झारखण्ड सीआईडी डीजी ने प्रतिबिंब ऐप के बारे में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से देश के कई राज्यों के पुलिस को जानकारी दी…

राँची।साइबर अपराधियों को ट्रैक कर पकड़ने के लिए झारखण्ड सीआइडी डीजी अनुराग गुप्ता द्वारा तैयार कराया गया प्रतिबिंब ऐप पूरे देश में चर्चित हो गया है।गृह मंत्रालय के अधीन काम करने वाली संस्थान इंडियन साइबर क्राइम को-ऑर्डिनेशन सेंटर आइफोरसी के सहयोग से इस ऐप के बारे में पूरे देश की पुलिस को जानकारी देने के लिए शुक्रवार की शाम वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक हुई।इसमें सीआइडी डीजी अनुराग गुप्ता ने पूरे देश की पुलिस को बताया कि प्रतिबंध ऐप कैसे काम करता है।इसके जरिये कैसे साइबर अपराधियों को ट्रैक किया जाता है।इस ऐप में वह जल्द ही एक अन्य सुविधा जोड़ने वाले हैं,जिसके आधार पर पुलिस यह भी पता लगा सकेगी कि साइबर अपराधी ने मोबाइल किस दुकान से खरीदा है।

ऐप के बारे में जानकारी लेने के बाद सभी राज्यों की पुलिस ने इस सुविधा को अपने-अपने राज्य की पुलिस के लिए उपलब्ध कराने को कहा है।सीआइडी डीजी ने आश्वासन दिया है कि वे जल्द ही आइडी तैयार कर संबंधित राज्य के पुलिस अधिकारी को उपलब्ध करायेंगे, ताकि वे ऐप को एक्सेस कर सकें।

उन्होंने ब्रीफिंग के दौरान यह भी बताया कि झारखण्ड पुलिस ने इस ऐप का प्रयोग करते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है।इसके जरिये लगातार साइबर अपराधी राज्य के विभिन्न जिले से पकड़े जा रहे हैं। जामताड़ा जिले के करमाटांड़ थाना क्षेत्र से शुक्रवार को छह साइबर अपराधियों को इसी ऐप के जरिये ही ट्रैक कर गिरफ्तार किया गया।इस क्रम में अपराधियों के पास से 21 सिमकार्ड,तीन बाइक और चार एटीएम कार्ड बरामद किये गये।इधर गिरिडीह पुलिस ने शनिवार को  6 साइबर अपराधियों को इसी ऐप के जरिये पकड़ा है वहीं 27 मोबाइल और 32 सिम बरामद किया है।जमशेदपुर पुलिस ने भी प्रतिबिंब ऐप के जरिये तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है।कई जिले की पुलिस इस ऐप के जरिये साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी में जुटी है।

गिरिडीह पुलिस ने प्रतिबिंब एप्लीकेशन के माध्यम से प्राप्त मोबाइल नंबरों से गिरिडीह जिला में अब तक 19 साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है तथा उनके पास से कुल 71 मोबाइल फोन तथा 106 सिम कार्ड जप्त किए गए हैं ।

देवघर जिले से अभी सर्वाधिक साइबर ठगी के कॉल हो रहे हैं। रोज प्रतिबिंब 400-500 नंबरों को ट्रेस कर रहा है। जो देवघर जिले से सक्रिय हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि देश के कुल साइबर अपराध से जुड़े कॉल में हर पांचवां कॉल देवघर जिले से किया जा रहा। यानी साइबर ठगी में 20 फीसदी कॉल अकेले देवघर से जा रहे हैं। ऐसे में सीआईडी व पुलिस मुख्यालय के ऑपरेशन विंग ने जिले में साइबर अपराधियों के खिलाफ विशेष अभियान चलाने का फैसला लिया है।