Jharkhand:पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में महिला पुरुष नक्सली मारा गया,दोनों एक करोड़ के इनामी नक्सली अनल दा दस्ते के सेक्शन कमांडर था

सरायकेला।झारखण्ड के सरायकेला-खरसावां जिला के कुचाई थाना अंतर्गत बारूदा एवं सारूबेड़ा के कोईया जंगल में शुक्रवार की अहले सुबह करीब साढ़े चार बजे पुलिस-नक्सलियों के बीच जबरदस्त मुठभेड हुई। करीब एक घंटे तक चली इस मुठभेड़ में पुलिस एवं कोबरा बटालियन के जवानों ने दो नक्सलियों को ढेर कर दिया। मारे गये नक्सलियों में एक महिला नक्सली भी शामिल है। मारे गये नक्सलियों में खूंटी थाना क्षेत्र निवासी काली मुंडा एवं बोकारो निवासी महिला नक्सली रीला माला शामिल हैं।बताया गया कि दोनों अनल दा दस्ते के सेक्शन कमांडर थे।इसकी पुष्टि करते हुए कोल्हान के डीआईजी अजय लिंडा ने बताया कि मुठभेड़ स्थल से एक एसएलआर राइफल के अलावा वॉकी- टॉकी एवं नक्सलियों द्वारा इस्तेमाल किये जाने वाले रोजमर्रा के सामान आदि मिले हैं।

जानकारी के अनुसार,कोल्हान क्षेत्र के पश्चिमी सिंहभूम एवं सरायकेला- खरसावां पुलिस पिछले करीब एक सप्ताह से नक्सलियों के खिलाफ ट्राई जंक्शन क्षेत्र में अभियान चला रही थी।इसी क्रम में पुलिस एवं कोबरा बटालियन को कोईया जंगल में नक्सलियों के छिपे हीने का आभास हुआ। इसके बाद जवानों ने एक करोड के इनामी भाकपा माओवादियों के केंद्रीय कमेटी के सदस्य अनल दा उर्फ तुफान उर्फ पतिराम मांझी उर्फ पतिराम मरांडी उर्फ रमेश के दस्ते को घेरना शुरू कर दिया।खुद घिरता देख नक्सलियों की ओर से फायरिंग शुरू कर दी गयी। जवाबी कार्रवाई करते हुए जवानों ने भी फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें एक महिला समेत दो नक्सली मारे गये।

बताया जाता है कि मुठभेड़ में अपने दो साथियों को ढेर होते देख अन्य नक्सली फायरिंग करते हुए पीछे हटने लगे। वहीं, जवानों ने भी उनका पीछे करते फायरिंग को जारी रखा।करीब एक घंटे तक दोनों ओर से गोलीबारी के बीच नक्सली घने जंगल का फायदा उठाते हुए भाग निकले।इस दौरान दोनों ओर से सैकडों राउंड गोली चलने की खबर है। दूसरी ओर, नक्सलियों के मारे जाने के बाद जिला बल एवं कोबरा बटालियन के जवानों से सर्च ऑपरेशन भी चलाया।वहीं, मुठभेड़ थमने के बाद चलाये गये सर्च ऑपरेशन के क्रम में थमने के बाद दोनों शवों की पहचान सेक्शन कमांडर काली मंडा व रीला माला के रूप में की गयी।

मिली जानकारी के अनुसार,एक करोड़ के इनामी नक्सली आनल दा के दस्ते के खिलाफ जिला पुलिस एवं सुरक्षा बल द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। मुठभेड़ के बाद आनल का यह नक्सली दस्ता घने जंगल में छिप गया है।इस दस्ते में अनल दा के अलावा कई इनामी नक्सली भी मौजूद है। फिलहाल नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी है। गौरतलब है कि एक करोड़ का इनामी अनल दा नक्सलियों के रणनीतिकार भी हैं।मौजूदा समय में वह अपने दस्ते के साथ कोल्हान, पोड़ाहाट, झरझरा, सरायकेला एवं खूंटी सीमा क्षेत्र के अलावा बुंडू-चांडिल इलाके में भी सक्रिय रहा है।इस दस्ते में 15 लाख से 25 लाख तक के इनामी नक्सली भी शामिल हैं।

बता दें पुलिस एवं सुरक्षा बल पिछले करीब एक सप्ताह से एक करोड़ के इनामी आनल दा के दस्ते की तलाश में विभिन्न जंगलों में अभियान चला रही थी।इस अभियान में पश्चिमी सिंहभूम एवं सरायकेला-खरसावां जिला पुलिस बल के अलावा कोबरा बटालियन के भी जवान शामिल थे।इसी क्रम में पहले सुबह करीब 4.30 बजे करीब 35-40 सदस्यों के इस दस्ते के साथ मुठभेड़ हो गई।इस दस्ते में 15 से 25 लाख तक के इनामी नक्सली भी मौजूद है।

सरायकेला एसपी ने किया घटनास्थल का दौरा

इधर सरायकेला-खरसावां जिला के पुलिस अधीक्षक आनंद प्रकाश ने सुरक्षा बलों के साथ घटनास्थल का दौरा किया। बताया जाता है कि घटनास्थल कोईया जंगल (बारूदा व सारुबेड़ा गांव के पास) तीन जिला (पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां और खूंटी जिला) के सीमावर्ती क्षेत्र में आता है।पूरा क्षेत्र घने पहाड़ियों से घिरा हुआ है। यहां पहुंचने के लिए पुलिस को पश्चिमी सिंहभूम जिला के टोकलो क्षेत्र से होते हुए जाना पड़ा।बाइक से भी सुरक्षा बल गस्त लगाते हुए जंगल की ओर रवाना हुए ।