीह।भेलवाघाटी के पंचायत सचिव 50 वर्षीय विजय भदानी की हत्या का खुलासा गिरिडीह पुलिस ने 72 घंटे में किया।मंगलवार की देर रात मृतक का शव बरामद करने के दूसरे दिन बुधवार को एसपी अमित रेणु ने धनवार एसडीएम नवीन सिंह और पुलिस निरीक्षक विनय राम के साथ प्रेसवार्ता किया।

प्रेसवार्ता के दौरान एसपी ने घटना के सम्बंध में जानकारी दिए उन्होंने कहा कि पंचायत सचिव की हत्या का कारण भेलवाघाटी के बरमसिया गांव की महिला राधिका देवी के साथ करीब पांच सालों से अवैध संबध बताया।हत्या में शामिल राधिका देवी समेत तीन आरोपियों को दबोचने में पुलिस सफल रही. जबकि चार अन्य आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं।वहीं, हत्या के लिए इस्तेमाल किए गए दो बाइक और दो मोबाइल को भी पुलिस ने तीनों आरोपियों के पास से बरामद किया है. एसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में राधिका देवी के अलावे जमुई जिला के चरकापत्थर थाना क्षेत्र के विशनपुर गांव निवासी राजू यादव के साथ चरकापत्थर के बरमूरिया गांव निवासी रामकू हांसदा उर्फ राजेश उर्फ राकेश उर्फ बहिरा शामिल है।

राजू यादव के खिलाफ पहले से जमुई के चरकापत्थर के अलावे गिरिडीह के देवरी में नक्सली कांड दर्ज है. राजू यादव पहले भी नक्सली घटना के मामले में जेल जा चुका है।वहीं, रामकू हांसदा का कनेक्शन भी जमुई के जोनल कमांडर सिद्धु कोडा के दस्ते से बताया जा रहा है।

एसपी ने यह भी बताया कि राधिका देवी ने ही अपने पुराने प्रेमी राजू यादव के कहने पर बीते रविवार को फोन कर पंचायत सचिव विजय भदानी को भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के घाटा पहाड़ी के जंगली क्षेत्र में बुलाया था।क्योंकि राजू यादव और राधिका देवी के बीच करीब आठ सालों से अवैध संबध पहले से था।लिहाजा, पंचायत सचिव और राधिका देवी का संबध राजू यादव को नागवार गुजरा।

इसके बाद पंचायत सचिव विजय भदानी की हत्या का योजना बनाकर रविवार की देर शाम करीब साढ़े सात बजे घाटा पहाड़ी के पास चट्टानों के बीच कूचल कर हत्या कर दिया।सभी आरोपियों ने पंचायत सचिव की हत्या काफी क्रूरता के साथ किया था. साक्ष्य छिपाने के मकसद से आरोपियों ने विजय के चेहरे को पहले से बुरी तरह से कुचला।इसके बाद उसके शरीर में बड़ा चट्टान फेंक दिया इसे खून के छींटे भी घाटापहाड़ी के जंगल के चट्टानों में बिखरे पड़े थे।

अवैध संबध के कारण हुई हत्या के बाद यह भी स्पष्ट हुआ कि मृतक पंचायत सचिव भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के जगसीमर गांव का रहने वाला था. इलाके की कई और महिलाओं से भी पंचायत सचिव का अवैध संबध रह चुका था।

इधर पूछताछ में तीनों आरोपियों ने कबूला कि जेल से निकलने के बाद राजू को जब राधिका और विजय भदानी के अवैध संबध की जानकारी मिली, तो राजू बौखला गया और विजय को अपने रास्ते से हटाने की योजना बनाया। इसी क्रम में राजू ने जमुई से रामकू हांसदा समेत कई सहयोगियों को भेलवाघाटी बुलाकर पंचायत सचिव की हत्या कराया।